शी जिनपिंग के चीन में अब केवल पुरुषों का राज, पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति में शामिल एक मात्र महिला को भी दिखाया बाहर का रास्ता
शी के चीन में अब केवल पुरुषों का राज, पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति में शामिल एक मात्र महिला को भी दिखाया बाहर का रास्ता
China News : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ( Xi Jinping ) आगामी पांच साल के वहां के राष्ट्रपति ( President ) चुन लिए गए हैं। चार दशक पुराने नियम को त़ोड़ते हुए उन्हें रिकॉर्ड तीसरी बार कल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना ( CCp ) का महासचिव चुना गया था। पार्टी संस्थापक माओ जेदोंग के बाद वह ऐसे पहले चीनी नेता हैं, जो इस पद पर तीसरे कार्यकाल के लिए चुने गए हैं।
इसके साथ ही चीन में एक रिकॉर्ड और बना है। अब चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 7 सदस्यीय पोलित ब्यूरो ( Politburo ) की स्थायी समिति में कोई महिला सदस्य नहीं है। पिछले पोलित ब्यूरो में एक महिला सुन चुनलन ( Sun Chunlan ) थी, जो इस बार रिटायर कर गईं। पिछले 25 सालों में ऐसा पहली बार होगा जब पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति यानि चीन की टॉप लीडरशिप में कोई महिला नहीं है। यानि शी जिनपिंग ( Xi Jinping ) के राज में पूरी तरह पुरुषों का एकाधिकार कायम हो गया है।
अब ये सात लोग चलाएंगे चीन
7 पुरुषों से भरी यह स्थायी समिति ही अब अगले 5 साल तक देश पर शासन करेगी। पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति में जो लोग शामिल हैं उनमें शी जिनपिंग ( Xi Jinping ), ली कियांग, झाओ लेजी, वांग हुनिंग, काई क्यूई, डिंग ज़ुएक्सियांग और ली शी का नाम शामिल है।
चीन की राजनीत में मची उथल-पुथल
बता दें कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ( Xi Jinping ) को सीपीसी के महासम्मेलन यानि में एक दिन पहले शक्तिशाली केंद्रीय समिति में चुना गया था। हालांकि, वह आधिकारिक सेवानिवृत्त आयु यानि 68 वर्ष की सीमा पार कर चुके हैं। साथ ही उनका 10 साल का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। इसके बावजूद उन्हें चुना गया है। दूसरी तरफ पार्टी में नंबर 2 के नेता व प्रधानमंत्री ली क्विंग समेत अधिकतर सीनियर नेता या तो रिटायर हो चुके हैं या वे केंद्रीय समिति से बाहर का रास्ता शी ने दिखा दिया है। यही वजह है कि चीन की राजनीति और सरकार में उथल-पुथल मची है।