Begin typing your search above and press return to search.
वीडियो

#LucknowGirl : कैब ड्राइवर को पीटने वाली महिला तो लखनऊ पुलिस की मुखबिर निकली, 10 हजार देकर थाने से छूटा सादत

Janjwar Desk
3 Aug 2021 2:03 PM IST
#LucknowGirl : कैब ड्राइवर को पीटने वाली महिला तो लखनऊ पुलिस की मुखबिर निकली, 10 हजार देकर थाने से छूटा सादत
x

लखनऊ में कैब ड्राइवर को पीटती मुखबिर प्रियदर्शिनी (photo - social media)

युवती आई और खिड़की में हाथ डाल मेरा गला पकड़ लिया। मुझे खींचकर कार से बाहर निकाल लिया। गाड़ी के अंदर रखा मेरा मोबाइल फोन लिया और डैशबोर्ड में रखे लगभग 600 रुपये भी लूट लिए। मेरा मोबाइल फोन उसने सड़क पर पटक तोड़ दिया...

जनज्वार, लखनऊ। राजधानी में कैब ड्राइवर को चांटे जड़ने वाली महिला पुलिस की मुखबिर निकली। वहीं, घटना के बाद पुलिस ने कैब ड्राइवर को पूरी रात हवालात में बंद रखा। ड्राइवर के दो भाई जब देर रात उसकी तलाश में थाने पहुंचे तो पुलिस ने इन दोनों को भी हवालात में बंद कर दिया। जबकि ये दोनों घटनास्थल पर भी नहीं थे। इसके बाद तीनों के खिलाफ पुलिस ने शांति भंग की धाराओं में कार्रवाई की। इन्हें अगली सुबह 10 हजार रुपये लेकर पुलिस ने छोड़ा था।

जनज्वार को मिली एफआईआर की कॉपी के मुताबिक, लखनऊ के कृष्णानगर स्थित अवध चौराहे पर कैब ड्राइवर की सरेआम पिटाई की पूरी दास्तान यही है। पीड़ित कैब ड्राइवर की एफआईआर की पूरी कॉपी पढ़ेंगे तो आपको पूरा माजरा समझ में आएगा। घटना की बाबत पीड़ित कैब ड्राइवर कि FIR की कॉपी और खुद कैब ड्राईवर की जुबानी ने लखनऊ पुलिस के चेहरे से भी झूठ का नकाब नोंच फेंका है।

30 जुलाई की रात करीब साढ़े 9 बजे की यह घटना है। पीड़ित कैब ड्राइवर का नाम सादत अली सिद्दीकी है। सादत सिटी स्टेशन रोड का रहने वाला है। सादत उबर से अटैच कैब चलाते हैं। 30 जुलाई की रात आखिरी ट्रिप पूरी करने के बाद ये घर लौट रहे थे। सादत की दर्ज एफआईआर रिपोर्ट के मुताबिक, जब ये नहरिया अवध चौराहे पर पहुंचे थे तभी रेड लाइट हो गई। लिहाजा, वह चौराहे पर रुक गए।


बकौल सादत, उसी दौरान अचानक एक युवती आई और खिड़की में हाथ डाल मेरा गला पकड़ लिया। मुझे खींचकर कार से बाहर निकाल लिया। गाड़ी के अंदर रखा मेरा मोबाइल फोन लिया और डैशबोर्ड में रखे लगभग 600 रुपये भी लूट लिए। मेरा मोबाइल फोन उसने सड़क पर पटक तोड़ दिया। उस महिला से मैं पूछता रहा कि मेरा अपराध क्या है, लेकिन वो महिला 10 मिनट तक लगातार मुझे मारती रही। और मुझे जान से मारने की धमकी देती रही।

मुझे ही लॉकअप में बंद कर दिया

इस घटना के बाद पुलिस ने पिटाई करने वाली महिला का ही पक्ष लिया। कैब ड्राइवर सादत अली को पकड़कर पुलिस थाने ले आई। यहां उसे लॉकअप में बंद कर दिया गया। पूरी रात बंद रखा गया और तो खाना भी नहीं दिया गया। इधर, देर रात तक घर नहीं पहुंचने पर लोगों ने फोन किया तो वो बंद मिला। इसलिए तलाश करते हुए कृष्णा नगर थाने पहुंचे।

30 जुलाई की देर रात करीब 1 बजे कैब ड्राइवर के भाई इनायत अली और दाऊद अली थाने पहुंचे। इन्होंने पकड़ने की वजह के बारे में पूछा तो पुलिस ने उन दोनों को भी हवालात में बंद कर दिया। जबकि वीडियो देखकर स्पष्ट है कि ये दोनों मौके पर नहीं थे। इसके बाद भी पुलिस ने दोनों के साथ जबर्दस्ती की.पीड़ित कैब ड्राइवर का दावा है कि तीनों के खिलाफ पुलिस ने शांति भंग करने का मामला दर्ज कर कार्रवाई की।


पुलिस ने कहा महिला मुखबिर है : कैब ड्राइवर

कैब ड्राइवर सादत अली सिद्दीकी ने दर्ज कराई एफआईआर में ये भी लिखा है कि उसकी पिटाई करने वाली महिला प्रियदर्शिनी नारायण उर्फ लक्ष्मी पुलिस की मुखबिर है। एफआईआर में ये दावा किया गया है कि कृष्णा नगर थाने की पुलिस ने ये बात खुद ड्राइवर के सामने कही। ये भी लिखा है कि पुलिस मुखबिर होने की वजह से ही उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।

पुलिस ने 10 हजार रुपये लेकर छोड़ा : ड्राइवर

कैब ड्राइवर ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दावा किया है कि पुलिस ने गिरफ्तार करने के अगले दिन मुझसे 10 हजार रुपये लिए और उसके बाद मुझे और मेरी गाड़ी को छोड़ा था। इसलिए ड्राइवर ने सीनियर पुलिस अधिकारियों को दी लिखित शिकायत में ये कहा है कि कृष्णा नगर थाने के पुलिसकर्मियों और मुखबिर महिला की जांच किसी दूसरे थाने की पुलिस या सीनियर अधिकारी से कराई जाए। ऐसा करने पर ही उसे इंसाफ मिल सकेगा।


सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद खुला मामला

इस पूरे मामले में 30 जुलाई की रात तक कैब ड्राइवर को ही दोषी माना जा रहा था। लेकिन 2 अगस्त सोमवार को जब सोशल मीडिया पर महिला की पिटाई का वीडियो वायरल होने लगा तब सच सामने आया। इसके बाद आनन-फानन में लखनऊ पुलिस ने पीड़ित कैब ड्राइवर से लिखित शिकायत ली। और उसकी शिकायत पर महिला प्रियदर्शिनी के खिलाफ FIR संख्या 0325/2021 के तहत धारा 394/427 यानी लूट और मारपीट करने की रिपोर्ट दर्ज की।

इस पूरे मामले को लेकर सेंट्रल लखनऊ के एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिंह द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो से संबंधित युवक की ओर से एक तहरीर 2 अगस्त को दी गई। उसके आधार पर थाना कृष्णा नगर में युवती के विरुद्ध संबंधित धाराओं के तहत मामला रजिस्टर किया गया है। साथ ही मामले से जुड़े अधिकारियों को निष्पक्ष कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

Next Story

विविध