Begin typing your search above and press return to search.
दुनिया

नेपाल: भारत से लगा बॉर्डर खोलने की मांग को लेकर नेपाली नागरिकों का हंगामा, शुरू किया आंदोलन

Janjwar Desk
28 Jan 2021 11:10 AM IST
नेपाल: भारत से लगा बॉर्डर खोलने की मांग को लेकर नेपाली नागरिकों का हंगामा, शुरू किया आंदोलन
x
आवाजाही को फिर से बहाल करने के लिए नेपाल में प्रदर्शन के बाद त्रिवेणी-वाल्मीकिनगर बॉर्डर पर भी दबाव बढ़ गया है, यहां गंडक बराज बॉर्डर पर 36 नम्बर स्थित नेपाली चेकपोस्ट तक नेपाली लोगों ने प्रदर्शन किया है..

जनज्वार ब्यूरो/पटना। नेपाल में मचे सियासी घमासान के बीच वहां के भारतीय बॉर्डर को खोलने के लिए नेपाली नागरिकों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। नेपाल सरकार द्वारा पिछले दिनों कई ऐसे नियम-कानून बना दिए गए, जिससे सदियों से भारत-नेपाल के बीच चल रहे रोटी-बेटी के रिश्ते पर असर पड़ा है।

इन सबके बीच नेपाल की ओर से भारतीय सीमा पर लगाए गए बैरियर को हटाने और आवाजाही की इजाजत देने के लिए नेपाली नागरिकों का आंदोलन शुरू हुआ है। बिहार के पश्चिम चंपारण जिला के बगहा के बॉर्डर पर नेपाली नागरिकों का यह आंदोलन शुरू हुआ है।इसके बाद भारतीय सुरक्षा बल भी चौकस हो गए हैं।

जानकारी के अनुसार, भारतीय बॉर्डर को खोलकर आवाजाही को फिर से बहाल करने के लिए नेपाल में प्रदर्शन के बाद त्रिवेणी-वाल्मीकिनगर बॉर्डर पर भी दबाव बढ़ गया है। नेपाल सरकार के खिलाफ वाल्मीकिनगर गंडक बराज बॉर्डर पर 36 नम्बर स्थित नेपाली चेकपोस्ट तक नेपाली लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया है।

बता दें कि नेपाल की ओर से यह बैरियर लगाया गया है। बैरियर न हटाने की वजह से सीमा पर आम आवाजाही बंद है। इससे दोनों देशों के बीच रोटी-बेटी के रिश्ते पर सीधा असर पड़ा है। बॉर्डर बन्द होने के कारण तय शादियां भी टूट रही हैं जिसके कारण सीमाई क्षेत्रों के लोग आंदोलन पर उतर गए हैं। बता दें कि बड़ी संख्या में नेपाल के लोगों की भारत के लोगों के साथ शादी संबन्ध होते हैं।

यह सीमाबन्दी कोरोना के नाम पर शुरू की गई थी। कोरोना के कारण पिछले साल 23 मार्च को ही दोनों देशों की सीमा को सील कर दिया गया था और दोनों ओर से आवाजाही बंद कर दी गई थी। इसके बाद लगभग 10 महीने से वाल्मीकिनगर बॉर्डर पर आवाजाही पूरी तरह बन्द है।

इसके बाद अब नेपाल में बॉर्डर खोलने के लिए आंदोलन शुरू हो गया है। इस आंदोलन को देखते हुए भारतीय सुरक्षा एजेंसियां भी चौकस हो गई हैं।

Next Story

विविध