Begin typing your search above and press return to search.
स्वास्थ्य

Gender Change In Meerut : दो युवक 4 घंटे में बने लड़की, मेडिकल कॉलेज में सर्जरी से करवाया जेंडर चेंज

Janjwar Desk
11 Jun 2022 9:00 AM GMT
Gender Change In Meerut : दो युवक 4 घंटे में बने लड़की, मेडिकल कॉलेज में सर्जरी से करवाया जेंडर चेंज
x

Gender Change In Meerut : दो युवक 4 घंटे में बने लड़की, मेडिकल कॉलेज में सर्जरी से करवाया जेंडर चेंज

Gender Change In Meerut : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ (Meerut) में एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिस्ट ब्लॉक में वरिष्ठ सर्जन डॉ. सुधीर राठी और उनकी टीम ने दो युवकों को सर्जरी कर लड़की बनाया है, पश्चिमी यूपी के मेडिकल कॉलेज में पहली बार नई तकनीक से पुरुष से महिला बनाने के लिए सर्जरी की है, जो करीब 4 घंटे चली है...

Gender Change In Meerut : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ (Meerut) में एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिस्ट ब्लॉक में वरिष्ठ सर्जन डॉ. सुधीर राठी और उनकी टीम ने दो युवकों को सर्जरी (Gender Change In Meerut) कर लड़की बनाया है। डॉ. राठी ने दावा किया है कि पश्चिमी यूपी के मेडिकल कॉलेज में पहली बार नई तकनीक से पुरुष से महिला बनाने के लिए सर्जरी (Gender Change In Meerut) की है, जो करीब 4 घंटे चली है।

एक हिंदू तो दूसरी है मुस्लिम

साथ ही डॉ. ने बताया कि इनमें से एक मुजफ्फरनगर जिले से है और दूसरे का घर बिजनौर जिले में है। एक की अस्पताल से छुट्टी हो चुकी है जबकि एक अस्पताल में अभी भी भर्ती है। एक की आयु 18 वर्ष है तो दूसरे की 24 वर्ष है। सर्जरी में बड़ी आंत का इस्तेमाल नई वैजाइना बनाने के लिए किया गया हैं। यह प्रक्रिया सिग्मॉइड वैजिनोप्लास्टी के रूप में जानी जाती है। एक लड़की हिन्दू तो दूसरी मुस्लिम धर्म को मानने वाली है। इनके परिवार को जब इनकी परेशानी का पता चला तो इन्होंने मेडिकल कॉलेज में संपर्क किया और फिर उन्होंने और उनकी टीम ने प्रशासन से अनुमति की प्रक्रिया पूरी कर यह सर्जरी (Gender Change In Meerut) की।

लड़कियां बनीं, लेकिन पैदा नहीं कर सकतीं संतान

इसके साथ ही डॉ. राठी ने बताया कि लड़कों से लड़की बनने के बाद ये शादी कर सकती हैं, पर संतानोत्पत्ति नहीं हो पाएगी। यानी कि ये संतान पैदा नहीं कर सकतीं है। लड़कियों में एक्सएक्स क्रोमोसोम होते हैं, जबकि लड़कों में एक्सवई क्रोमोसोम। इनमें एक्सएक्स थे, जिस वजह से इनमें लड़कियों के लक्षण थे। इनकी हार्मोनल दवाइयां और मनोचिकित्सक से काउंसिलिंग की गई।

मेडिकल साइंस ने की बहुत तरक्की

प्रचाय डॉ. आरसी गुप्ता का कहना है कि मेडिकल साइंस ने अब इतनी तरक्की कर ली है कि जो जिस तरह से जिंदगी जीना चाहे, वो उस तरह से जी सकता है। मेडिअकाल कॉलेज सर्जरी (Gender Change In Meerut) में नई ऊंचाइयां छू रहा है, अब दिल्ली या किसी और बड़े सेंटर जाने की जरुरत नहीं है।

क्यों कराई जाती है ऐसी सर्जरी

जिला अस्पताल के मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर कमलेंद्र किशोर का कहना है कि ज्यादातर मामलों में समाज में स्वीकार्यता के होते हैं। व्यक्ति जैसा रहना चाहता है उसी रूप में लोग उसको स्वीकार करें, इसलिए भी इस तरह की सर्जरी कराई जाती हैं। इसके अलावा कुछ हार्मोनल समस्याएं होती हैं, इस कारण से भी लोग ऐसा करते हैं।


(जनता की पत्रकारिता करते हुए जनज्वार लगातार निष्पक्ष और निर्भीक रह सका है तो इसका सारा श्रेय जनज्वार के पाठकों और दर्शकों को ही जाता है। हम उन मुद्दों की पड़ताल करते हैं जिनसे मुख्यधारा का मीडिया अक्सर मुँह चुराता दिखाई देता है। हम उन कहानियों को पाठक के सामने ले कर आते हैं जिन्हें खोजने और प्रस्तुत करने में समय लगाना पड़ता है, संसाधन जुटाने पड़ते हैं और साहस दिखाना पड़ता है क्योंकि तथ्यों से अपने पाठकों और व्यापक समाज को रू—ब—रू कराने के लिए हम कटिबद्ध हैं।

हमारे द्वारा उद्घाटित रिपोर्ट्स और कहानियाँ अक्सर बदलाव का सबब बनती रही है। साथ ही सरकार और सरकारी अधिकारियों को मजबूर करती रही हैं कि वे नागरिकों को उन सभी चीजों और सेवाओं को मुहैया करवाएं जिनकी उन्हें दरकार है। लाजिमी है कि इस तरह की जन-पत्रकारिता को जारी रखने के लिए हमें लगातार आपके मूल्यवान समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है।

सहयोग राशि के रूप में आपके द्वारा बढ़ाया गया हर हाथ जनज्वार को अधिक साहस और वित्तीय सामर्थ्य देगा जिसका सीधा परिणाम यह होगा कि आपकी और आपके आस-पास रहने वाले लोगों की ज़िंदगी को प्रभावित करने वाली हर ख़बर और रिपोर्ट को सामने लाने में जनज्वार कभी पीछे नहीं रहेगा, इसलिए आगे आयें और जनज्वार को आर्थिक सहयोग दें।)

Next Story

विविध