- Home
- /
- Up Election 2022
- /
- Pilibhit News: बरेली...
Pilibhit News: बरेली से राजेश तो बिथरी से पप्पू भरतौल का टिकट कटा, जानिए किनको मिला मौका
Pilibhit News: बरेली से राजेश तो बिथरी से पप्पू भरतौल का टिकट कटा, जानिए किनको मिला मौका
रुहेलखंड से निर्मल कांत शुक्ल की रिपोर्ट
Pilibhit News: रुहेलखंड के बरेली मंडल (Bareilly) के तीन जिलों में द्वितीय चरण में चुनाव होना है। शनिवार को जारी सूची में भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) ने बरेली, शाहजहांपुर और बदायूं की ज्यादातर सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। जारी सूची में पार्टी का सबसे ज्यादा चौंकाने वाला फैसला बरेली की बिथरी चैनपुर सीट पर रहा। इस सीट पर मौजूदा भाजपा विधायक राजेश कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल (Pappu Bhartaul) का टिकट काट दिया गया।
भाजपा के बरेली की बिथरी चैनपुर सीट पर किये गए बड़े उलटफेर को सियासी जानकर भी समझ नहीं पा रहे हैं। इस सीट से मौजूदा विधायक राजेश कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल का टिकट काटने से उनके समर्थक मायूस हैं। अपने तीखे तेवरों को लेकर पप्पू भरतौल अपने पार्टी संगठन के नेताओं से भी कई अवसरों पर भिड़ते देखे गए। पप्पू भरतौल की पहचान बेहद आक्रामक और जनता से जुड़े हुए विधायक के रुप में पूरे पांच साल रही। भाजपा ने इस सीट पर बेहद, सरल सौम्य और शालीन तथा साफ-सुथरी राजनीति करने वाले संगठन के पुराने वरिष्ठ नेता डॉ. राघवेंद्र शर्मा पर भरोसा जताया है। डॉ. राघवेंद्र पिछले चुनाव में भी बिथरी सीट से टिकट के बड़े दावेदार लेकिन ऐन वक्त पर पप्पू भरतौल को टिकट दे दिया गया था।
बरेली से लगातार छह बार विधायक रहे राजेश अग्रवाल का टिकट काटे जाने को लेकर उनकी चुनावी यात्रा पर लगे विराम से जोड़कर देखा जा रहा है। राजेश अग्रवाल इस समय भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष हैं और पार्टी के बड़े चेहरा है। वह योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हुआ करते थे मगर उनसे अचानक मंत्री पद से इस्तीफा लेकर उन्हें संगठन में भेज दिया गया था। राजेश अग्रवाल अपनी टिकट कटती देखकर ही अपने बेटे मनीष अग्रवाल को कैंट सीट से प्रत्याशी बनाने के लिए टिकट की जुगाड़ कर रहे थे मगर पार्टी हाईकमान ने ऐसा नहीं किया। पार्टी ने इस सीट पर राजेश अग्रवाल का टिकट काटकर उनकी जगह प्रदेश सह कोषाध्यक्ष संजीव अग्रवाल को मैदान में उतारा है। हालांकि संजीव का यह पहला विधानसभा चुनाव है।
बरेली की नवाबगंज सीट से भाजपा ने पुराने वरिष्ठ नेता डॉक्टर एमपी आर्य को चुनाव मैदान में उतारा है। हालांकि इस सीट से कोरोना से दिवंगत भाजपा विधायक केसर सिंह गंगवार के बेटे विशाल गंगवार भी टिकट की मजबूत दावेदारी कर रहे थे लेकिन संगठन ने उनके पक्ष में फैसला नहीं किया।
बरेली की 9 सीटों में से जिन 7 सीटों पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, उनमें चार सीटों पर मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है, जिनमें आंवला सीट से पूर्व मंत्री व विधायक धर्मपाल सिंह, बरेली शहर से डॉ. अरुण कुमार, फरीदपुर से प्रोफेसर श्याम बिहारी लाल, मीरगंज से डॉ. डीसी वर्मा हैं। अभी बरेली के भोजीपुरा और बहेड़ी सीट के टिकट का फैसला नहीं हुआ है। वर्तमान में भोजीपुरा से बहोरन लाल मौर्या और बहेड़ी से राजस्व राज्य मंत्री छत्रपाल गंगवार विधायक हैं। दोनों ही टिकटों को होल्ड पर रखा गया है।
बरेली मंडल की ही जनपद बदायूं की सभी 6 सीटों पर भाजपा ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। वर्तमान में 5 सीटों पर भाजपा काबिज है। सहसवान सीट पर सपा के ओंकार सिंह यादव इस समय विधायक हैं। इस सीट पर भाजपा ने उद्योगपति डीके भारद्वाज को मैदान में उतारा है। श्री भारद्वाज को टिकट देकर भाजपा ने ब्राह्मणों को साधने की कोशिश की है क्योंकि बिल्सी सीट से भाजपा विधायक रहे राधा कृष्ण शर्मा उर्फ आरके शर्मा पार्टी से बगावत कर सपा में चले गए। बिल्सी से हरीश शाक्य को मैदान में उतारा गया। जबकि बिसौली में कुशाग्र सागर, बदायूं शहर में नगर विकास राज्य मंत्री महेश गुप्ता, दातागंज में राजीव कुमार सिंह उर्फ बब्बू भैया, शेखूपुर में धर्मेंद्र शाक्य, गुन्नौर से अजीत कुमार उर्फ राजू यादव पर फिर भरोसा जताया है। ये मौजूदा विधायक है।
बरेली मंडल के जनपद शाहजहांपुर में छह विधानसभा सीटों में भाजपा ने शाहजहांपुर सदर में फिर वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, कटरा में वीर विक्रम सिंह, पुवायां में चेतराम पासी को मैदान में उतारा है। जबकि तीन सीटों के टिकट होल्ड पर रखे गए हैं। तिलहर सीट से मौजूदा भाजपा विधायक रोशनलाल वर्मा पार्टी छोड़कर सपा में जा चुके हैं। इस सीट पर भी भाजपा को सपा का प्रत्याशी घोषित होने का इंतजार है। माना जा रहा है कि सपा से रोशन लाल वर्मा ही प्रत्याशी होंगे। जलालाबाद से वर्तमान में सपा के शरद वीर सिंह विधायक हैं। जलालाबाद के प्रमुख भाजपा नेता नीरज मौर्य भगदड़ के बीच स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ सपा में शामिल हो चुके हैं, ऐसे भाजपा को इस सीट पर सपा के प्रत्याशी घोषित होने का इंतजार है। ददरौल में भी भाजपा को सपा का प्रत्याशी घोषित होने की प्रतीक्षा है।