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Exclusive UP Election 2022 : चंद्रशेखर आज़ाद रावण के बाद 'जनज्वार' को मिले UP विधानसभा चुनाव में धांधली के इनपुट, विपक्षी प्रत्याशियों को खबर नहीं
चंद्रशेखर आज़ाद रावण के बाद 'जनज्वार' को मिले UP विधानसभा चुनाव में धांधली के इनपुट
मनीष दुबे की रिपोर्ट
Exclusive UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) को लेकर तमाम दल रस्साकसी कर रहे हैं। जीत सबकी होगी ऐसे दावे भी किये जा रहे हैं। इन सभी दावों के बीच कल आज़ाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के चीफ चंद्रशेखर आज़ाद रावण (Chandrashekhar Azad Ravan) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर बेहद संगीन आरोप लगाए थे। एक ट्वीट के जरिये उन्होंने यह भी कहा था कि सूबे की तमाम पार्टियां चुनाव को लेकर मुगालते में हैं.. लेकिन सत्ता दल अपना खेल सेट कर रहा है।
चंद्रशेखर रावण ने लगातार दो ट्वीट किए जिसमें उनका पहला ट्वीट बेहद सनसनीखेज है। उन्होंने भाजपा और योगी (BJP And Yogi Adityanath) पर आरोप मढ़ते हुए कहा कि, 'भाजपा द्वारा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर पोस्टल बैलट अपने पक्ष में डलवाए जा रहे हैं! विपक्षी प्रत्याशियों को कानो कान खबर नहीं है यह लोकतंत्र का चीरहरण है चुनाव आयोग मौन क्यों है?'
अपने दूसरे ट्वीट में रावण ने योगी को टैग करते हुए लिखा कि, '@Myogiadityanath जी मुझे पता है आप धनबल, बाहुबल व सत्ता का दुरुपयोग कर मेरा आवेदन निरस्त करा कर, चुनाव एकतरफा जीतना चाह रहे हैं! गोरखपुर में आपके द्वारा सताया एक-एक व्यक्ति लोकतांत्रिक जवाब देना चाहता है! जनता के निर्णय का सामना करने की हिम्मत कीजिये, लोकतंत्र की हत्या मत करिएगा!'
खैर, ये तो पॉलिटिकल पोस्ट है। ऐसे में जब खुद चंद्रशेखर रावण प्रत्याशी हैं वो भी योगी आदित्यनाथ के खिलाफ। उनका आरोप लगाना लाजिमी हो सकता है...लोग यह कह सकते हैं। क्योंकि राजनीति में एक दूसरे को नीचा दिखाने की नई पालिसी नया स्टंट चलन में आ चुका है। खासकर अब न्यू इंडिया के दौर में।
लेकिन हमें तब चौंक जाना पड़ा जब हमसे यह बात खुद भारतीय जनता पार्टी के ही सहयोगी दल अपना दल के एक नेता ने ही बताई। उसने कहा कि भाजपा किसी भी तरह...किसी भी तरह सत्ता में वापस आएगी। हमने जब पूछा किसी भी तरह का क्या मतलब? तो उधर से जवाब देकर वो तमाम शब्दावलियां गिनवाईं गईं जिन्हें हम फ्रॉड यानी धोखे के रूप में जानते समझते हैं। हमें बताया गया कि, साम, दाम, भय, भेद और छल-प्रपंच। बीजेपी सत्ता में आने के लिए इन सभी समीकरणों को अपनाएगी.. लेकिन सत्ता में तो वही आएगी।
इसके बाद हमसे अमित शाह का नाम लिया गया। कहा गया कि, 'अब आप देखिये यूपी के चुनाव में अमित शाह उतर आए हैं। शाह का उतरकर कमान सम्हालना कोई छोटी मोटी बात नहीं है। आपको याद होगा अभी कल ही योगी के नामांकन में अमित शाह तक पहुंचे थे। ये कोई आम बात नहीं है। अब योगी के हाथ से बात बहुत ऊपर तक निकल चुकी है। और इस मुताबिक तमाम बातें सत्ता के पक्ष में जाएंगी।'
इसके अलावा हमें यह भी बताया गया कि, 'यदि बीजेपी के अंदरखाने पक्ष में नीके नहीं तो नागा ही सही जैसी बातें मुखर होकर आगे पास हो रहीं और कराई जा रहीं। हमें भरोसा दिलाया गया कि भले ही बहुत कम मार्जिन से ही सही लेकिन सरकार बनेगी तो सिर्फ और सिर्फ भाजपा की ही। कोई भी समीकरण कहीं से भी फंसेगा तो आलाकमान उसके लिए सक्रिय बैठा हुआ है।'
इन सभी बातों को सुनकर हमें किसान नेता राकेश टिकैत का वो बयान भी याद आया जिसमें उन्होंने कहा था कि विपक्ष की गिनती 0 से शुरु होगी और भाजपा नेताओं की गिनती 15 हजार से शुरु की जायेगी। टिकैत का ये बयान काफी वायरल हुआ था। लेकिन तमाम लोगों ने इसे खारिज भीबकर दिया था। बावजूद इसके इन सभी बातों को मद्देनजर रखते हुए चुनाव आयोग की मुस्तैदी कुछ अधिक ही बढ़ जाती है, जिसका फलीभूत होता अब तक तो कुछ दिखा नहीं।