Adani : भविष्य के लिए बड़ा खतरा न बन जाए LIC का अडानी ग्रुप में बढ़ता निवेश, 2 सालों में 10 गुना बढ़कर 74 हजार करोड़ तक पहुंचा
Adani : भविष्य के लिए बड़ा खतरा न बन जाए LIC का अडानी ग्रुप में बढ़ता निवेश, 2 सालों में 10 गुना बढ़कर 74 हजार करोड़ तक पहुंचा
Gautam Adani LIC : विश्व के दौलतमंद लोगों के क्लब में तेजी से उभरते भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी की कई कंपनियों में भारतीय जीवन बीमा निगम का निवेश आश्चर्यजनक ढंग से बढ़ने लगा है। बीते दो सालों में इसमें असाधारण वृद्धि देखी गई है। अर्थव्यवस्था के जानकारों के मुताबिक एलआईसी का इतना बड़ा निवेश एक ही ग्रुप की कंपनियों में करना भविष्य के लिहाज से सुखद संकेत नहीं हैं। दो साल पहले इस निवेश की गति कुछ काम थी, लेकिन सितंबर 2020 के बाद से केवल आठ तिमाहियों में एलआईसी ने अडानी समूह की सात लिस्टेड कंपनियों में से चार में अपनी हिस्सेदारी में तेजी से वृद्धि की है।
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्टॉक एक्सचेंज में अडानी समूह की कंपनियों की फाइलिंग से पता चला कि सात कंपनियों में एलआईसी की हिस्सेदारी का कुल मूल्य आज की तारीख में 74,142 करोड़ रुपये है। यह अडानी समूह के कुल बाजार मूल्य 18.98 लाख करोड़ रुपये का 3.9 फीसदी है। फ्लैगशिप अडानी एंटरप्राइजेज में सितंबर 2020 में एलआईसी की हिस्सेदारी 1 फीसदी से कम थी, लेकिन अब ये हिस्सेदारी बढ़कर 4.02 फीसदी हो गई है।
वहीं अडानी टोटल गैस में भी सितंबर 2020 में एलआईसी की हिस्सेदारी 1 प्रतिशत से कम थी जो अब बढ़कर 5.77 फीसदी हो गई है। सितंबर 2020 से लेकर सितंबर 2022 के बीच अडानी ट्रांसमिशन में एलआईसी की हिस्सेदारी 2.42 फीसदी से बढ़कर 3.46 फीसदी हो गई है। अडानी ग्रीन एनर्जी में यह सितंबर 2020 में 1 फीसदी से कम थी, जो अब बढ़कर 1.15 फीसदी हो गई है। अडानी पोर्ट्स में एलआईसी की हिस्सेदारी 9.61 प्रतिशत है। वहीं दो अन्य कंपनियां अडानी पावर और अडानी विल्मर हैं, जिसमे एलआईसी की हिस्सेदारी 1 प्रतिशत से कम है।
अडानी समूह में एलआईसी की यह हिस्सेदारी पिछले 2 सालों में करीब 10 गुना बढ़ गई है। आंकड़ों के अनुसार अडानी समूह में एलआईसी की हिस्सेदारी सितंबर 2020 में 7,304 करोड़ रुपये थी, जो सितंबर 2022 में बढ़कर 74,142 करोड़ रुपये हो गई है। ये अडानी समूह की कुल बाजार मूल्य का 7.8 प्रतिशत है। बता दें कि अडानी समूह ने एनडीटीवी का भी अधिग्रहण कर लिया है।
रिपोर्ट के अनुसार पिछले दो वर्षों में एलआईसी ने अडानी समूह की कंपनियों में शेयर खरीदे हैं, जिससे समूह का बाजार पूंजीकरण भी बढ़ा है। 30 सितंबर 2020 को अडानी समूह का मार्केट कैप लगभग 2.78 लाख करोड़ रुपये था, जो अब सात गुना बढ़कर 18.98 लाख करोड़ रुपये हो गया है। अडानी समूह की कंपनियों में एलआईसी का निवेश सभी इक्विटी म्यूचुअल निवेशों की होल्डिंग से पांच गुना से अधिक है। 31 अक्टूबर 2022 तक केवल 15,701 करोड़ रुपये के (करीब 1 प्रतिशत) इक्विटी फंड का अडानी समूह में निवेश था।