UP : खौफ और मारपीट के डर से छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ा, कुछ दिन पहले जेल से जमानत पर रिहा हुए हैं दबंग
पुलिस कस्टडी में आरोपी (photo-social media)
जनज्वार ब्यूरो। यूपी के कन्नौज (Kannauj) स्थित ठठिया में मारपीट करने के आरोपियों से भयभीत छात्राएं चौथे दिन भी स्कूल नहीं गईं। पुलिस ने छात्राओं के बयान दर्ज कर तहरीर ली। तीनों आरोपियों पर मारपीट, छेड़छाड़ के साथ पॉक्सो एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कर एक को जेल भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक, गांव की छात्रा सोमवार को स्कूल (School) से घर जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में गयादीनपुरवा निवासी विनोद कुमार की बाइक में साइकिल की टक्कर लग गई। आरोप है कि इसके बाद युवक ने अपने भाई अजब सिंह व चाचा मान सिंह के साथ मिलकर छात्रा को पीट दिया।
छात्रा की दो बहनें बीच-बचाव में आईं तो उन्हें भी पीटा गया। पुलिस ने छात्रा की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट लिख ली। आरोपी अजब सिंह पर शांतिभंग की कार्रवाई की है। आरोप है कि एसडीएम न्यायालय से जमानत मिलने के बाद आरोपी अपने भाई व चाचा के साथ छात्रा के दरवाजे पर गालीगलौज व मारपीट की धमकी देने लगा।
आरोपियों के भय कारण छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ दिया। मामला लगातार तूल पकड़ता देख गुरुवार को पुलिस छात्राओं के घर पहुंची। छात्राओं को थाने बुलाकर उनके बयान दर्ज कर तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मारपीट, छेड़छाड़ व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी विनोद कुमार को पकड़कर जेल भेज दिया। थानाध्यक्ष पूनम अवस्थी ने बताया कि फरार चल रहे आरोपियों को पकड़कर जेल भेजा जाएगा।
स्कूल के रास्ते पुलिस देगी सुरक्षा
मारपीट व गालीगलौज के चलते आरोपियों से भयभीत छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ दिया है। गुरुवार को थानाध्यक्ष ने परिवार को भरोसा दिलाया कि स्कूल आने-जाने में छात्राओं को दिक्कत नहीं होगी। छात्राओं की पूरी सुरक्षा रहेगी। छात्राओं के भाई ने बताया कि छात्राएं शुक्रवार से स्कूल जाएंगी। अगर कोई बात होती है तो पुलिस से शिकायत की जाएगी।
पुलिस पहले ध्यान देती तो दब जाती बात
तीन लोगों द्वारा छात्राओं के साथ मारपीट के मामले को पुलिस ने गंभीरतापूर्वक नहीं लिया। आरोपियों के खिलाफ मामूली धाराओं में कार्रवाई कर दी। परिवार का कहना है कि जमानत के बाद घर पहुंचे आरोपियों ने फिर से छात्राओं को धमकाना शुरू कर दिया। इससे यह डर गईं। स्कूल जाना छोड़ दिया। अब चौथे दिन पुलिस ने कार्रवाई की है। यही पहले कर देती तो इतनी दहशत में परिवार को न जीना पड़ता।