अगर अभिनंदन को पाक नहीं छोड़ता तो भारत रात नौ बजे कर देता हमला : पाकिस्तानी सांसद
जनज्वार। पाकिस्तान के एक सांसद अयाज सादिक ने दावा किया है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि अगर भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को रात नौ बजे तक नहीं छोड़ा जाता तो भारत उस वक्त उनके मुल्क पर हमला कर देता। सादिक नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुसलिम लीग-नवाज के सांसद हैं। उन्होंने बुधवार को संसद में यह बात कही।
पाकिस्तानी सांसद अयाज सादिक ने अपने दावे की पुष्टि के लिए विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की एक बैठक का हवाला दिया। सादिक ने कहा कि उस बैठक में प्रधानमंत्री ने आने से इनकार कर दिया और सेना प्रमुख बाजवा आए थे। सादिक ने कहा, पैर कांप रहे थे, पसीने माथे पर था, हमसे शाह महमूद साहब ने कहा कि खुदा का वास्ता है कि अब इसको अभिनंदन को जाने दें, क्योंकि नौ बजे रात भारत हम पर हमले करने वाले वाला है।
See what real strong Indian leadership can accomplish. 👊🏻💥👊🏻
— A Curious Filmy Foodie (@filmy_foodie) October 29, 2020
Well done to the @narendramodi government!
'General Bajwa came into the room, his legs were shaking and he was perspiring. He said for God's sake let Abhinandan go, India's about to attack Pakistan at 9 PM'. pic.twitter.com/fFfK0j618A
साल 2019 में बालाकोट में भारत के एयर स्ट्राइक के के बाद 27 फरवरी को पाकिस्तान के लड़ाकू विमान ने भरत में घुसपैठ की थी, जिसे विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान व दूसरे जांबाज पायलटों ने खदेड़ दिया था। ऐसा करते हुए अभिनंदन अपने विमान को लेकर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जा घुसे था और उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसके बाद पाकिस्तान ने उन्हें बंधक बना लिया था। अभिनंदन ने अपनी कार्रवाई में इस दौरान पाकिस्तान के एफ - 16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था।
Dear PM, #ImranKhan thank you very much for your "peace gesture" for returning our Wing Commander #abhinandan.
— Azeema (@azeema_1) October 29, 2020
Our "friends" from across used to remind us about "fantastic tea". Hope they now live in peace hereafter.#Pakistan #PakistanArmy #IndianAirforce pic.twitter.com/yczVBXal5A
बाद में भारत ने अपने विंग कमांडन को छुड़ाने के लिए पाकिस्तान पर भारी सैन्य व कूटनीतिक दबाव बनाया और आखिर कर उसे अभिनंदन को सकुशल सौंपना पड़ा। एक मार्च 2019 को अटारी बाॅर्डर पर अभिनंदन को भारत को सौंप दिया गया था।