Aaj Ki Taza Khabar 2 november 2021: पढ़ें देश की बड़ी खबरें, सिर्फ एक क्लिक में जानें आज की ताजा खबर
(आज की ताजा खबरें)
Aaj Ki Taza Khabar 2 november 2021: भाजपा सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमने बोला है। वरुण गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों की मुश्किलों को समझने के लिए बोलने से ज्यादा उनकी बात सुनना आवश्यक है। किसानों के मुद्दे पर वरुण गांधी ने फिर से सरकार को घेरा है। उन्होंने पशुओं की बढ़ती लागत और किसानों को उनकी फसल का एमएसपी ना मिलने के साथ-साथ देश में लगातार बढ़ रही महंगाई जैसे मुद्दों पर खुलकर किसानों के हित में बोला है। इसके साथ ही वरुण गांधी ने भ्रष्टाचार के चक्र को भी समझाया। वरुण गांधी ने साफ तौर पर कहा कि किसानों के साथ हो रहे अत्याचार पर अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए गिड़गिड़ाएंगे नहीं बल्कि खुद कानूनी कार्यवाही करके उन्हें जेल भिजवाने की तैयारी कर रहे हैं।
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टी-20 विश्वकप (T-20 World Cup) में भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) को एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान (Pakistan) के बाद टीम इंडिया न्यूजीलैंड (India Vs New Zealand) के खिलाफ मैच में आठ विकेट से मैच हार गई। हार के बाद भारतीय टीम के प्रशंसकों का सोशल मीडिया पर गुस्सा उतर पड़ा। गनीमत है कि टी-20 विश्वकप भारत में नहीं हो रहा है। न्यूजीलैंड की टीम से मिली हार के बाद कुछ लोग भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) मेंटरशिप पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। इसी कड़ी में टाइम्स नाउ नवभारत पर 'न्यूज की पाठशाला' चलाने वाले एंकर सुशांत सिन्हा ने भी अपने धोनी लपेटने का खूब प्रयास किया। सुशांत ने लिखा कि अगर पीआर टीम रखनी हो तो धोनी भईया जैसी रखें।
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पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की यूपी चुनाव में एंट्री हो गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा जिन्ना की तारीफ करने के बाद से बीजेपी उन पर हमलावर हो गई। बीजेपी और सपा की बयानबाजी में बहुजन समाज पार्टी और औवेसी की पार्टी भी शामिल हो गये हैं। वैसे ये कोई पहला मौका नहीं है जब जिन्ना का जिक्र आया हो और देश की राजनीति का पारा ऊपर न चढ़ा हो। अखिलेश यादव से पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और कांग्रेस नेता प्रसिद्ध अभिनेता शत्रुघन सिन्हा भी जिन्ना की तारीफ कर विपक्ष के निशाने पर आ चुके हैं। पिछले दिनों राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी के शिलान्यास के वक्त जिन्ना का मुद्दा गरमाया था।
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रोहिणी मूसा की ओर से पटाखों की बिक्री को लेकर दायर याचिका पर आज सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने कहा कि जब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों और आतिशबाजी की खरीद-फरोख्त और इस्तेमाल को लेकर आदेश और गाइडलाइन जारी की है तो हाई कोर्ट उसकी समीक्षा नहीं करेगा। लाइसेंस धारक व्यापारियों को कोई रात ना मिलते देख उनकी ओर से याचिका वापस ले ली गई। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा कि वह दिल्ली के भीतर उन लोगों को भी पटाखों की बिक्री की अनुमति नहीं दे सकता है। जो राष्ट्रीय राजधानी के बाहर उनका उपयोग करना चाहते हैं। जहां इसके उपयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं हो सकता है। अब साफ है कि देश की राजधानी दिल्ली में पटाखे की बिक्री (Delhi Firecracker Ban) नहीं होगी। डीपीसीसी की ओर से पेश हुए वकील बालेंदु शेखर ने कहा कि वहां पटाखों की बिक्री निषेध (Delhi Firecracker Ban) होनी चाहिए। जहां वायु की गुणवत्ता खराब श्रणी में है।
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भारतीय किसान संघ (Bharatiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने सरकार पर ताजा हमला किया है। राकेश टिकैत का कहना है कि प्रदर्शनकारी किसान सीमा छोड़कर नहीं जाएंगे। साथ ही उन्होंने 26 नवंबर तक का केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दिया है। राकेश टिकैत ने कहा कि 26 नवंबर तक यदि सरकार द्वारा हमारी मांगे नहीं मानी गई तो पक्की किलेबंदी की जाएगी। राकेश टिकैत ने सोमवार को सुबह करीब 10:00 बजे ट्विटर पर ट्वीट किया और सीधे तौर पर सरकार को चेताया है। उन्होंने सरकार को अल्टीमेटम दिया है। जिसकी समय सीमा 26 नवंबर तय की गई है। बता दें कि राकेश टिकैत ने यह चेतावनी देने से 1 दिन पहले कहा था कि अगर प्रदर्शनकारियों को सीमाओं से जबरन हटाने का प्रयास किया गया तो किसान देशभर के पुलिस थानों के साथ-साथ जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय का भी घेराव करेंगे।
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