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बिहार चुनाव 2020

अभी-अभी: जदयू में शामिल हुए पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय, वीआरएस लेकर आए थे चर्चा में

Janjwar Desk
27 Sep 2020 11:33 AM GMT
अभी-अभी: जदयू में शामिल हुए पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय, वीआरएस लेकर आए थे चर्चा में
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पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू की सदस्यता दिलाते हुए (Photo:social media)

बिहार के डीजीपी पद से इस्तीफा देनेवाले गुप्तेश्वर पाण्डेय ने आखिरकार आज जदयू का दामन थाम लिया, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज उन्हें जदयू की सदस्यता दिलाई, इससे पहले कल उन्होनें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जदयू कार्यालय में मुलाकात की थी, हालांकि उन्होंने कल जदयू में शामिल होने की खबर पर कहा था कि अभी फैसला नहीं लिया है...

जनज्वार ब्यूरो, पटना बिहार के डीजीपी पद से इस्तीफा देनेवाले गुप्तेश्वर पाण्डेय ने आखिरकार आज जदयू का दामन थाम लिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज उन्हें जदयू की सदस्यता दिलाई। इससे पहले कल उन्होनें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जदयू कार्यालय में मुलाकात की थी। हालांकि उन्होंने कल जदयू में शामिल होने की खबर पर कहा था कि अभी फैसला नहीं लिया है।

इस मौके पर गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कहा 'मुझे खुद मुख्यमंत्री ने बुलाया और शामिल होने के लिए कहा । मैं सीधा आदमी हूं और राजनीति नहीं समझता। अबतक मैंने समाज के निचले तबकों के लिए काम किया है।'

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी सदस्यता की पर्ची देकर और पार्टी का साफ पहनाकर सदस्यता दिलाई। इस मौके पर सांसद ललन सिंह ने उनकी खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्षों में जहां-जहां सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं हुईं, वहां इन्हें भेजा गया और इन्होंने वहां जाकर सांप्रदायिक सद्भाव कायम किया।

इससे पहले उन्होंने नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की थी, जिसके बाद ऐसी चर्चाएं शुरू हो गईं थीं। 25 सितंबर, शुक्रवार को बिहार में चुनावी तिथियों की घोषणा हुई हैं। सीएम नीतीश कुमार और उनकी कार्यप्रणाली की तारीफ करते हुए उन्होंने और भी कई बातें कहीं थीं।

पिछले 22 सितंबर की रात गुप्तेश्वर पाण्डेय के वीआरएस को राज्यपाल की मंजूरी मिली थी। उसके बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि वे राजनीतिक पारी खेल सकते हैं। यह कयास लगाया जा रहा था कि वे बक्सर विधानसभा क्षेत्र या फिर बाल्मीकि नगर लोकसभा उपचुनाव में प्रत्याशी हो सकते हैं।

वीआरएस लेने के अगले दिन 23 सितंबर को गुप्तेश्वर पाण्डेय ने यह कहा था कि उनके पास कई जिलों के लोग आ रहे हैं और चुनाव लड़ना कोई गलत बात तो नहीं। बाद में मीडिया में उनके हवाले से यह भी कहा गया कि उन्हें बिहार के दर्जन भर विधानसभा क्षेत्रों से ऑफर आ रहे हैं और वे कहीं से भी लड़ें, जीत सकते हैं।

इस बीच पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने शुक्रवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार की खूब तारीफ की थी और यहां तक कह दिया था कि 'नीतीश इज द बेस्ट सीएम'। उन्होंने नीतीश कुमार की सरकार द्वारा लागू किए गए शराबबंदी कानून की भी खूब तारीफ की थी। वैसे इस कानून के लागू होने के बाद उन्होनें भी इसे लेकर बड़े स्तर पर जागरूकता और जनजागरण अभियान चलाया था।

उन्होंने राज्य सरकार द्वारा बिजली, सड़क आदि के क्षेत्र में किए वये काम की भी खूब तारीफ की थी। गुप्तेश्वर पांडेय ने अपने भविष्य की योजनाओं का खुलासा करते हुए कहा था कि उनके समर्थकों की प्रबल इच्छा है कि वे राजनीति में अपनी नयी पारी की शुरुआत करें। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें बिहार के डीजीपी के तौर पर खुलकर काम करने का मौका दिया। मुख्यमंत्री ने उन्हें योग्य समझा तभी तो बिहार की 12 करोड़ की जनता की सेवा का मौका दिया।

कोरोना संकट के दौरान सरकार के काम-काज की चर्चा करते हुए कहा था कि इस दौर में बिहार सरकार ने बेहतरीन काम किया। इस दौरान पुलिस विभाग को काम करने की पूरी आजादी दी गयी। पुलिस भी सरकार के भरोसे पर खरी उतरी और कोरोना कंट्रोल में बड़ी भूमिका अदा की।

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