Uttarpradesh News: मां- पापा अब आप दोनों आजाद हो, दो बच्चों के पत्र पढ़कर हर किसी की आंख में आ जा रहे आंसू, जानें पूरा मामला
(दो बच्चों ने माता-पिता को पत्र लिख घर छोड़ दिया है, पत्र ऐसा है, जिसे पढ़ हर कोई भावुक हो जा रहा है) प्रतीकात्मक तस्वीर
Uttarpradesh News: (जनज्वार)। "मां और पापा (Mom and Papa) अब आप दोनों आजाद हो, आप दोनों लोगों पर अब दो बच्चों की जिम्मेदारी नहीं है। हम दोनों यह कदम नहीं उठाना चाहते थे, लेकिन हालात ऐसे हैं कि यह कदम उठाना पड़ रहा है। आप दोनों से विनती है कि हम लोगों के जाने के बाद अब आप दोनों आपस में झगड़ा (Qurrell) न करना...।"
यह उस पत्र का अंश है जो उन दो बच्चों (children) ने लिखे हैं, जिन्होंने अपने माता-पिता के बीच नित्य प्रतिदिन हो रहे झगड़े के कारण घर छोड़ दिया है। पत्र में ऐसी-ऐसी बातें लिखी हुई हैं, जिन्हें जो भी पढ रहा है, उसकी आंखें भींग जा रही हैं। दोनों बच्चों का अब भी कोई पता नहीं चल सका है।
मामला उत्तरप्रदेश (Uttarpradesh) के कानपुर के कल्याणपुर मकरीखेड़ा का है। यह पत्र पढ़कर उन दोनों के पिता लालाराम और और मां सावित्री परेशान हो गए तो पड़ोसियों की आंखों में भी आंसू आ गए। दंपती और पड़ोसी भी 15 वर्षीय बेटी प्रिया और 14 वर्षीय बेटे नैतिक को तलाशने के लिए घर से निकल पड़े।
दोनों को रिश्तेदारी व दोस्तों के यहां तलाशने के बाद रात 10 बजे दंपती ने घटना की जानकारी पुलिस (Police) को दी। कल्याणपुर थाना प्रभारी वीर सिंह ने बताया कि बच्चों की तलाश में पुलिस की दो टीमें लगाई गई हैं।
पत्र में लिखा गया है, "मां और पापा अब आप दोनों आजाद हो...।" इस इबारत से लिखा गया दो मासूम बच्चों का पत्र पढ़ने वाले हर शख्स की आंखों में आंसू भर दे रहा है। घर छोड़कर (Leaving the bome) जाने वाले मासूम बेटे और बेटी का यह पत्र पढ़कर कल्याणपुर मकड़ीखेड़ा में रहने वाले लालाराम और उनकी पत्नी सावित्री के होश उड़ गये बल्कि पड़ोसी भी सन्न हैं।
दोनों बच्चों की तलाश करके थक चुके दंपती ने पुलिस को सूचना देकर गुहार लगाई है, कलेजे के टुकड़े बिछडने से मां का रो रोकर हाल बेहाल है तो पिता भी बदहवास हो गया है।
हालांकि, यह घटना उन अभिभावकों (parents) के लिए भी एक सबक की तरह है, जो घर में बच्चों के सामने झगड़ते हैं और बच्चों को बीच में लाकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के रसूलाबाद कहजरी निवासी लालाराम गुजरात के कोल्ड स्टोरेज में नौकरी करते थे। परिवार में पत्नी सावित्री और दो बच्चे 15 वर्षीय बेटी प्रिया और 14 वर्षीय बेटे नैतिक हैं। वह कल्याणपुर मकड़ीखेड़ा में किराए के मकान पर रहते है। लॉकडाउन के चलते तीन महीने पहले लालाराम की नौकरी छूट गई थी। आमदनी बंद होने के चलते लालाराम परेशान थे। घरेलू खर्चों को लेकर दंपती में विवाद होने लगा।
लालाराम बच्चों को लेकर गांव जाना चाहता थे, लेकिन दोनों बच्चे गांव जाने जाने के लिए तैयार नहीं थे। इसी बात को लेकर आए दिन झगड़ा होता था। रविवार दोपहर गांव जाने की जिद पर अड़े लालाराम का उसकी पत्नी से झगड़ा हो गया। रोज-रोज के झगड़े से तंग आकर दोनों बच्चों ने माता-पिता के नाम पर पत्र लिख घर पर छोड़ दिया और खुद कहीं चले गए।