घर से गिरफ्तारी के बाद 9 सितंबर तक जेल भेजे गये पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर के लिए किसने क्या कहा?
(पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर को घर से टांगकर ले जाती पुलिस)
जनज्वार ब्यूरो, लखनऊ। योगी सरकार ने पूर्व रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर को देर शाम घर से उठवा लिया। इस दौरान ठाकुर व उनकी पत्नी नूतन लगातार पुलिस से एफआईआर कॉपी या गिरफ्तारी पत्र मांगते रहे, लेकिन पुलिस साफ तौर पर तानाशाही आदेश की झलकियां दिखाती रही। वहीं, दूसरी तरफ ठाकुर की गिरफ्तारी पर विरोध के स्वर उभरने लगे हैं, लोग इसे योगी सरकार की तानाशाही बता रहे हैं।
भूतपूर्व पुलिस के विरुद्ध भाजपा सरकार की पुलिस का अभूतपूर्व कार्य!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 27, 2021
भाजपाई राजनीति लोगों के बीच दरार पैदा करके ही जिंदा है. अब भाजपा सरकार के दबाव के कारण पुलिस ही पुलिस के ख़िलाफ़ काम करने पर मजबूर है. एक सेनानिवृत आईपीएस के साथ ऐसा व्यवहार अक्षम्य है. #नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/o7OG4XRAMy
सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ठाकुर के समर्थन में लिखा है, 'भूतपूर्व पुलिस के विरुद्ध भाजपा सरकार की पुलिस का अभूतपूर्व कार्य! भाजपाई राजनीति लोगों के बीच दरार पैदा करके ही जिंदा है। अब भाजपा सरकार के दबाव के कारण पुलिस ही पुलिस के ख़िलाफ़ काम करने पर मजबूर है। एक सेनानिवृत आईपीएस के साथ ऐसा व्यवहार अक्षम्य है।'
पहले एक IPS @Amitabhthakur को जबरन रिटायर किया जाता है,फिर उसे इस तरह बेइज्जत कर गिरफ्तार किया जाता है।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) August 27, 2021
ये न केवल नितांत अमानवीय व अलोकतांत्रिक हैं बल्कि इस सरकार का ये रवैया है, तानाशाहीपूर्ण भी है।
जनता सब देख रही है, 2022 के चुनाव में जवाब देगी। pic.twitter.com/doBLqoJCop
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट कर लिखा है, 'पहले एक IPS @Amitabhthakur को जबरन रिटायर किया जाता है, फिर उसे इस तरह बेइज्जत कर गिरफ्तार किया जाता है। ये न केवल नितांत अमानवीय व अलोकतांत्रिक हैं बल्कि इस सरकार का ये रवैया है, तानाशाहीपूर्ण भी है। जनता सब देख रही है, 2022 के चुनाव में जवाब देगी।'
वक़्त वक़्त की बात है।
— Kamal khan (@kamalkhan_NDTV) August 27, 2021
जिस आई पी एस अमिताभ ठाकुर को वे सैल्यूट कर दूर खड़े हो जाते थे,उसे बेइज़्ज़त कर गिरफ्तार कर रहे हैं।
अमिताभ पर रेप की शिकार एक लड़की ने मरने से पहले अमिताभ पर आरोपी से सांठ गांठ कर उसे फंसाने का इल्जाम लगाया था। pic.twitter.com/nS01NM3XLR
वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान ने ट्वीट किया है, 'वक़्त वक़्त की बात है। जिस आईपीएस अमिताभ ठाकुर को वे सैल्यूट कर दूर खड़े हो जाते थे, उसे बेइज़्ज़त कर गिरफ्तार कर रहे हैं। अमिताभ पर रेप की शिकार एक लड़की ने मरने से पहले अमिताभ पर आरोपी से सांठ गांठ कर उसे फंसाने का इल्जाम लगाया था।'
IPS अमिताभ ठाकुर के साथ कैसा सलूक किया जा रहा है, देखें video… बिना एफआईआर की कॉपी दिए जबरन घर से उठाकर ले जाना सरासर गुंडई है! #AmitabhThakurKoRihaKaro #YogiSarkarShameShame @Amitabhthakur pic.twitter.com/PM8YClE3Xb
— Yashwant Singh (@yashbhadas) August 27, 2021
भड़ास4मीडिया के संपादक यशवंत सिंह हैशटैग चलाकर लिखते हैं, 'IPS अमिताभ ठाकुर के साथ कैसा सलूक किया जा रहा है, बिना एफआईआर की कॉपी दिए जबरन घर से उठाकर ले जाना सरासर गुंडई है! #AmitabhThakurKoRihaKaro #YogiSarkarShameShame।' इसके साथ ही यशवंत ने सोमवार 30 अगस्त को देशभर के पत्रकारों से विरोध दर्ज कराने की अपील की है।'
योगी आदित्यनाथ मुझे मारना चाहते हैं, वो मेरी हत्या करवा सकते हैं: अमिताभ ठाकुर pic.twitter.com/46GHHYysNA
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) August 27, 2021
पत्रकार रणविजय सिंह के हवाले से जानकारी मिली है कि अमिताभ ठाकुर ने योगी आदित्यनाथ पर अपनी हत्या कराने का संदेह जाहिर किया है। गिरफ्तारी के बाद रात में ही मेडिकल करवाकर अमिताभ ठाकुर को 9 सितंबर तक जेल भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि अमिताभ ठाकुर को सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह करने वाले युवक-युवती द्वारा फेसबुक लाईव के दौरान बसपा सांसद अतुल राय सहित अमिताभ ठाकुर पर भी इल्जाम लगाए थे। बाद में इलाज के दौरान दोनो ने दम तोड़ दिया, जिसके एवज में कल ठाकुर की गिरफ्तारी हुई है।
कोतवाली हजरतगंज के बंद कमरे से पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर की क्यों आ रही तेज-तेज आवाजें? @Amitabhthakur @suryapsingh_IAS @SanjayAzadSln @IPSinghSp @juhiesingh @ANutanThakur @lkopolice pic.twitter.com/gHcMUNr4BH
— Janjwar Media (@janjwar_com) August 27, 2021
वहीं दूसरी तरफ कल ही अमिताभ ठाकुर ने अपनी नवगठित पार्टी 'अधिकार सेना' की रूपरेखा तय करने के लिए लोगों से आव्हान किया था। इससे पहले ठाकुर ने योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने की बात कही थी। ठाकुर के मुताबिक उन्हें राजनीतिक कारणों से हिरासत में लेकर प्रताणित किया जा रहा है। यह सरकार पूरे तौर पर तानाशाही पर उतर आई है।