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50 से ज्यादा बच्चों के यौन शोषण आरोपी जेई पर नया खुलासा, करता था बच्चों से ग्रुप सेक्स, पत्नी भी देती थी साथ
00 बच्चों के रेप का आरोपी जूनियर इंजीनियर
जनज्वार। 50 से भी ज्यादा बच्चों के यौन शोषण का आरोपी जेई रामभवन पर अब एक नया खुलासा सामने आ रहा है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक वह बच्चों के साथ ग्रुप सेक्स करता था, जिसमें उसकी बीवी भी उसका साथ देती थी।
हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुतातिबक चाइल्ड पोर्नोग्राफी मामले में तीसरे आरोपित को रिमांड में लेकर सीबीआई ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो कुछ और कड़ियां उभरकर सामने आई हैं। सूत्रों के मुताबिक चाइल्ड पोर्नोग्राफी का आरोपित जूनियर इंजीनियर रामभवन ग्रुप सेक्स करता था, जिसमें उसकी पत्नी भी शामिल रहती थी। चाइल्ड पोर्नोग्राफी का यह केस फिलहाल सीबीआई जांच कर रही है।
गौरतलब है कि सीबीआई ने अभी तक 50 से भी ज्यादा बच्चों के यौन शोषण मामले में जूनियर इंजीनियर रामभवन, उसकी पत्नी दुर्गावती और दिल्ली के एक व्यक्ति को आरोपी बनाया है।
इस मामले की छानबीन कर रही सीबीआई ने दिल्ली से पकड़े गए यौन शोषण केस में आरोपित को रिमांड में लिया था। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने जब दिल्ली वाले आरोपित से पूछताछ करते हुए मामले की जांच की तो यह बात सामने आयी कि रामभवन ग्रुप सेक्स करता था, जिसमें उसकी पत्नी भी शामिल रहती थी। चाइल्ड पोर्नोग्राफी मामले में सीबीआई को कुछ और लोगों के नाम मिलने की भी खबर सामने आ रही है और जानकारी है कि कई साक्ष्य भी सीबीआई के हाथ लगे हैं।
चाइल्ड पोर्नोग्राफी के इतने बड़े केस में सीबीआई अब बारीकी से जांच में जुटी है। कई लोगों से अब तक इस मामले में जांच की जा चुकी है। रामभवन और उसकी पत्नी के खिलाफ सीबीआई ने काफी साक्ष्य जुटाये हैं।
रामभवन द्वारा 50 से भी ज्यादा यौन शोषण मामले में पहले कहा जा रहा था कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसके बाद सीबीआइ ने उसका मानसिक परीक्षण कराया था। रिपोर्ट में सामने आया कि वह एकदम स्वस्थ और बच्चों का यौन शोषण करने के दौरान उसका रक्तचाप कम हो जाता था। वह बहुत दरिंदगी के साथ बच्चों का यौन शोषण करता था।
गौरतलब है कि सिंचाई विभाग से निलंबित किया गया बच्चों के यौन शोषण का आरोपी जेई रामभवन सिंह सरकारी आवास की जगह शोभा सिंह का पुरवा में किराए का मकान लेकर रहता था। यहां ठिकाना बनाने के पीछे का मकसद ये था कि यहां आर्थिक रूप से कमजोर लोग रहते थे और तो शिकार भी आसानी से मिल जाएंगे। मोटा वेतन पाने वाले जूनियर इंजीनियर रामभवन सिंह ने इस बस्ती की एक संकरी गली में अपना अड्डा बनाया था।
शोभा सिंह का पुरवा में जहां जेई का किराए वाला मकान है, वहां चार पहिया वाहन तो दूर मोटरसाइकिल तक मुश्किल से निकलती है। खतरनाक मंसूबों को मन में पाले जेई रामभवन सिंह सरकारी आवास को छोड़कर यहां डेरा जमाए बैठा रहा। नाबालिग बच्चों और लड़कियों को हवस का शिकार बनाने वाले जेई रामभवन के मोबाइल पर मिले दस से अधिक संदिग्ध नम्बरों को सीबीआई सर्विलांस पर लगाकर सीबीआई ने पड़ताल शुरू की थी।