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राष्ट्रीय

J.P. Nadda Bengal visit: कौन है बंगाल भाजपा में बैठा 'विभीषण'? क्या वाकई 'दीदी' ने विपक्षी खेमे में बिठा रखा है अपना जासूस?

Janjwar Desk
7 Jun 2022 7:02 PM IST
J.P. Nadda Bengal visit: कौन है बंगाल भाजपा में बैठा विभीषण?  क्या वाकई दीदी ने विपक्षी खेमे में बिठा रखा है अपना जासूस?
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J.P. Nadda Bengal visit: कौन है बंगाल भाजपा में बैठा 'विभीषण'? क्या वाकई 'दीदी' ने विपक्षी खेमे में बिठा रखा है अपना जासूस?

J.P. Nadda Bengal visit: बंगाल भाजपा के खेमे में ममता दीदी ने जासूस बिठा रखा है, जो मुख्यमंत्री और तृणमूल पार्टी प्रमुख को बंद कमरों में होने वाली तमाम बैठकों की खबर देता है? अगर यह सच है तो बात बहुत ही गंभीर मानी जाएगी।

J.P. Nadda Bengal visit: बंगाल भाजपा के खेमे में ममता दीदी ने जासूस बिठा रखा है, जो मुख्यमंत्री और तृणमूल पार्टी प्रमुख को बंद कमरों में होने वाली तमाम बैठकों की खबर देता है? अगर यह सच है तो बात बहुत ही गंभीर मानी जाएगी। दिक्कत यह है कि खुद पश्चिम बंगाल के भाजपा नेताओं को अपने ही खेमे में बैठे किसी 'विभीषण' की जानकारी नहीं है। अलबत्ता, वे चाहे अमित शाह हों या मंगलवार को कोलकाता पहुंच रहे पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, ममता को भाजपा नेताओं की तमाम गोपनीय बैठकों की खबर पहले ही हो जाती है।

भेद ऐसे खुला

यह भेद पिछले महीने तब खुला, जब गृह मंत्री अमित शाह बंगाल पहुंचे थे। राज्य भाजपा के नेताओं से उनकी बंद कमरों में कई बैठकें हुईं। पत्रकारों तक को बैठकों से दूर रखा गया। लेकिन अगले दिन अखबारों में जबर्दस्त 'लीक' देखने को मिली, जो बैठकों का गोपनीय हिस्सा थीं। फिर क्या था, पहले ही तैयार बैठी तृणमूल कांग्रेस ने हमला बोल दिया। सबसे बड़ा हमला अमित शाह के पार्टी कार्यकर्ताओं को यह कहने को लेकर हुआ कि ममता बनर्जी पर विपक्षी वाम दलों ने कई बार जुबानी हमले किए, लेकिन वे लगातार लड़ती रहीं और कामयाब हुईं। यह आपकी लड़ाई और आप सभी को लड़ना होगा। इससे पहले कि भाजपा की ओर से बैठक को लेकर कोई बयान जारी हो, टीवी चैनलों में अमित शाह की बात को यह कहकर प्रसारित किया कि भाजपा नेतृत्व ने बंगाल में अपने नेताओं को लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया है।

कुणाल घोष ने कहा, हां हमारे जासूस भाजपा में बैठे हैं

तृणमूल नेता कुणाल घोष ने तो खुलेआम कहा कि हां भाजपा में हमारे जासूस बैठे हैं। उनसे हमें सारी बैठकों की जानकारी मिलती है। उसके बाद भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने भी मान लिया कि पार्टी में तृणमूल का कोई भेदी विभीषण मौजूद है, वरना गोपनीय बैठकों की खबरें मीडिया तक नहीं पहुंच पातीं। फिर भी भाजपा अभी तक उस भेदी को ढूंढ़ नहीं सकी है और इस बीच पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का आगमन हो गया है। राज्य भाजपा प्रमुख सुशांत मजूमदार कहते हैं, अगर जगन्नाथ सरकार के पास इस बारे में कोई ठोस जानकारी है तो हम उनसे बात करेंगे।

थके, हारे, निरुत्साहित हैं बंगाल भाजपा के नेता

मुकुल रॉय, बाबुल सुप्रिया, सव्यसाची दत्ता, राजीब बनर्जी, अर्जुन सिंह- ये सभी नेता कभी भाजपा के स्टार चेहरे हुआ करते थे। सभी ने पाला बदलकर तृणमूल की शरण ले ली है। अब एक और सांसद खगेन मुर्मू के भी पाला बदलने की खबरें हैं, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि उन्हें ममता सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाने का ऑफर दिया गया है। एक और सांसद सौमित्र खान के भी पाला बदलने की अफवाहें हैं। इस अनिश्चितता भरे वातावरण में, जब राज्य के भाजपा नेताओं को यही नहीं मालूम कि उनका नेतृत्व किसके पाले में है, नड्डा अपनी यात्रा में सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं को बूथ की मजबूती का पाठ पढ़ाने आ रहे हैं। लेकिन उससे पहले भाजपा को दीदी के जासूस को ढूंढना होगा, वरना इस बार भी बैठकों से निकली लीक भाजपा की किरकिरी कर देगी।

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