BPSC Paper Leak : आर्थिक अपराध इकाई ने दर्ज किया पहला केस, DSP लेवल के अफसर बनाए गए आईओ
BPSC Paper Leak : आर्थिक अपराध इकाई ने दर्ज किया पहला केस, DSP लेवल के अफसर बनाए गए आईओ
BPSC Paper Leak : बीपीएससी 67वीं परीक्षा के पेपर लीक (BPSC Paper Leak) मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने पहला केस दर्ज कर लिया है। हालांकि अभी तक ईओयू ने इस मामले (BPSC Paper Leak) में अभी किसी को आरोपी नहीं बनाया गया है। इस इस मामले में ईओयू लगभग 12 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। इसके अलावा एक छात्र नेता दिलीप कुमार को भी पूछताछ के लिए ईओयू साथ ले गयी है।
ईओयू का कहना कि इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और फॉरेंसिक जांच के आधार पर इस पूरे मामले (BPSC Paper Leak) की जांच की जा रही है। इसके बाद ईओयू की टीम ने भोजपुर पहुंच कर वीर कुंबर सिंह कॉलेज में कई लोगों से इस बारे में पूछताछ की और जानकारी इकट्ठा की। जिसके बाद ईओयू की टीम ने पटना पहुंच कर बिहार लोक सेवा आयोग से कई बातों के बारे में जानकारी हासिल की। ईओयू की टीम के द्वारा एडीजी नैयर हसनैन खान ने बीपीएससी के पेपल लीक मामले में अपनी पूरी टीम को 24X7 उपलब्ध रहने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही ईओयू की टीम ने बताया कि भोजपुर के कॉलज वीर कुवर सिंह के प्रिंसिपल और बाकी कर्मियों ने पूछताछ में पूरा सहयोग किया है। आगे भी सहयोग के लिए कहा है. इस पूरे मामले की फिलाहल ईओयू के द्वारा जांच जारी है। वे सभी से की हुई पूछताछ को एक दूसरे से जोड़ने और मामले को सुलझाने में लगी है। बीपीएससी परीक्षा पेपर लीक के बाद परीक्षार्थी काफी परेशान हैं क्योंकि परीक्षा भी रद्द की जा चुकी है। EOU के द्वारा जांच जारी है।
ईओयू के सूत्रों ने इस बात की भी जानकारी दी कि आरा के वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी में तैनात भोजपुर के बड़हरा के मजिस्ट्रेट, कॉलेज के प्रिंसिपल और दूसरे कर्मियों ने अब तक की पूछताछ में आर्थिक अपराध इकाई की टीम का सहयोग किया है। उन्हें आगे भी सहयोग करने को कहा गया है। सोमवार को दिन भर की हुई जांच प्रक्रिया और गुत्थियों को एक दूसरे से जोड़ते हुए ईओयू की टीम ने काफी देर तक इस मामले में विश्लेषण भी किया।
बीपीएससी पीटी प्रश्नपत्र लीक मामले (BPSC Paper Leak) की जांच फिलहाल बीपीएससी के कुछ अफसरों और भाेजपुर के वीर कुंवर सिंह कॉलेज सेंटर पर टिक गई है। इस सेंटर पर अभ्यर्थियों ने रविवार को परीक्षा के दौरान हंगामा किया था। उनका आरोप था कि एक रूम में समय से पहले ही पेपर बांट दिए गए थे। हालांकि मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) का कहना है कि फिलहाल यह नहीं कहा जा सकता कि प्रश्न पत्र कहां से लीक किए गए थे। सूत्रों के अनुसार ईओयू को ऐसे संकेत मिले हैं कि प्रश्न पत्र सेंटर से ही वायरल हुआ था।
इधर, सोमवार को ईओयू ने इस मामले में (BPSC Paper Leak) अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। केस आईटी एक्ट, बिहार एग्जामिनेशन कंट्रोल एक्ट 1981 व आईपीसी की 420, 120 बी व अन्य धाराओं के तहत दर्ज किया है। साथ ही भोजपुर के वीर कुंवर सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल, परीक्षा केन्द्र पर तैनात मजिस्ट्रेट, कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक, सहायक परीक्षा नियंत्रक और इंविजिटेलर से पूछताछ की। अभी किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है। ईओयू ने छात्र नेता दिलीप से भी पूछताछ की। दिलीप ने रविवार को परीक्षा शुरू होने के पहले दिन के करीब 11.49 बजे मुख्यमंत्री सचिवालय को पेपर लीक की सूचना दी थी। दिलीप का बयान लेने के बाद उसे छोड़ दिया गया। हालांकि उसे अभी शहर छोड़ने की अनुमति नहीं दी गई है।