Dumka Kand : फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई, पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा, अंकिता मर्डर केस में CM हेमंत सोरेन का ऐलान
Dumka Kand : फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई, पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा, अंकिता मर्डर केस में CM हेमंत सोरेन का ऐलान
Dumka Kand : दुमका कांड पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अंकिता को जिंदा जलाने के मामले पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि ऐसी घटनाओं की समाज मे कोई जगह नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि आरोपी को जल्द सजाा मिले। हेमंत सोरेन ने कहा कि समाज के लिए ऐसी घटनाएं बेहद ही शर्मनाक हैं। बता दें कि अंकिता को जिंदा जलाने का आरोप शाहरुख अभी पुलिस की कस्टडी में है। अंकिता का आज दुमका में अंतिम संस्कार किया गया है।
आरोपी को जल्द से जल्द मिले कड़ी सजा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ऐसी घटना ह्रदयविदारक है। ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं किया जा सकता है। वर्तमान में ऐसी घटना को अंजाम देने के लिए जो सजा है उसको और कड़ा किया जाना चाहिए। सीएम हेमत सोरेन ने कहा कि आरोपी को कड़ी सजा दिए जाने की जरूरत है। सीएम ने कहा कि समाज के लिए ऐसी घटनाएं बहुत ज्यादा शर्मनाक है। आगे सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी कोशिश है कि आरोपी को जल्द से जल्द कड़ी सजा मिले।
कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए:- श्री @HemantSorenJMM pic.twitter.com/E5JWciF8HC
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) August 29, 2022
पीड़ित परिवार के लिए 10 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान
बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका कांड पर दुःख जताते हुए पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री हेमत सोरेन ने एक ट्वीट में कहा है कि 'अंकिता बिटिया को भावभीनी श्रद्धांजलि। अंकिता के परिजनों को 10 लाख की सहायता राशि के साथ इस घृणित घटना का फ़ास्ट ट्रैक से निष्पादन हेतु निर्देश दिया गया है। पुलिस महानिदेशक को भी उक्त मामले में एडीजी रैंक अधिकारी द्वारा अनुसंधान की प्रगति पर शीघ्र रिपोर्ट देने हेतु निर्देश दिया गया है।'
अंकिता बिटिया को भावभीनी श्रद्धांजलि। अंकिता के परिजनों को रु 10 लाख की सहायता राशि के साथ इस घृणित घटना का फ़ास्ट ट्रैक से निष्पादन हेतु निर्देश दिया है।पुलिस महानिदेशक को भी उक्त मामले में एडीजी रैंक अधिकारी द्वारा अनुसंधान की प्रगति पर शीघ्र रिपोर्ट देने हेतु निर्देश दिया है।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 29, 2022
पांच दिन बाद मौत से जंग हार गई अंकिता
झारखंड के दुमका क्षेत्र में पांच दिन तक जिंदगी की जंग लड़ रही 16 वर्षीय छात्रा अंकिता की आज सोमवार (29 अगस्त, 2022) आखिरकार मौत हो गई। रांची के रिम्स में आज सुबह अंकिता ने अंतिम सांस ली। अंकिता की मौत की खबर दुमका पहुंचते ही आक्रोशित लोग सड़क पर निकल आए और दुमका टॉवर चौक जाम कर अंकिता को न्याय दिलाने की मांग करने लगे। घटना के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन होने लगे। लोग दुकान बंद कराने लगे। इससे इलाके में तनाव है। एहतियातन पूरे शहर में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। शहर में निषेधाज्ञा लागू है।
अंकिता की शव यात्रा के दौरान भारी पुलिस बल तैनात
बता दें कि अंकिता की शव यात्रा और बेदिया श्मशान घाट में अंत्येष्टि के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था। दुमका के डीसी रविशंकर शुक्ला और एसपी अम्बर लकड़ा भी श्मशान घाट पहुंचे और अंकिता के शव पर फूल चढ़ा कर श्रद्धांजलि दी। शव यात्रा से लेकर अंतिम विदाई तक मे शामिल हजारों लोग अंकिता को इंसाफ, पीड़ित परिवार को मुआवजा और मुख्य आरोपी शाहरूख को फांसी की सजा देने की लगातार मांग कर रहे थे।
फोन पर बात नहीं करने पर शाहरुख ने अंकिता को जिंदा जलाया
बता दें कि बीते 23 अगस्त को एकतरफा प्यार में दुमका के नगर थाना क्षेत्र के जरूवाडीह मोहल्ले के रहने वाले शाहरुख नाम के युवक ने खिड़की से पेट्रोल छिड़क कर अंकिता के शरीर में आग लगा दी थी, क्योंकि उसने फोन पर उससे बात करने से इनकार कर दिया था। इससे वह करीब 95 प्रतिशत तक जल गई थी। बुरी तरह से जली अंकिता को दुमका मेडिकल कॉलेज के बाद रांची रिम्स रेफर किया गया था। बाद में गंभीर हालत में अंकिता को रिम्स में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
अंकिता की मौत के बाद हिंदू संगठनों का प्रदर्शन
अंकिता की मौत के बाद बजरंग दल, विहिप और भाजपा महिला मोर्चा ने दुमका बंद कराया। आक्रोशित लोगों ने पूरे दिन दुमका में विरोध-प्रदर्शन किया। लोगों की मांग थी कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करा आरोपी को फांसी दी जाए। वहीं भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अंकिता की अर्थी को निकाला गया। बता दें कि बेतिया घाट पर अंकिता का अंतिम संस्कार किया जाएगा। काफी संख्या में हिंदू संगठनों के लोग उसकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए हैं। किसी तरह की कोई कानून-व्यवस्था ने बिगड़े इसको लेकर पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है।
आरोपी शाहरुख दुमका जेल में बंद
शाहरुख ने अंकिता को 23 अगस्त की सुबह 4:00 बजे जलाया था। जब तक अंकिता नींद से जागती, तब तक वह आग की लपटों में घिर चुकी थी। उस वक्त घर पर अंकिता के पिता और उसका छोटा भाई और दादी - दादा मौजूद थे। आग बुझाने के लिए अंकिता ने किसी तरह कमरे का दरवाजा खोला और पानी से भरी बाल्टी को अपने ऊपर डाल दिया। अंकिता की चीख-पुकार सुनकर उसके परिजन पहुंचे और कंबल से लपेटकर आग को बुझाया। उसके बाद स्थानीय थाना पुलिस ने आरोपी शाहरुख को गिरफ्तार करने के साथ ही पीड़िता का बयान भी दर्ज किया।