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UP : रात के अंधेरे में मोमबत्ती जलाकर गर्भवती महिला का करा दिया प्रसव, बच्चे सहित महिला की दर्दनाक मौत
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
जनज्वार, हरदोई। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हरदोई (Hardoi) से हृदय को झकझोर देने वाला एक मामला समय आया है। यहां हरियांवा स्थित सीएचसी में मोमबत्ती की रोशनी में महिला का प्रसव कराने की कोशिश की गई। नतीजतन पहले गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई और बाद में प्रसूता ने भी दम तोड़ दिया। घटना के बाद जिम्मेदार लीपापोती करते नजर आ रहे हैं।
दरअसल, हरदोई के हरियांवा (Hariyanva) स्थित सीएचसी (CHC) में बारिश के चलते बिजली कट गई थी। जिसके बाद गुरूवार 16 सितंबर की रात सीएचसी में भर्ती गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर मोमबत्ती जलाकर प्रसव कराने का प्रयास किया गया। शुक्रवार सुबह महिला ने मृत बच्चे को जन्म दिया। वहीं प्रसूता की हालत भी बिगड़ गई, और उसकी भी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक हरियांवा के पेरनपुरवा (Peranpurwa) गांव के रहने वाले संतोष की 20 वर्षीय पत्नी निर्मला गर्भवती (Pragnent) थीं। गुरूवार शाम तकरीबन 4 बजे दर्द अधिक होने पर निर्मला को सीएचसी में भर्ती कराया गया। सीएचसी में बिजली नहीं आ रही थी। रात लगभग 12 बजे दर्द अधिक होने पर स्टॉफ नर्स ने मोमबत्ती की रोशनी में प्रसव कराने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
इसके बाद स्टॉफ नर्स (Staff Nurse) सुबह तक का इंतजार करने की बात कहकर चली गई। लेकिन इस बीच निर्मला की हालत बिगड़ती चली गई। शुक्रवार 17 सितंबर की सुबह निर्मला ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया। सीएचसी चिकित्सक ने हालत गंभीर होने का हवाला देकर महिला को रेफर कर दिया। लेकिन अस्पताल ले जाते समय निर्मला की भी रास्ते में मौत हो गई।
मृतका नीलम के पति संतोष ने बताया कि बिजली ना होने पर मोमबत्ती (Candle) जलाकर घंटों प्रसव कराने की कोशिश की जाती रही। मोमबत्ती की रोशनी भी तेज हवा में बार बार बुझ जा रही थी। समुचित उपचार ना मिल पाने से उसकी पत्नी और बच्चे की जान चली गई।
वहीं, सीएचसी प्रभारी डॉ. अखिलेश बाजपेयी का कहना है कि प्रसूता बीमारी से ग्रसित थी, जिसकी वजह से उसकी व बच्चे की मौत हुई है। सीएचसी अधीक्षक (CHC Incharge) का दावा है की जनरेटर चलवाकर प्रसूता का प्रसव कराया गया है।