दैनिक भास्कर समूह के बाद भारत चैनल के प्रधान संपादक के आवास और कार्यालयों पर आयकर विभाग की छापेमारी
दैनिक भास्कर समूह के बाद भारत समाचार चैनल के कार्यालयों और प्रधान संपादक के आवास पर छापेमारी की खबर है
जनज्वार। समाचार पत्र समूह दैनिक भास्कर के कई राज्य कार्यालयों पर छापेमारी के बाद अब खबर आ रही है कि लखनऊ में भारत समाचार चैनल के प्रधान संपादक के घर पर भी छापेमारी हो गई है। लखनऊ से संचालित होनेवाले इस समाचार चैनल के प्रधान संपादक जाने-माने पत्रकार बृजेश मिश्रा हैं, जो अपनी धारदार तेवर वाली पत्रकारिता के लिए पहचाने जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि आज गुरुवार की सुबह दैनिक भास्कर अखबार समूह के कई राज्यों में स्थित कार्यालयों और समूह मालिकों के दफ्तरों में इंकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा छापेमारी की गई है।
दैनिक भास्कर के अहमदाबाद के एचआर स्टेट हेड के आवास पर भी आयकर विभाग की टीम के पहुंचने की खबर है। समाचार पत्र के अधिकारियों-कर्मचारियों को आनन-फानन में ऑफिस तलब किया गया ताकि आय-व्यय का विवरण हासिल किया जा सके।
बताया जा रहा है कि भारत समाचार चैनल के प्रधान संपादक बृजेश मिश्रा के लखनऊ स्थित गोमती नगर में विपुल खंड के आवास पर इनकम टैक्स की टीमों ने छापेमारी की है। बृजेश मिश्रा लगातार अपने चैनल पर तेवरदार पत्रकारिता कर रहे थे।
इस बीच यह खबर भी सामने आ रही है कि भारत समाचार चैनल के स्टेट हेड वीरेंद्र सिंह के आवास पर भी छापेमारी के लिए आयकर विभाग की टीम पहुंच गई है। वीरेंद्र सिंह का आवास लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में है। यहाँ भी छापा मारने इनकम टैक्स की टीमें पहुँची हैं।
ये भी खबर सामने आ रही है कि भारत समाचार चैनल के विभिन्न कार्यालयों पर भी आयकर की टीमों ने छापेमारी की है। भारत समाचार चैनल पर हालांकि, इस छापेमारी को लेकर खबरें भी प्रसारित की जा रही हैं।
भारत समाचार पर इनकम टैक्स का छापा डाले जाने पर वरिष्ठ पत्रकार सुशील दुबे जनज्वार से कहते हैं कि "जो उन्नाव में पत्रकार थप्पड़ कांड हुआ था, उसके बाद मिठाई खिलाकर मामला रफा-दफा हो गया। ये सरकार या उसके प्रशाशन को बिल्कुल बर्दास्त नहीं है कि आप कुछ उनके बारे में सच लिखें या दिखाएं। ये लोग नहीं चाहते उअप जनता की पत्रकारिता करो। ब्रजेश ने पूरे कोरोना काल मे जनता से जुड़े मुद्दों पर बात की, सरकार की खिंचाई की। वो चाहे भारत समाचार हो या फिर जनज्वार हो जनता के लिए खड़ा होगा तो इस सरकार का दुश्मन है।"
वरिष्ठ पत्रकार विष्णु त्रिपाठी कहते हैं कि "सरकार लोकतंत्र का दमन कर रही है। आप या तो उनके मुताबिक सुर में सुर मिलाइए या फिर इस तरह के छापों और जांचों के लिए तैयार रहिए, जैसा आज भास्कर और भारत समाचार झेल रहा है। याद कीजिये भास्कर ने कोरोना की त्रासदी के दौरान दिल लूटने वाली पत्रकारिता की थी, यह उसी का नतीजा है। सरकार जो कर रही है वह इसी तरह परेशान किया जाएगा। यह आप पर है कि डटकर मुकाबला कीजिये अथवा कथित गोदी मीडिया की जमात में शामिल हो जाइए।"