GLOBAL TIMES ने चीनी सैनिकों के मारे जाने से किया इनकार, लेकिन भारतीय मीडिया उसी के भरोसे कर रहा दावेदारियां
जनज्वार ब्यूरो। लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के अतिक्रमण के बाद दोनों देशों की सेनाएं आमने सामने हैं। सोमवार की देर रात चीनी सैनिकों की ओर से हिंसक हमला होने के बाद भारत के एक सैन्य अधिकारी और दो सिपाही शहीद हो गए। वहीं भारतीय मीडिया में आ रही खबरों में बताया जा रहा है कि भारतीय सेना की ओर से जवाबी कार्रवाई में पांच चीनी सैनिक मारे जाने की खबर है। इसके अलावा 11 चीनी सैनिक भी घायल हुए हैं। और इसका दावा चीन के प्रमुख अखबार और वहां की सरकार के मुखपत्र कहे जाने वाले 'ग्लोबल टाइम्स' के दावेदारियों को आधार बताकर किया जा रहा है।
हालांकि चीनी सरकार के मुखपत्र समझे जाने वाले 'ग्लोबल टाइम्स' ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से स्पष्ट किया है कि उनकी ओर से ऐसी कोई खबर प्रकाशित नहीं की गई है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, 'ग्लोबल टाइम्स के आधिकारिक खातों ने कभी भी चीनी पक्ष के सटीक हताहतों की सूचना नहीं दी है। ग्लोबल टाइम्स इस समय संख्या की पुष्टि नहीं करता है।'
The official Global Times accounts have NEVER reported the exact casualties on the Chinese side. The Global Times CANNOT confirm the number at the moment.
— Global Times (@globaltimesnews) June 16, 2020
बता दें कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। दरअसल ट्विटर पर वांग वेंमेन नाम के ट्वीटर हैंडल ने पहले अपने ट्वीट में बताया कि कल वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के पांच सैनिक मारे गए हैं और 11 घायल हुए हैं। ट्विटर पर इस हैंडल ने अपने आपको ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्टर बताया है।इसके बाद हमारी मीडिया खासकर टीवी चैनल हर बार की तरह अपने यहां खबरों को सबसे पहले दिखाने के चक्कर में जो जहां, जैसे मिला उसे आधिकारिक तौर चलाना शुरू कर दिया। आजतक और इंडिया टीवी जैसे नामचीन टीवी चनैलों के संपादकों और आधिकारिक ट्वीटर हैंडल ने यह खबर चलानी शुरू कर दी कि सोमवार देर रात चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच झड़प में चीन के भी 5 सैनिक मारे गए हैं। इससे एक बार फिर वैश्विक स्तर पर भारतीय मीडिया की किरकिरी हो रही है।
जबकि महिला रिपोर्टर ने बाद में अपने ट्वीट करने के पीछे का स्त्रोत भारतीय मीडिया को ही बताया। महिला ने लिखा, 'मैंने कल LAC चीन-भारत सीमा पर एक शारीरिक झड़प के बारे में @NewsLineIFE के एक भारतीय स्रोत का हवाला दिया। हताहतों के संबंध में आधिकारिक चीनी स्रोत से अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है। भारतीय मीडिया के लिए यह कहना अप्रमाणिक है कि यह चीनी पक्ष की आधिकारिक खबर है।'
I cited an Indian source of @NewsLineIFE about a physical clash at LAC China-India border yesterday. No confirmation from the official Chinese source regarding casualties yet. It is unprofessional for Indian media to say this is official news from the Chinese side. @IndiaToday pic.twitter.com/OIGBKq61Gn
— Wang Wenwen (@WenwenWang1127) June 16, 2020
वहीं ग्लोबल टाइम्स के एडिटर इन चीफ अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए लिखा, 'मुझे जो पता है, उसके आधार पर चीनी पक्ष के भी गलवान घाटी के शारीरिक संघर्ष में हताहत हुए हैं। मैं भारतीय पक्ष को बताना चाहता हूं, कमजोर होने के नाते अभिमानी और चीन के संयम को गलत मत समझो। चीन भारत के साथ कोई टकराव नहीं करना चाहता है, लेकिन हम इससे डरते नहीं हैं।'
Based on what I know, Chinese side also suffered casualties in the Galwan Valley physical clash. I want to tell the Indian side, don't be arrogant and misread China's restraint as being weak. China doesn't want to have a clash with India, but we don't fear it.
— Hu Xijin 胡锡进 (@HuXijin_GT) June 16, 2020
चीन के ही एक अन्य टीवी एंकर ने हालांकि इस बात को स्वीकार किया है कि चीनी पक्ष के सैनिक भी गलवान घाटी के शारीरिक संघर्ष में हताहत हुए हैं। सीजीटीएन के इस न्यूज एंकर ने अपने ट्वीट में लिखा, 'एलएसी में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के हताहत होने की भी स्त्रोतों ने पुष्टि की। भारत न केवल चीन बल्कि नेपाल के साथ भी क्षेत्रीय मुद्दों को भड़का रहा है।
Source confirmed Chinese side also suffered casualties in the Galwan Valley physical clash along #China #India LAC.
— Shen Shiwei沈诗伟 (@shen_shiwei) June 16, 2020
India has been provoking territorial issues not only with China, but also #Nepal recently. pic.twitter.com/KkbRFEKkoe
टीवी एंकर रोहित सरदाना ने भी फर्जी दावा किया कि ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबि चीन के 5 सैनिक मारे गए हैं। वहीं उनके इस ट्वीट पर पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'चीन ने हमारे घर में घुस के हमें मारा है। हरि ॐ।'
ग्लोबल टाइम्ज़ के मुताबिक़ कल रात गलवान घाटी में हुई हिंसक वारदात में चीन के 5 जवान मारे गए और 11 घायल हुए हैं.
— रोहित सरदाना (@sardanarohit) June 16, 2020
स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव ने भी इन फर्जी खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'अगर यह हमारे चैनलों के दावे का स्रोत है, तो यह बहुत ही संदिग्ध है। बस न्यूज़ लाइन IFE का प्रोफ़ाइल देखें।'
If this is the source of what our channels are claiming, its very dubious. Just check the profile of News Line IFE.
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) June 16, 2020
Thanks @_vkjha for alerting. https://t.co/Ck53XGFFRq