UP : बांदा पुलिस के टॉर्चर से आहत सपा महिला नेता ने की खुदकुशी, प्रेशर के बाद दर्ज हो पाई रिपोर्ट
पुलिस की प्रताड़ना से तंग सपा महिला नेता सुधा रैकवार ने वीडियो वायरल कर खुदखुशी कर ली.
जनज्वार, बांदा। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बांदा में समाजवादी पार्टी की एक महिला नेता ने खुदकुशी कर ली। परिवार का आरोप है कि वह अपने बेटे की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने थाने गई थी, जहां पुलिस ने उनके साथ अभद्रता की। जिससे क्षुब्ध होकर महिला सपा नेता आत्महत्या कर ली।
दूसरी तरफ पुलिस का दावा है कि धोखाधड़ी के एक मामले में उन्हें पुलिस (Police) ने पूछताछ के लिए कोतवाली बुलाया था। इस संबंध में सपा ने कहा कि मामले की जांच और पीड़ित परिवार से मिलने के लिए उसका एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार 12 जुलाई को बांदा गया था।
एएसपी बांदा (ASP Banda) महेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि शनिवार 10 जुलाई शाम शहर कोतवाली क्षेत्र के चिल्ला रोड मवई बाईपास में रहने वाली श्रीप्रसाद रैकवार की पत्नी 45 वर्षीय सुधा रैकवार ने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया, 'महिला उनके पति और बेटा 'राम मुद्रा' नामक निजी बैंक संचालित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कई लोगों की रकम जमा करायी थी।
पैसा वापस न करने पर दीपक शुक्ला नामक व्यक्ति ने शनिवार को उनके खिलाफ धोखाधड़ी (Fraud) की प्राथमिकी दर्ज करवाई थी, जिस पर महिला को पूछताछ के लिए पुलिस ने शहर कोतवाली बुलाया था।' एएसपी ने बताया कि पुलिस की पूछताछ के बाद घर जाने पर महिला ने शाम करीब पांच बजे कथित रूप से आत्महत्या कर ली।
आत्महत्या का वीडियो भी फेसबुक पर लाइव (Live) किया। सुधा की आत्महत्या के बाद मीडिया में छप रही खबरों और अन्य प्रतिक्रियाओं से बैकफुट पर आई शहर कोतवाली पुलिस ने रविवार 11 जुलाई को सुधा की बेटी रोशनी रैकवार की तहरीर के मुताबिक रिपोर्ट दर्ज कर ली। रविवार को सुधा के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी में मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कर दिया।
वहीं, मृतका सुधा रैकवार की पुत्री रोशनी द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट में आरोपी (Accused) दीपक शुक्ला ने पहले ही अपनी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई है। इसमें सुधा और उसके पति प्रसाद रैकवार और पुत्र दीपक रैकवार पर धोखाधड़ी कर तीन लाख रुपये लेकर एफडी कराने और पैसा वापस मांगने पर खाते में पैसा होने के बावजूद चेक देने का आरोप लगाया है।
यह रिपोर्ट 10 जुलाई को शाम दर्ज हुई है। पुलिस ने तीनों पर धारा 419/420 और 406 आईपीसी (IPC) की रिपोर्ट दर्ज की है। विवेचना दरोगा गोपालजी दुबे को दी गई है। दूसरी तरफ सुधा की बेटी रोशनी द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा गया कि उसके भाई दीपक रैकवार को दीपक शुक्ला, विमल पाठक तिवारी और रविंद्र जैन सहित 10 अज्ञात लोगों ने 8 जुलाई को कहीं गायब कर दिया।
साथ ही तहरीर में सुधा की बेटी की तरफ से कहा गया है कि 20-25 लोग घर आकर धमकी देते रहे। शिकायत करने उसकी मां सुधा 10 जुलाई को अपने भाई रामकरन के साथ शहर कोतवाली गई थी। वहां पुलिस ने उन्हें लॉकअप (lockup) में बंद कर दिया।
कोतवाली में दीपक शुक्ला, रविंद्र जैन व एक महिला ने सुधा को मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हुए बदसलूकी की। इससे आहत होकर मां ने घर आकर फांसी लगा ली। पुलिस ने उक्त तीनों आरोपियों, एक महिला तथा 30-35 अज्ञात के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर ली है। दरोगा शिवपाल सिंह को जांच सौंपी गई है। सीओ सिटी राकेश कुमार सिंह और इंस्पेक्टर भास्कर मिश्रा ने बताया कि तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही।