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Assam Clash: पुलिस के साथ क्यों हुई हिंसक झड़प जिसमें 2 ग्रामीणों की हो गई मौत और पुलिसकर्मी भी हुए घायल ?

Janjwar Desk
24 Sep 2021 4:43 AM GMT
Assam Clash: पुलिस के साथ क्यों हुई हिंसक झड़प जिसमें 2 ग्रामीणों की हो गई मौत और पुलिसकर्मी भी हुए घायल ?
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(असम में हुई झड़प के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं)

Assam Clash: असम के दरांग जिले के ढोलपुर में गुरुवार को पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई जिसमें कम से कम दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है जबकि 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं..

Assam Clash : (जनज्वार)।असम के दरांग (Darang) जिले में गुरुवार को कब्जा हटाने गई पुलिस की अतिक्रमणकारियों से झड़प हो गई। अतिक्रमण हटाने को लेकर यहां बड़ा बवाल हो गया है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक असम के दरांग जिले के ढोलपुर में गुरुवार को पुलिस और स्थानीय लोगों (Local Villagers) के बीच हिंसक झड़प हो गई जिसमें कम से कम दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है जबकि 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं। उधर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने घटना की आलोचना की है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा है कि असम राज्य प्रायोजित आग में जल रहा है। मैं असम में अपने भाई-बहनों के साथ खड़ा हूं.ल। भारत का कोई भी बच्चा इसके लायक नहीं है।

असम के सिपाहझार (Sipahjhar) में हुई इस झड़प के वीडियो भी सामने आए हैं। इसमें भारी संख्या में पुलिसवाले मौजूद हैं। पुलिस का कहना है कि पहले लोगों ने पथराव शुरू किया। इसके बाद पुलिस ने सख्ती बरती। वायरल वीडियो (Viral Video) में कुछ पुलिसकर्मी गोलियां चलाते भी नजर आ रहे हैं। एक शख्स लाठी लेकर पुलिसकर्मियों की ओर बढ़ता है। इसके बाद कई पुलिसकर्मी उस पर टूट पड़ते हैं। बताया जाता है कि यहां सोमवार से तनाव का माहौल था। पुलिस के मुताबिक, उसके भी 9 जवान घायल हुए हैं।

दरांग जिले के एसपी सुशांत बिस्वा सरमा (SP Sushant Biswa Sarama) ने बताया कि अतिक्रमणकारियों ने प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध करते हुए पथराव शुरू कर दिया था। इसमें 9 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। घटना में दो ग्रामीण भी घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं। बताया जा रहा है कि एसपी सुशांत बिस्वा सरमा मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के सगे भाई हैं।

सुशांत बिस्वा सरमा ने बताया कि जख्‍मी लोगों का इलाज कर रहे चिकित्सकों ने सहायक उप निरीक्षक (ASI) मोनीरुद्दीन की हालत बेहद नाजुक बताई है। उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कालेज अस्पताल (Guwahati Medical College and Hospital) में स्थानांतरित कर दिया गया है। मृतकों की पहचान सद्दाम हुसैन और शेख फरीद के रूप में हुई है। पुलिस ने कड़ी मशक्‍कत के बाद में स्थिति पर काबू पाया और भीड़ तितर-बितर किया। पुलिस से झड़प के बाद इलाके में तनाव है। इसके बावजूद धौलपुर-I और धौलपुर-III गांवों में बेदखली का काम जारी है।

घटना के पीछे की क्या है वजह ?

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, बड़ी संख्‍या में लोग असम के दरांग जिला प्रशासन की ओर से बेदखल किए गए 800 परिवारों के पुनर्वास की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। अचानक प्रदर्शनकारियों और पुलिस बल के बीच झड़प (Clash between Police and Demonstrators) शुरू हो गई। बाद में बल की ओर से की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई जबकि कम से कम 20 अन्य घायल हो गए। बेदखल किए गए परिवारों ने सिपझार में विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि बेदखली को रोका जाए और उन्हें एक व्यापक पुनर्वास पैकेज प्रदान किया जाए।

उधर, घटना का वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि एक मृतप्राय ग्रामीण पर लगातार डंडे बरसाए जा रहे हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, एक मृतप्राय व्यक्ति जिसके शरीर पर गोलियों के जख़्म हैं, उसे कैमरा हाथ में लिया हुआ एक व्यक्ति पीट रहा है।

बिजय शंकर बनिया नाम के इस प्रोफ़ेशनल फ़ोटोग्राफ़र की सेवाएं ज़िला प्रशासन ने हालात का रिकॉर्ड दर्ज करने के ली थीं। लेकिन इस घटना के बाद उस व्यक्ति को गिरफ़्तार कर लिया गया है। हालांकि, जनज्वार इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता। इधर, गुरुवार की देर शाम राज्य सरकार ने घटना की जांच गुवाहाटी हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से करवाने की घोषणा की है।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, असम सरकार अवैध जमीन पर कब्जा हटाने को लेकर नई सरकार बनने के बाद यानी जून से ही अभियान छेड़े हुए है। 20 सितंबर को इसी के तहत दरांग जिले के सिपाझार में प्रशासन ने लगभग 4,500 बीघा जमीन से कब्जा हटाने का दावा किया है। यहां 800 परिवारों ने अवैध कब्जा जमा रखा था। खुद राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।

गुरुवार को प्रशासन ने एक बार फिर से करीब 200 परिवार के खिलाफ इस अभियान को शुरू किया। अतिक्रमणकारियों ने इस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया और पुलिस का कहना है कि लाठी-डंडे से लैस होकर पुलिस पर हमला कर दिया। इसके बाद ही फायरिंग की घटना हुई।

विपक्ष खड़ा कर रहा सवाल

पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत से इलाके में तनाव है। असम की विरोधी पार्टियां हिमंता विश्वसरमा सरकार पर सवाल खड़े कर रही हैं। हालांकि मुख्यमंत्री हिमंता विश्वसरमा ने कहा कि अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके असम सरकार पर तीखा हमला बोला है।

कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ''असम में सरकार प्रायोजित आग लगी हुई है। मैं राज्य के अपने भाइयों एवं बहनों के साथ खड़ा हूं। भारत का कोई बच्चा इसका हकदार नहीं है।'' इस घटना को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने फेसबुक पोस्ट में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ''गांधी जी की प्रेरणा से चलने वाले देश को भाजपा हिंसा और नफरत की आग में झोंक देना चाहती है। हिंसा और नफरत ही उसकी कथनी और करनी है। असम की इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए, कम है।''

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