Russia Ukraine War: खारकीव में गोलाबारी का शिकार छात्र के पिता बोले- इंडियन एंबेसी ने नहीं किया स्टूडेंट्स से संपर्क
(यूक्रेन के खारकीव में मारे गये भारतीय छात्र नवीन)
Indian Student Died In Kharkiv: यूक्रेन के खारकीव में रूसी सेना का हमला जारी है। इस हमले की चपेट में आने से मंगलवार 01 मार्च को एक 21 वर्षीय भारतीय छात्र की मौत हो गई। इस छात्र का नाम नवीन शेखरप्पा बताया गया है जो कर्नाटक का रहने वाला था। प्रधानमंत्री मोदी ने छात्र के पिता से बात कर शोक भी जताया है।
जानकारी के मुताबिक, वह अपने शेल्टर से निकलकर पास के एक स्टोर पर सामान लेने और करेंसी एक्सचेंज के लिए गए थे। इसी दौरान गोलीबारी की चपेट में आकर उसकी मौत हो गई। अब मृतक के पिता ने कहा है कि भारतीय दूतावास अब तक यूक्रेन के खारकीव में फंसे छात्रों से संपर्क तक नहीं कर पाया है।
बताया गया है कि शेखरप्पा कर्नाटक के चलागेरी का रहने वाला था। उसकी मौत की खबर के बाद ही पूरे जिले में दुख का माहौल है। बड़ी संख्या में लोग शुक्रवार को शेखरप्पा के घर के बाहर उनके परिवार को सांत्वना देने पहुंचे। शेखर के परिवार ने बताया कि उसने पहले शिकायत भी की थी कि भारतीय दूतावास का कोई व्यक्ति उस तक नहीं पहुंचा। वह खारकीव मेडिकल कॉलेज में चौथे साल की पढ़ाई कर रहा था।
बता दें कि, विदेश मंत्रालय सचिव अरिंदम बागची ने छात्र की मौत की पुष्टि करते हुए ट्वीट कर कहा, 'हम बेहद दुख के साथ इस बात की पुष्टि करते हैं कि एक भारतीय छात्र को खारकीव में आज सुबह गोलीबारी में अपनी जान गंवानी पड़ी है। मंत्रालय मृतक छात्र के परिवार के संपर्क में है।'
मंत्रालय ने कहा कि इस दुखद घटना को लेकर हम परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और सहानुभूति रखते हैं। यही नहीं उन्होंने कहा कि विदेश सचिव की ओर से रूस और यूक्रेन के राजदूतों को समन जारी किया गया है। दोनों देशों से मांग की गई है कि भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी की व्यवस्था की जाए।
खारकीव और अन्य शहरों में अब भी कुछ भारतीय छात्र फंसे हुए हैं और उन्हें निकालने के लिए सरकार की ओर से प्रयास तेज कर दिए गए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से आज वायुसेना को भी ऑपरेशन गंगा में शामिल होने का आदेश दिया गया है। इंडियन एयरफोर्स के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान यूक्रेन में फंसे भारतीयों की निकासी के काम में लगेंगे।
यूक्रेन में 20,000 के करीब भारतीय रहते हैं। इनमें से ज्यादा लोग छात्र हैं, जो मेडिकल एवं अन्य कोर्स की पढ़ाई के लिए यूक्रेन में रह रहे थे। यूक्रेन और रूस में जंग के बाद से अब तक करीब 10,000 भारतीय स्वदेश लौट चुके हैं। इनमें से 8,000 लोग खुद से वापस लौटे हैं, जबकि 1,500 लोगों को भारत सरकार के प्रयासों से लाया गया है।