'नो जस्टिस, नो पीस' के नारों के साथ गुंजा सिएटल, विरोध प्रदर्शन में 45 लोग गिरफ्तार
सिएटल। अमेरिका के सिएटल शहर में ब्लैक लाइव्स मैटर का विरोध प्रदर्शन हिंसक हो जाने के बाद कम से कम 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया। बीबीसी रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रदर्शन शनिवार रात आयोजित विरोध प्रदर्शन देश भर में आयोजित कई रैलियों में से एक था।
'फिड्स गो होम', 'वी आर लिविंग इन पुलिस स्टेट' और 'नो जस्टिस, नो पीस' जैसे नारे लगाते हुए हजारों प्रदर्शनकारी शुरू में शांति पूर्वक से शहर में एकत्र हुए थे।
पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के समूह ने एक निर्माण स्थल पर आग लगा दी और खिड़कियों को तोड़ दिए।
अधिकारियों ने कहा कि हिंसक भीड़ ने अधिकारियों पर पत्थर, बोतल, और मोर्टार फेंके, जिससे एक के पैर में चोट आया है, उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।
पुलिस ने विरोध प्रदर्शनों को दंगा घोषित करते हुए कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं कि क्या किसी पुलिस स्टेशन पर विस्फोटक उपकरण का इस्तेमाल हुआ है या नहीं।
सिएटल पुलिस विभाग के अनुसार, हिंसक झड़पों में 21 अधिकारी घायल हो गए।
बीबीसी के रिपोर्ट अनुसार सिएटल के अलावा, लुइसविले, केंटकी अरोरा, कोलोराडो, न्यूयॉर्क, ओमाहा, नेब्रास्का, कैलिफोर्निया ओकलैंड, लॉस एंजेलिस और रिचमंड वर्जीनिया में शनिवार को भी विरोध प्रदर्शन हुए।
स्थानीय और राज्य के नेताओं के विरोध के बावजूद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा तैनात प्रदर्शनकारियों और संघीय एजेंटों के बीच पोर्टलैंड शहर में हिंसक झड़पों द्वारा प्रदर्शनों को नई ऊर्जा मिली है।
ट्रम्प ने कहा कि वह संघीय सैनिकों को शिकागो सहित अन्य शहरों में भेजेंगे।
25 मई को मिनियापोलिस में पुलिस हिरासत में मारे गए एक अफ्रीकी अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद पुलिस की बर्बरता और रेसिज्म के खिलाफ पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन होने शुरु हो गए।