महात्मा गांधी के बलिदान दिवस 30 जनवरी को सुपौल से पटना तक निकलेगी सत्याग्रह पदयात्रा, सैकड़ों लोग होंगे शामिल
सुपौल। कोशी नव निर्माण मंच द्वारा सुपौल के व्यापार संघ में आयोजित सत्याग्रह संवाद में महात्मा गांधी के बलिदान दिवस 30 जनवरी से कोशी (सुपौल) से पटना तक सत्याग्रह पदयात्रा निकालने की घोषणा की गई।
संवाद में कोशी नदी के तटबंध के भीतर बाढ़, कटाव की पीड़ा झेलने वाले सभी पुनर्वास से वंचित परिवारों को सर्वे कराकर नए सिरे पुनर्वास दिलाने, लापता कोशी पीड़ित विकास प्राधिकार को सक्रिय कर, उसके अधूरे कार्यक्रमों को लागू कराने, तटबंध के भीतर की सम्पूर्ण जमीन का बाहरी जमीन के दर से मुआवजा देने या सर्वे के नाम पर हो रही धोखाधड़ी व भ्रष्टाचार पर रोक लगाते हुए सभी रैयतों के नाम जमीन का मालिकाना हक दर्ज करते हुए लगान मुक्ति और बर्बाद जमीन की भरपाई का कानून बनाने सहित कोशी समस्या का विज्ञान सम्मत जनपक्षीय समाधान का मुद्दा उठाने का चार सूत्रीय प्रस्ताव सर्व सहमति से पारित किया गया।
यात्रा बैरिया मंच सुपौल से निकल कर सुपौल गांधी मैदान में सभा करते हुए निकलेगी, जो पूर्वी तटबंध पर बढ़ते हुए बकौर, हेमपुर, केदली, नौहट्टा, बलुआहा, महिषी होते कोशी पुल से निकल कर समाजवादी नेता स्व. परमेश्वर कुंअर की शताब्दी जयंती दिवस के दिन उनके गांव तरही जायेगी और उनके स्मृतियों को नमन कर कोशी की लड़ाई के संकल्प को दुहरायेगी। वहां से पश्चिमी तटबंध पर घोंघेपुर होते हुए इटहर, कुशेश्वर में सभा करते हुए राजघाट पर करेह नदी पार करेगी। वहां से रोसड़ा, दलसिंह सराय, मोहिउद्दीन नगर, महनार, बिदूपुर, हाजीपुर होते 12 फरवरी को पटना पहुंचकर सत्याग्रह में तब्दील हो जायेगी। यात्रा में सैकड़ों लोग आपसी सहयोग से चलेंगे।
30 दिसंबर को आयोजित सत्याग्रह संवाद की अध्यक्षता मंच के जिला अध्यक्ष इन्द्रनारायण सिंह, परिषदीय अध्यक्ष संदीप यादव, मोहम्म्द अब्बास, आलोक राय, प्रियंका कुमारी और रूपम कुमारी ने संयुक्त रूप से किया, वहीं संचालन राहुल यादुका ने किया। संवाद कार्यक्रम में मोहम्मद आजाद, सदरूल, भागवत पंडित, संजय, अरुण, चंद्रमोहन, राजेश, कामेश्वर कर्ण, संतोष मुखिया, चंदन मंडल, दुखीलाल, धर्मेंद्र, श्याम यादव, प्रमोद राम, मोहम्मद जुलकार, अखलेश, रणवीर, अब्दुल, परमेश्वर मंडल, जय प्रकाश, NAPM के राज्य संयोजक रामचंद्र यादव, सीता देवी, अर्चना सिंह, प्रीतम यादव, भीम सदा, महेंद्र यादव समेत अनेक लोगों ने अपनी बातें रखीं। सभी ने एक स्वर में सत्याग्रह पदयात्रा सफल करने का संकल्प लिया।