Twitter New Policy : एलन मस्क के ताजा ऐलान से नफरती बयान देने वाले नेताओं की लगने वाली है बाट, अब ऐसे पोस्ट होंगे डिबूस्ट
Twitter New Policy : जब से एलन मस्क ( Elon musk ) ट्विटर ( Twitter ) के मालिक बने हैं, तभी से वो हर रोज कुछ न कुछ नया करने में लगे हैं। एलन मस्क ट्विटर को अब अपने हिसाब और अंदाज में चलाना चाहते हैं। उन्होंने एक ट्विट के जरिए जल्द ही ट्विटर के नये पॉलिसी ( Twitter New Policy ) पर अमल का संकेत दिया है। मस्क के ऐलान से साफ है कि वो अभिव्यक्ति की आजादी ( freedom of speech ) के खिलाफ बिल्कुल नहीं हैं, लेकिन ट्विटर पर निगेटिव ( hate speech ) और भड़काऊ पोस्ट अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। ऐसे पोस्ट के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
एलन मस्क ( Elon musk ) ने अपने ट्वीट में साफ शब्दों में बता दिया है कि ट्विटर की नई पॉलिसी ( Twitter news policy ) में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, लेकिन पहुंच की स्वतंत्रता नहीं है। यानि नकारात्मक/घृणास्पद ट्वीट्स को अधिकतम डीबूस्ट किया और डिमोनेटाइज किया जाएगा। ट्विटर पर कोई विज्ञापन या अन्य रेवेन्यू का साधन उपलब्ध नहीं होगा। जब तक आप इसे विशेष रूप से नहीं खोजेंगे, आपको ट्वीट नहीं मिलेगा।
मस्क हेट स्पीच के खिलाफ
अगर एलन मस्क ( Elon Musk ) ने नई पॉलिसी पर सख्ती से अमल किया तो उन भारतीय नेताओं का सबसे बुरा होगा जो नफरती बयानों के आधार पर ही राजनीति करते हैं। ऐसे नेता पार्टियों में शामिल हैं। चाहे आप कांग्रेस दिग्विजय सिंह, भाजपा के गिरिराज सिंह, टी राजा, एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी, संजय राउत व अन्य का क्या होगा। बड़ी संख्या में हेट स्पीच, जाति, धर्म के आधार पर राजनीति करने वाले ऐसे नेता या तो कोई दूसरा रास्ता तलाशेंगे या फिर नुकसान उठाने के लिए तैयार रहेंगे।
पहले के बैन अकाउंट्स फिर से होने लगे बहाल
मस्क ने ट्विटर पर बैन किए गए अकाउंट्स को फिर से बहाल करने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने हाल ही में अमेरिकी कॉमेडियन कैथी ग्रिफिन और प्रोफेसर जॉर्डन पीटरसन के अकाउंट्स को फिर से बहाल कर दिया है। व्यंगात्मक वेबसाइट बेबीलोन बी के अकाउंट को भी बहाल कर दिया गया है। मस्क ने खुद ट्वीट करके इसकी जानकारी दी थी, लेकिन उन्होंने अभी तक अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप या फिर भारतीय अभिनेत्री कंगना रानौत का अकाउंट बहाल नहीं किया है।
Twitter New Policy : बता दें कि एलन मस्क ( Elon Musk ) ट्विटर ( Twitter ) को अपने नियंत्रण में लेने के बाद बड़े स्तर पर शीर्ष से लेकर छोटे स्तर पर भी कर्मचारियों की छंटनी की। कंपनी के CEO पराग अग्रवाल सहित बड़े पदों पर कार्य करने वाले अन्य कई अधिकारियों को भी बाहर का रास्ता दिखाया। कर्मचारियों को 'हार्डकोर वर्क' कल्चर डेवलप करने का आदेश दिया। इसके बाद से कर्मचारियों के इस्तीफे की छड़ी लग गई। इतना ही नहीं ट्विटर पर ही #RIPTwitter भी ट्रेंड करने लगा था। उन्होंने ट्विटर पर ब्लू टिक को चार्जेबल कर दिया था। मतलब पैसे देकर कोई भी कोई भी ब्लू टिक ले सकता था। इससे ट्विटर पर फेक अकांउट्स की संख्या बढ़ने लगी थी। इस बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपने इस फैसले को वापस ले लिया था। हालांकि उन्होंने संकेत दिए हैं कि वे जल्द ही इससे जुड़ा नया नियम लेकर आएंगे।