Bandra-Worli Sea Link : Mumbai के वांद्रा-वर्ली सी लिंक पर कार ने 17 लोगों को रौंदा, 5 की मौत

Bandra-Worli Sea Link : Mumbai के वांद्रा-वर्ली सी लिंक पर कार ने 17 लोगों को रौंदा, 5 की मौत
Bandra-Worli Sea Link Accident: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में मंगलवार की देर रात बड़ा सड़क हादसा (Major Road Accident) हुआ। यहां वांद्रा-वर्ली सी लिंक (Vandra-Worli Sea Link) पर तेज रफ्तार कार ने एंबुलेंस को टक्कर (Car Hit Ambulance) मारने के बाद 17 लोगों को रौंद दिया। हादसे में पांच लोगों की मौत (5 Killed) हुई है, जबकि 12 घायल हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी कार मालिक की तलाश शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वांद्रा-वर्ली सी लिंक पर मंगलवार की देर रात करीब तीन बजे हादसा हुआ था। घायलों को लेने के लिए एंबुलेंस पहुंची। राहगीर घायलों की मदद कर रहे थे। घायलों को जब एंबुलेंस के भीतर बैठाया जा रहा था। इसी दौरान पीछे से आ रही तेज रफ्तार कार ने एंबुलेंस को टक्कर मारते हुए 17 लोगों को रौंद दिया।
एंबुलेंस की टक्कर से आगे खड़ी गाड़ियां भी आपस में भिड़ गईं। हादसा होते ही कार चालक मौके से फरार हो गया, जबकि घटनास्थल पर घायलों में चीख-पुकार मच गई। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया। पांच लोगों की मौत की पुष्टि की गई, जबकि 12 घायल बताए जा रहे हैं।
इससे पहले महाराष्ट्र के नवी मुंबई के कोपर खैराने इलाके के बोनकोडे गांव में बड़ा हादसा हुआ था। करीब साढ़े दस बजे एक बहुमंजिला इमारत ढह गई थी। वहां ठहरे करीब 32 लोग ढहने से पहले बाहर आ गए थे। बाकी 8 लोग इमारत से बाहर आ रहे थे तभी इमारत ढह गई। एक आवासीय इमारत का एक हिस्सा गिरने से 31 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को इसकी जानकारी दी थी।
नवी मुंबई नगर निगम के संभागीय अग्निशमन अधिकारी पुरुषोत्तम जाधव के मुताबिक, यह घटना शनिवार को मध्यरात्रि के आसपास कोपरखैरने क्षेत्र के बोनकोडे इलाके में हुई। बहुमंजिला इस इमारत में कुल 20 फ्लैट हैं। पुरुषोत्तम जाधव ने बताया कि करीब 25 साल पुरानी 'वैष्णवी अपार्टमेंट' नामक इमारत का एक हिस्सा ढह गया। रविवार को सुबह मलबा हटाने के दौरान प्रियवर्त सर्वेश्वर दत्त नाम के एक व्यक्ति का शव मिला।
मुंबई महानगर में इमारतों के गिरने की घटनाएं लगातार सामने आती रहती हैं। इसकी कई वजहें बताई जाती हैं। बृहन्मुंबई महानगर निगम (BMC) नियमों के तहत लगातार जर्जर हो चुकी इमारतों को खाली करने और गिराने के लिए नोटिस जारी करता रहता है। लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग नियमों की अनदेखी कर जान जोखिम में डालते रहते हैं। हालांकि BMC इनके खिलाफ एक्शन भी लेती रहती है











