अफगानिस्तान छोड़ने की जल्दी में उड़ते विमान से गिरकर जान गंवाने वाले दोनों युवकों की हुई पहचान
अफगानिस्तान में उड़ते जहाज से गिरकर मरने वाले दोनों लोगों की पहचान हो गई है
जनज्वार। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां एयरपोर्ट पर भागमभाग की कई तस्वीरें और वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। अमेरिकी वायु सेना के एक विमान पर चढ़ने के लिए काबुल एयरपोर्ट पर लोगों के भारी भीड़ का वीडियो खूब वायरल हुआ था। उसी दौरान एक और वीडियो सामने आया था, जिसमें एक विमान के टायर के बीच खड़े होकर काबुल से निकलने की कोशिश में दो लोग उड़ते विमान से गिर गए थे।
भयावह मौत मरने वाले इन दोनों लोगों की अब पहचान हो गई है। इनमें से एक निजी अस्पताल में डॉक्टर था तो दूसरा एक 17 साल का नौजवान। 22 वर्षीय अजमल (बदला हुआ नाम) उन कई अफगानियों में से एक था जो काबुल एयरपोर्ट पर उमड़ी भीड़ वाली वीडियो में नजर आ रहे थे और रनवे पर दौड़ते एक विमान के बाहरी हिस्से पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। एक दूसरे वीडियो में दो लोग उड़ते विमान से गिरते नजर आए।
अल अरेबिया की एक रिपोर्ट के अनुसार अजमल के पिता ने बताया कि वह पढ़ाई पूरी करने के बाद निजी अस्पताल में चिकित्सक बना था। उसकी एक साल पहले ही शादी हुई थी और कर्ज के कारण वह विदेश में जाकर काम करने की योजना बना रहा था।
पिता को बेटे की मौत की जानकारी फोन पर मिली। फैजल की जेब से एक कागज का टुकड़ा मिला है, जिसमें उसके पिता का फोन नंबर लिखा था। रिपोर्ट्स के अनुसार, अजमल के पिता का कहना है कि नौजवान बेटे की मौत की खबर सुनकर अब वे पूरी तरह टूट गए हैं।
विमान से गिरने वाले दूसके शख्स की पहचान मिराज (17) के रूप में हुई है। मिराज अपने छोटे भाई सिराज (16) (बदले हुए नाम)के साथ विगत सोमवार को घर से निकला था। दोनों भाई इस उम्मीद में एयरपोर्ट पहुंचे थे कि तालिबानी शासन से बच कर निकल जाएंगे, लेकिन दोनों में से कोई भी वापस घर नहीं पहुंचा। उसके परिजनों को सिराज का शव तो मिल गया है लेकिन अनस लापता है।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि दोनों अफगानियों की जिस मकान की छत पर गिरकर मौत हुई वह वली सालेक का है। सालेक काबुल में सोमवार को अपने परिवार के साथ घर में थे, जब उन्होंने छत पर एक जोरदार आवाज सुनी। पेशे से सिक्योरिटी गार्ड सालेक ने बताया कि ऐसा लगा जैसे कोई टायर फटा हो। वह भागते हुए छत पर गए और वहां का भयावह नजारा देखकर उनकी आंखें फटी की फटी रह गईं।