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नेपाली प्रधानमंत्री ओली और पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड के खेमों में रस्साकसी जारी, फिर टली स्थायी समिति की बैठक

Janjwar Desk
7 July 2020 1:17 PM GMT
नेपाली प्रधानमंत्री ओली और पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड के खेमों में रस्साकसी जारी, फिर टली स्थायी समिति की बैठक
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इससे पहले शनिवार 4 जुलाई को होने वाली पार्टी की 45 सदस्यीय स्थायी समिति की बैठक सोमवार 6 जुलाई तक के लिए टाल दी गई थी, इसमें नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के भाग्य का फैसला होना था....

जनज्वार। नेपाल की सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के प्रधानमंत्री ओली और पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड खेमों के बीच जारी रस्साकसी के चलते पार्टी की स्थायी समिति की बैठक एक बार फिर टाल दी गयी है। है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के मीडिया सलाहकार सूर्य थापा ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि एनसीपी की स्थायी समिति की बैठक आठ जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

इससे पहले शनिवार 4 जुलाई को होने वाली पार्टी की 45 सदस्यीय स्थायी समिति की बैठक सोमवार 6 जुलाई तक के लिए टाल दी गई थी। इसमें नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के भाग्य का फैसला होना था। पीएम ओली के मीडिया सलाहकार सूर्य थापा ने शनिवार को कहा था कि बैठक सोमवार तक के लिए टल गई है क्योंकि नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेताओं को आपसी बातचीत के लिए और अधिक समय चाहिए।

गौरतलब है कि सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के शीर्ष नेताओं ने ओली के भारत विरोधी बयान के चलते उनसे इस्तीफ़ा मांगा है। पार्टी की स्थाई समिति के 45 में से 30 नेता ओली के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

उधर प्रधानमंत्री ओली ने भी पार्टी के कुछ नेताओं पर उन्हें प्रधानमंत्री पद से अपदस्थ करने का षडयंत्र रचने और राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने के आरोप लगाए हैं।

बावजूद इसके पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा पार्टी को दो फाड़ होने से बचाने की कोशिश जारी है। इसीलिये ओली और प्रचंड के बीच बैठकों का सिलसिला लगातार चल रहा है और स्थाई समिति की बैठकों को लगातार टाला जा रहा है।

काठमांडू पोस्ट की खबर के अनुसार सोमवार 6 जुलाई को भी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के नेता पुष्प कमल दहल प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ बैठक करने के लिए बालुवाटार स्थित प्रधानमंत्री निवास पहुंचे लेकिन बातचीत का सिलसिला बहुत आगे नहीं बढ़ सका। अब दोनों मंगलवार को एक बार फिर बैठक करेंगे।

वैसे रविवार 5 जुलाई को भी ओली और प्रचंड के बीच लम्बी बातचीत हुयी लेकिन बात बनती नहीं दिखाई दी। इसके पहले दोनों नेताओं के बीच शुक्रवार 3 जुलाई को तीन घंटे तक बैठक हुई थी, लेकिन दोनों के बीच कोई समझौता नहीं हो पाया।

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