Shekhpura News: दूसरी टीचर के सर्टिफिकेट पर महिला बनी प्रभारी प्रिंसिपल, अब चुकाना होगा 18 सालों का वेतन
(बिहार में फर्जी नाम के सहारे महिला ने 18 साल तक की सरकारी नौकरी)
Shekhpura News: बिहार में शिक्षक बहाली के धांधली (Bihar Teacher Recruitment) की खबर आए दिन सामने आते हैं। राज्य में ऐसे सैंकड़ों मामले होंगे जिसमें सरकारी स्कूल के शिक्षक फर्जी डिग्री (Fake Degree) और नाम बदलकर सालों तक नौकरी करते हैं। कई मामलों में तो मास्टर साहब प्रशासन के नाक के नीचे किसी और के प्रमाणपत्र पर नौकरी कर रिटायर भी हो जाते हैं, और किसी को भनक तक नहीं लगती। ऐसे ही एक फर्जीवाड़े का मामला अब बिहार के शेखपुरा जिले से सामने आया है। यहां एक शिक्षिका दूसरी टीचर के सर्टिफिकेट पर 18 वर्षों से सरकारी नौकरी कर रही है और वेतन-भत्ता का लाभ भी ले रही है। मामला उजागर होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।
फर्जी नाम पर हासिल किया ऊंचा पोस्ट
जानकारी के अनुसार, अनीता नाम की शिक्षिका, जिनका असली नाम मंजू कुमारी है, वह पिछले 18 सालों से अनीता कुमारी नाम की दूसरी महिला टीचर के नाम पर नौकरी कर रही है। वर्तमान में अनीता कुमारी शेखपुरा (Shekhpura) शहरी क्षेत्र के इंदाय प्राथमिक विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि असली अनीता नाम की टीचर जो सर्टिफिकेट की दावेदार है वह भी शिक्षिक की नौकरी कर रही है। असली अनीता नवादा जिला के वारिसलीगंज प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बल्लोपुर में बतौर प्रभारी प्रधानाध्यापक नियुक्त है।
असली अनीता ने किया खुलासा
यानि बिहार शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) ने एक ही सर्टिफिकेट पर दो शिक्षकों की नियुक्ति भी कर दी। यह पूरा मामला तब सामने आया जब असली टीचर अनीता कुमारी ने खुद सामने आकर इसकी शिकायत की। असली अनीता कुमारी का आरोप है कि उनके सभी सर्टिफिकेट का इस्तेमाल करके मंजू नाम की महिला पिछले 18 वर्षों से शेखपुरा जिला में नौकरी कर रही है। नवादा की अनीता कुमारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर पूरे फर्जी टीचर का खुलासा किया है। नवादा की अनीता के सर्टिफिकेट पर शेखपुरा में नौकरी कर रही इस अनीता का वास्तविक नाम मंजू कुमारी बताया जा रहा है। अनीता बनी मंजू शेखपुरा के कमासी निवासी रवींद्र प्रसाद कुशवाहा की पत्नी हैं।
18 साल के वेतन की होगी वसूली
मामला सामने आने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी (District Education Officer) ने फर्जी शिक्षिका अनीता कुमारी को अपनी स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उक्त शिक्षिका को पत्र जारी किया और 48 घंटे के भीतर कारण स्पष्ट करने का निर्देश दिया है। शिक्षा विभाग की मानें तो उक्त शिक्षिका द्वारा स्पष्टीकरण नहीं दिए जाने पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के साथ सेवा से हटाया जाएगा। इसके अलावा फर्जी महिला टीचर से पिछले 18 वर्षों में लिए गए वेतन-भत्ते की वसूली भी की जाएगी। शिक्षा पदाधिकारी (Education Officer) ने बताया फर्जीवाड़े का यह मामला काफी गंभीर है और इसकी पूरी जांच की जा रही है।