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Ludhiana Court Blast Case : दूसरे शहरों को भी थी दहलाने की योजना, सिख फार जस्टिस का सदस्य जसविंदर जर्मनी में गिरफ्तार

Janjwar Desk
28 Dec 2021 3:44 AM GMT
Ludhiana court bomb blast
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पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने लुधियाना कोर्ट में बम ब्लास्ट पर संज्ञान लिया। एनआईए, एनएसजी और नेशनल बम डेटा सेंटर टीम रवाना लुधियाना के लिए रवाना। 

Ludhiana Court Blast Case : सिख फार जस्टिस का सदस्य जसविंदर को जर्मनी से गिरफ्तार किया गया है।

Ludhiana Court Blast Case : लुधियाना कोर्ट बम ब्लास्ट ( Ludhiana Court Blast Case ) मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों के हवाले से बताया गया है कि दूसरे शहरों को भी दहलाने की साजिश थी। ​इस मामले में सिख फार जस्टिस ( Sikh Far Justice ) का सदस्य जसविंदर ( Jaswvinder ) को जर्मनी ( Germany ) से गिरफ्तार किया गया है। जर्मनी में पुलिस ने प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस ( एसएफजे ) के सदस्य जसविंदर सिंह मुल्तानी ( Jaswinder Singh Multani) को पिछले हफ्ते लुधियाना की एक अदालत में हुए विस्फोट में शामिल होने और दिल्ली और मुंबई को निशाना बनाने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

जर्मन अधिकारियों से की थी कार्रवाई की अपील

इस मामले जर्मनी का शहर और नई दिल्ली में स्थित राजनयिकों का कहना है कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने जर्मन अधिकारियों से उन खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों को गिरफ्तार करने का अनुरोध किया था। इन लोगों के संबंध पाकिस्तान से हैं और जो सीमा पार से पंजाब में हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी में शामिल है। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इससे पहले पंजाब के होशियारपुर का रहने वाला ये 45 साल मुल्तानी एसएफजे के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) का करीबी रहा है। मुल्तानी अलगाववादी गतिविधियों में भी शामिल रहा है।

समय से पहले हुआ था विस्फोट

ताजा अपडेट के मुताबिक मुल्तानी पंजाब में इसी तरह का एक और विस्फोट करने और दूसरी आतंकी गतिविधियां चलाने की योजना बना रहा था। इसके अलावा मुंबई व अन्य शहरों में भी उसकी ब्लास्ट की प्लानिंग थी।

बता दें कि लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट की बात करें तो ये बीते गुरुवार को हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम पांच लोग घायल हुए। शुरुआती जांच में पता चला कि हमला स्थानीय बदमाशों के जरिए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों ने कराया है। हमलावरों ने कोर्ट के ग्राउंड फ्लोर पर धमाके की योजना बनाई थी। इनका मकसद ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना था। हमलावर बम को सक्रिय करने की कोशिश कर रहा था, तभी उसमें धमाका हो गया। अगर प्लानिंग के मुताबिक विस्फोट होता तो ज्यादा लोग मारे जाते।

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