Russia-Ukraine War के बीच कीव में आज से कामकाज शुरू करेगा भारतीय दूतावास, NATO में फिनलैंड-स्वीडन की एंट्री पर तुर्की के राष्ट्रपति ने अटकाया रोड़ा
Russia-Ukraine War के बीच कीव में आज से कामकाज शुरू करेगा भारतीय दूतावास, NATO में फिनलैंड-स्वीडन की एंट्री पर तुर्की के राष्ट्रपति ने अटकाया रोड़ा
Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच बीते करीब तीन महीने भीषण युद्ध जारी है। इस बीच रूसी सेना अलग-अलग मोर्चों के बजाए पूर्वी यूक्रेन से आगे की ओर बढ रही है। राजधानी कीव में हमलों की कमी आई है। कई देशों के दूतावासों ने फिर से काम करना भी शुरू कर दिया है। कीव में भारतीय एम्बेसी (Indian Embassy In Kyiv) भी आज से अपना काम करना शुरू कर देगी। विदेश मंत्रालय (MEA India) ने इसे लेकर कहा है कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास, जो अस्थायी रूप से वारसॉ (पोलैंड) में चल रहा था, 17 मई से कीव में अपना संचालन फिर शुरू करेगा।
दूसरी ओर नाटो के सदस्य देश तुर्की ने स्वीडन और फिनलैंड की संगठन की मेंबरशिप पर रोड़ा अटका दिया है। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगान का कहना है कि अगर स्वीडन और फिनलैंड तुर्की पर प्रतिबंध लगाते हैं तो वो भी नाटों में उनकी एंट्री को मंजूरी नहीं देंगे।
एर्दोगान ने अंकारा में एक प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि स्वीडिश और फिनिश डिप्लोमैट्स को हमें मनाने के लिए तुर्की आने की जहमत नहीं उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वीडन आतंकवादी संगठनों के लिए एक घोंसला है।
इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने इशारा किया है कि उन्हें स्वीडन और फिनलैंड के नाटों में शामिल होने को लेकर कोई खास दिक्कत नहीं है। सोमवार को उन्होंने कहा कि नाटो विस्तार से रूस के लिए कोई सीधा खतरा नहीं है. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर इस इलाके में मिलिट्री इन्फ्रांस्ट्रक्चर डेवलपर किया जाता है तो इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।
सोमवार की रात यूक्रेन के मारियुपोल के अजोवस्टल स्टील प्लांट से राहत भरी खबर सामने आई। यहां यूक्रेन और रूसी सेना के बीच चल रही लड़ाई (Russia Ukraine War) खत्म हो गई है। इस स्टील प्लांट में फंसे 260 सैनिकों को निकाल लिया गया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने इन सभी सैनिकों की हौंसला अफजाई की।