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Birbhum Violence : लोगों को जिंदा जलाने से पहले बेहरमी से पीटा गया, धारदार हथियारों से किया हमला, फोरेंसिक रिपोर्ट में खुलासा

Janjwar Desk
25 March 2022 7:15 AM GMT
Birbhum Violence : लोगों को जिंदा जलाने से पहले बेहरमी से पीटा गया, धारदार हथियारों से किया हमला, फोरेंसिक रिपोर्ट में खुलासा
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 (लोगों को जिंदा जलाने से पहले बेहरमी से पीटा गया)

Birbhum Violence : फोरेंसिक रिपोर्ट (Forensic Report) में यह चौंका देने वाला खुलासा हुआ है, बीरभूम में जिन 10 लोगों को बेरहमी से जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई थी, उन्हें मारने से पहले बुरी तरह पीटा गया था...

Birbhum Violence : पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बीरभूम (Birbhum) जिले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता की हत्या के बाद भयानक हिंसा में किए गए नरसंहार को लेकर चौंका देने वाली खबर सामने आई है। बीरभूम में जिन 10 लोगों को बेरहमी से जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई थी, उन्हें मारने से पहले बुरी तरह पीटा गया था। फोरेंसिक रिपोर्ट (Forensic Report) में यह चौंका देने वाला खुलासा हुआ है। जांच टीम को जले हुए घरों में खून के धब्बे मिले हैं, जिससे पता चला है कि उस पर धारदार हथियार से भी हमला किया गया था। इस मामले में पुलिस को यह संकेत भी मिले हैं कि भीड़ ने लोगों क बेहोश होने तक पीटा और फिर उन्हें घर में बंद कर जिंदा जला दिया। घरों में आग लगाने के लिए पेट्रोल बम फेंके गए थे।

कलकत्ता हाई कोर्ट ने दिए CBI जांच के आदेश

बता दें कि बीरभूम हिंसा मामले में केंद्रीय एजेंसियों से जांच की मांग वाली याचिका पर कलकत्ता हाई कोर्ट ने आज फैसला सुनाया है। इससे पहले इस मामले में जांच SIT कर रही थी। कलकत्ता हाई कोर्ट (Kolkata High Court) ने आज शुक्रवार को पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बीरभूम (Birbhum) जिले में हुई हिंसा की जांच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए है। बता दें कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने शुक्रवार को मामले में सुनवाई करते हुए राज्य सरकार की उस मांग को ठुकरा दिया है, जिसमें बीरभूम हिंसा की जांच बंगाल पुलिस से ही कराए जाने की बात कही गई थी।

अदालत ने पश्चिम बंगाल के एडवोकेट जनरल (एजी) से कहा कि हमें अपने आदेश को रोकने के पीछे कोई वजह नजर नहीं आती है, इसलिए आपकी मांग ठुकराई जारी है। सीबीआई को अदालत ने आदेश दिया की जांच की रिपोर्ट 7 अप्रैल तक सौंप दें।

TMC नेता की हत्या के बाद भड़की हिंसा

बता दें कि बीरभूम में रामपुरहाट में तृणमूल कांग्रेस के भादू शेख की हत्या के बाद यह पूरा मामला शुरू हुआ था। भादू शेख की हत्या के गवाह रहे तृणमूल कार्यकर्ता ललन शेख के अनुसार 10 से 12 बदमाशों का एक गिरोह बाइक पर आया था। उन्होंने बरशाला ग्राम पंचायत के उप प्रमुख भादू शेक पर बम फेंक दिया। उस समय वह अपने स्कूटर पर बैठकर फोन पर बात कर रहे थे। इस घटना के कुछ ही घंटों बाद ही भीड़ बगातुई पहुंची और हत्याकांड को अंजाम दिया। भादू शेख बगातुई पश्चिमपारा का रहने वाला था और उसके हमलावर बगातुई पुरबापारा के थे। भादू के भाई बाबर की भी एक साल पहले हत्या कर दी गई थी।

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