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Pragya Thakur : सांसद प्रज्ञा ठाकुर के फिर बिगड़े बोल, पूर्व मंत्री को 'रावण' बताते हुए कहा- नहीं माने तो राम को करना पड़ेगा 'वध'

Janjwar Desk
21 Oct 2021 12:03 PM IST
Pragya Thakur : सांसद प्रज्ञा ठाकुर के फिर बिगड़े बोल, पूर्व मंत्री को रावण बताते हुए कहा- नहीं माने तो राम को करना पड़ेगा वध
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BJP सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने फिर विवादित बयान दिया है (FilePhoto/प्रज्ञा ठाकुर)

इस बार सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने पूर्व मंत्री और विधायक पीसी शर्मा और पूर्व CM दिग्विजय सिंह को निशाने पर ले लिया है। उन्होंने पीसी शर्मा का नाम लिए बगैर उनकी 'रावण' से तुलना कर दी।।

Pragya Thakur : भोपाल (Bhopal) से BJP सांसद प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur), अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चाओं में रहती हैं। इस बार सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने पूर्व मंत्री और विधायक पीसी शर्मा और पूर्व CM दिग्विजय सिंह को निशाने पर ले लिया है। उन्होंने पीसी शर्मा का नाम लिए बगैर उनकी 'रावण' से तुलना कर दी। सांसद ने कहा कि एक विधायक है शर्मा। बुढ़ापा आ गया, लेकिन सच बोलना नहीं सीखा। मैं कहती हूं बुढ़ापे में तो आदमी सुधार जाए। ब्राह्मण कुल में जन्म लिया तो ब्राह्मण बने रहो, रावण बनोगे तो वध करना पड़ेगा।

सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा, "क्या करेंगे राम जी। मजबूरी हो जाएगी। महिला का अनादर करोगे, अपमान करोगे तो प्रभु राम को सीता मैया को लाने के लिए रावण का वध करना ही पड़ेगा।"

बता दें कि चार दिन पहले भोपाल में बीजेपी (BJP) सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा (PC Sharma) एक मंच पर बैठे थे। प्रज्ञा जनता को संबोधित कर रही थीं। भाषण देते हुए प्रज्ञा ने अचानक कांग्रेस (Congress) को खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिया, जिससे पीसी शर्मा खफा हो गए और मंच छोडकर चले गए। इसे देख मंच पर बैठे कई नेतागण असहज हो गए।

प्रज्ञा ठाकुर शरद पूर्णिमा के अवसर पर भोपाल गणेश चौक टीलारामपुरा पर महाआरती में शामिल होने आई थीं। उन्होंने कहा, "न्याय नारी शक्ति को मिलेगा। तुम्हारे प्रपंच करने से कुछ होने वाला नहीं है। तुम प्रपंच करके थोड़ी बहुत शान शौकत दिखा लोगे, जो जैसा कर्म करेगा उसे वैसा फल मिलेगा। यह सुनिश्चित है, इसलिए कह रहे हैं कि सुधार जाओ। नारी शक्ति को बदनाम करने के लिए तुम्हें दंड कुदरत ही देगी। यह प्रकृति ही देगी। जीने लायक नहीं छोड़ेगी।"

सांसद ने कहा कि विधर्मियों का नाम कभी नहीं लेना, जो काले मन का व्यक्ति यदि नर्मदा मैया की परिक्रमा कर ले और उसका मन साफ नहीं हो, तो इसमें किसकी गलती। हमने कहा कि नर्मदा मैया के जल से मन को साफ कर लो, तो काले मन के व्यक्तियों को बुरा लग गया।

उन्होंने अग्नि से अग्नि जलाना शुरू कर दिया। मैं एक ही बात कहूंगी हम नर्मदा मैया का कभी अपमान नहीं कर सकते, क्योंकि नर्मदा मैया की लहरों में स्नान करके हम संन्यासी और वैरागी होते हैं।

कांग्रेस पर हमला करते हुए प्रज्ञा ने कहा, "भगवा को ही आरोपित कर दिया, जिनको लोकसभा चुनाव में ऐसा जवाब दिया कि आज भी पूरा देश कहता है कि भोपाल के लोग बहुत समझदार और देशभक्त है। विधर्मियों को करारी चोट देना आपके ही वश में है और एक भगवाधारी को भोपाल में स्थापित कर दिया।"

सांसद ने कहा कि पहले मुझे जेल में डलवाया, फिर प्रताड़ना दी, लेकिन मेरा मन नहीं तोड़ पाए, क्योंकि साध्वी का मन तोड़ ही नहीं सकते, इसलिए कहते है कि सुधर जाओ। साधु-संन्यासी कभी मरते ही नहीं हैं। उन पर राष्ट्र का ऋण रहता है, इसलिए शरीर को सुरक्षित रखना पड़ता है।

प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि यदि कोई हमें मार दें और खुश हो जाए कि हमने इनको मार दिया, तो कभी कल्पना नहीं करना। हम तो मर कर भी आएंगे तुम्हारी मैयत में। तम्हें तो कब्र में भी महफूज में न रहने दें। जीना है तो औलाद बनकर रहो, वरना यहां मरने भी न देंगे।

इससे पहले प्रज्ञा ठाकुर नवरात्रि के दौरान तब सुर्खियों में आई थीं जब एक वायरल वीडियो में उन्हें कबड्डी खेलते हुए दिखाया गया। इस वीडियो का बनाने और वायरल करने वाले पर बीजेपी सांसद ने नाराजगी जताते हुए, उसे "रावण" बता दिया और कहा कि उसका बुढ़ापा और अगला जन्म खराब हो जाएगा।

उन्होंने आगे कहा, "अगर कोई नाराज और गुस्सा था, तो वह तुम्हारे बीच रावण था, कोई सिंधी भाई ... कोई जो (मेरा) बहुत बड़ा दुश्मन है। मैं उसकी दुश्मन नहीं हूं, लेकिन उसने मुझे अपना दुश्मन माना है। मुझे नहीं पता कि क्या कीमती चीज मैंने उससे छीन ली...लेकिन रावण कहीं भी हो सकता है।"

बीजेपी सांसद ने कहा, "मैं उस व्यक्ति से कह रही हूं, जिसके संस्कार खराब हो गए हैं, उन्हें सुधारने के लिए। अगर आप नहीं सुधरते हैं, तो आपका बुढ़ापा और अगला जन्म भी खराब हो जाएगा, क्योंकि जब भी देशभक्तों, क्रांतिकारियों और सभी संतों के साथ किसी का संघर्ष हुआ है, तो उसमें न तो रावण बचा, न ही कंस बच पाया और न ही वर्तमान का अधर्मी या विधर्मी बचेगा।"

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