Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

1 अप्रैल से यात्रियों की जेब पर पड़ेंगी टोल टैक्स की मार, अब लखनऊ, दिल्ली, झांसी, सागर हाईवे पर देना होगा ज्यादा टोल

Janjwar Desk
28 March 2022 8:31 AM IST
1 अप्रैल से यात्रियों की जेब पर पड़ेंगी टोल टैक्स की मार, अब लखनऊ, दिल्ली, झांसी, सागर हाईवे पर देना होगा ज्यादा टोल
x

1 अप्रैल से यात्रियों की जेब पर पड़ेंगी टोल टैक्स की मार।

Toll Tax : नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कहना है कि गिट्टी, तारकोल, सीमेंट आदि महंगी होने के कारण मरम्मत में लागत बढ़ी है। इस वजह से टैक्स भी बढ़ाया गया है।

Toll Tax : पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ी कीमतों के बीच अब उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) सहित देश के कुछ अन्य क्षेत्रों के लोगों को टोल टैक्स ( Toll Tax ) भी पहले से ज्यादा देना होगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ( NHAI ) ने इस मामले में वाहन स्वामियों को बड़ा झटका दिया है। टोल टैक्स ( Toll Tax Rate ) की दरों में औसतन 10 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है। टोल टैक्स की नई कीमतें एक अप्रैल से लागू हो जाएंगी। फिलहाल, एनएचएआई ने लखनऊ, दिल्ली, झांसी, सागर हाईवे पर स्थित टोल प्लाजा का टैक्स बढ़ाया है। तय है कि इससे रोजमर्रा की चीजों पर भी कीमतें बढ़ेगी, जिसका सीधा असर आम लोंगों पर होना तय है।

एनएचएआई ( NHAI ) की ओर से जारी बयान के मुताबिक प्रयागराज हाईवे का चौड़ीकरण अधूरा होने के कारण जून तक टैक्स नहीं बढ़ाए जाएंगे। यानि जून के बाद इस हाईवे से गुजरने वालों को भी ज्यादा टोल टैक्स ( Toll Tax ) देना होगा। पहले की तुलना में कार पर 10 से 20 रुपए, जबकि भारी वाहनों पर 120 रुपए तक अतिरिक्त टोल टैक्स अदा करना पड़ेगा। एनएचएआई के अफसरों का कहना है कि अंतिम टोल स्लैब 25 मार्च तक तय होगा।

वर्तमान में अभी कानपुर से लखनऊ आने-जाने के लिए 24 घंटे में कार से 120 रुपए टोल देना पड़ता है। नई दर में 10 से 20 रुपए तक की वृद्धि हो सकती है। कानपुर क्षेत्र के सबसे महंगे टोल प्लाजा बारा जोड़ में अभी कार से जाने-आने पर 225 रुपए टोल पड़ता है, जो 240 रुपए तक बढऩे की संभावना है।

Toll Tax : बता दें कि हर साल वित्तीय वर्ष के अंत में प्रत्येक राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत और रखरखाव में आने वाले खर्च और टोल टैक्स की समीक्षा करता है। इसी आधार पर नई दरें तय की जाती हैं। एनएचएआई ( NHAI ) का दावा है कि गिट्टी, तारकोल, सीमेंट आदि महंगी होेने के कारण मरम्मत में लागत बढ़ी है। इस वजह से टैक्स भी बढ़ाया गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पंकज मिश्रा ने बताया कि किसी टोल पर आठ प्रतिशत तो किसी पर 12 प्रतिशत टैक्स बढ़ाया गया है। औसतन यह 10 प्रतिशत की वृद्धि है। चकेरी से कोखराज ( प्रयागराज ) तक चार लेन के हाईवे को छह लेन का किया जा रहा है।

Next Story

विविध