New Prime Minister of Pakistan : कौन हैं शहबाज शरीफ, जो इमरान की जगह बनेंगे पाकिस्तान के PM
Pakistan Political Crisis : पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के नेता और भावी पीएम शहबाज शरीफ।
New Prime Minister of Pakistan : बीती रात पाकिस्तान नेशनल असेंबली में विश्वास मत हारने के बाद जहां इमरान खान ( Imran Khan ) पूर्व पीएम होने वाले हैं, वहीं एक से दो दिनों के अंदर पाकिस्तान मुस्लिम नवाज ( PML-N) के नेता शहबाज शरीफ ( Shahbaz Sharif ) वहां के प्रधानमंत्री ( New Prime Minister Pakistan ) बन जाएंगे। विपक्षी दलों के नेताओं के साथ शहबाज शरीफ ( Shahbaz Sharif ) आज राष्ट्रपति अल्वी के सामने पीएम पद का दावा पेश करेंगे।
दरअसल, शहबाज शरीफ ( Shahbaz Sharif ) पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई है। वह अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के समर्थन से सरकार बनाने जा रहे हैं। इसके साथ ही अब इस बात की चर्चा है कि शहबाज शरीफ कौन हैं, पाकिस्तान की राजनीति की राजनीति में कब से सक्रिय हैं। अब तक इन्होंने क्या किया है, जिसकी वजह से विपक्षी दलों के नेता उन्हें पीएम पद के लिए समर्थन देने का ऐलान कर चुके हैं।
New Prime Minister of Pakistan : कौन हैं शहबाज शरीफ?
वर्तमान में शहबाज शरीफ ( Shahbaz Sharif ) पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ( PML-N ) के अध्यक्ष हैं। उनका जन्म 1950 में लाहौर में एक उद्योगपति परिवार में हुआ था। वह पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं। वह तीन बार पाकिस्तान पंजाब के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ ( Shahbaz Sharif ) ने अगस्त 2018 में प्रधानमंत्री की कुर्सी के लिए दावा पेश किया था, लेकिन बिलावल भुट्टो के नेतृत्व वाली पीपीपी ने आखिरी समय में उन्हें समर्थन देने से इनकार कर दिया था। यही वजह है कि 4 साल पहले इमरान खान ( Imran Khan ) का पाकिस्तान का प्रधानमंत्री ( PM Pakistan ) बनने से चूक गए थे। शहबाज शरीफ लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज यूनिवर्सिटी से स्नातक हैं। 1985 में शरीफ लाहौर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष बने।
पीएमएल-एन नेता शहबाज शरीफ ( PML-N Leader Shahbaz Sharif ) 1988 में पहली बार पंजाब प्रांतीय विधानसभा के लिए चुने गए। 1990 में नेशनल असेंबली के लिए चुने गए। 1993 में फिर से प्रांतीय चुनाव लड़ा। पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता बने। 1997 में वे पहली बार पंजाब प्रांत के सीएम बने।
1999 में तत्कालीन पाकिस्तानी सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ द्वारा सैन्य तख्तापलट के बाद शहबाज शरीफ को जेल में डाल दिया गया था। बाद में उन्हें सऊदी अरब में निर्वासित कर दिया गया था। पीएमएल-एन प्रमुख 2007 में पाकिस्तान लौट आए और अगले साल वे तीसरी बार पंजाब प्रांत के सीएम बने।
पनामा पेपर्स से जुड़े एक मामले में पूर्व पीएम नवाज शरीफ के दोषी पाए जाने के बाद 2017 में उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश किया। फरवरी 2018 में उन्हें पीएमएल-एन के अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया।
इमरान सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार के आरोप में शहबाज शरीफ को सितंबर 2020 में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) ने गिरफ्तार किया था। उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक शहबाज शरीफ के पाकिस्तानी आर्मी से अच्छे संबंध हैं।
पीएम पद से बेदखल हुए इमरान खान
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान में जारी हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद आखिरकार इमरान खान पाकिस्तान की सत्ता से बेदखल हो गए हैं। पाकिस्तान नेशनल असेंबली के कुल 174 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया। विपक्ष को इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए 172 वोट प्राप्त करने की आवश्यकता थी। अब विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ के पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनने को तैयार हैं।
बिलावल ने 30 मार्च को बताया था पीएम पद का उम्मीदवार
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने 30 मार्च को विपक्षी दलों की एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्ष की पसंद के रूप में शहबाज शरीफ की उम्मीदवारी का ऐलान किया था। शहबाज शरीफ रविवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से भी मुलाकात करेंगे। विश्वास मत जीतने के बाद शहबाज ने संकल्प जताया कि नई सरकार प्रतिशोध की राजनीति में शामिल नहीं होगी।