Gujarat News : क्या हो गया कि राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने हिंदुओं को करार दिया नंबर वन का ढोंगी

Gujarat News : क्या हो गया कि राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने हिंदुओं करार दिया नंबर वन का ढोंगी
Gujarat News : गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ( Governor Acharya Devvrat ) ने हिंदुओं ( Hindu ) को लेकर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने हिंदुओं को नंबर वन का ढोंगी ( Hindu number one Hypocrite ) बताया है। उनके इस बयान का हिंदू समाज ( Hindu Community ) के लोगों ने विरोध किया है। उनके इस बयान ने एक नया विवाद ख़ड़ा कर दिया है। उन्होंने यह बयान बुधवार को नर्मदा जिले के पोइचा गांव में जैविक खेती के विषय पर आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करते हुए दिया।
स्वार्थ के लिए करते हैं जय गौमाता की जाप
राजयपाल आचार्य देवव्रत ( Acharya Devvrat ) के बयान को गुजरात के दो प्रमुख समाचार पत्रों ने प्रकाशित किया है। दोनों समाचार पत्रों में राज्यपाल के बयान को लेकर प्रकाशित खबरों के मुताबिक उनका कहना है कि लोग जय गौ माता ( Gau mata ) का जाप करते हैं। वे गाय को दूध देने तक गौशाला में रखते हैं। एक बार जब वह दूध देना बंद कर देती है तो वे उसे सड़कों पर छोड़ देते हैं, इसलिए मैं कहता हूं कि हिंदू नंबर वन के ढोंगी हैं। हिंदू धर्म और गाय आपस में जुड़े हुए हैं लेकिन यहां लोग स्वार्थ के लिए जय गौ माता का जाप करते हैं।
ऐसा करोगे तो भगवान खुद ही प्रसन्न हो जाएंगे
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ( Acharya Devvrat ) यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि लोग भगवान से प्रार्थना करने के लिए मंदिरों, मस्जिदों, चर्च, गुरुद्वारा जाते हैं, ताकि भगवान उन्हें आशीर्वाद दें। मैं कहता हूं कि अगर आप जैविक खेती की कदम बढ़ाओगे तो भगवान आपसे ऐसे ही प्रसन्न हो जाएंगे।
इसलिए भी करें जैविक खेती
Gujarat News : राज्यपाल ने कहा कि मैं वैज्ञानिक प्रमाणों के साथ कह रहा हूं कि रासायनिक खाद के प्रयोग से आप पशुओं को मार रहे हैं। यदि आप जैविक खेती अपनाते हैं तो इससे आप पशुओं को जीवन देंगे।
कौन हैं आचार्य देवव्रत
Gujarat News : 22 जुलाई 2019 से आचार्य देवव्रत गुजरात के राज्यपाल के पद पर कार्यरत हैं। वह हमेशा से आर्य समाज के साथ जुड़े रहे हैं। राज्यपाल के पद की जिम्मेदारी ग्रहण करने से पहले वह हरियाणा के कुरुक्षेत्र में गुरुकुल के प्रधानाचार्य रह चुके हैं। हिंदी में पोस्ट ग्रैजुएट देवव्रत को अकादमिक एवं प्रशासनिक कार्यों में 30 साल से ज्यादा का अनुभव है।











