किसानों पर लाठीचार्ज की हो रही चौतरफा निंदा, बिश्नोई बोले-खट्टर और दुष्यंत की जोड़ी को देना होगा हिसाब
कुरुक्षेत्र के पिपली में प्रदर्शन करते किसान और कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई (File photo)
जनज्वार। केंद्र सरकार के तीन कृषि अध्यादेशों के खिलाफ कुरूक्षेत्र में रैली करने जा रहे किसानों पर लाठीचार्ज की घटना की कांग्रेस और व्यापार मंडल ने कड़ी निंदा की है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य एवं विधायक कुलदीप बिश्नोई ने भाजपा-जजपा गठबंधन पर सत्ता के नशे में चूर होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि सरकार लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करने पर उतारू हो गई है।
बिश्नोई ने कहा 'इतिहास गवाह है कि जिस भी सत्तासीन सरकार ने किसानों पर लाठियां बरसाई है, उसे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है। बुजुर्ग किसानों पर भी लाठियां बरसाई गईं और उन्हें गंभीर रूप से घायल किया है, यह शर्मनाक कृत्य है और इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है।
उन्होंने सवाल उठाया कि पुलिस को किसानों पर लाठियां बरसाने का आदेश आखिर किसने दिया? बिश्नोई ने कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, लगातार किसानों पर अत्याचार कर रही है। किसानों के लिए अहितकर कृषि अध्यादेशों के खिलाफ शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने जा रहे किसानों पर जो जुल्म खट्टर-दुष्यंत की जोड़ी ने किया है, उसका हिसाब उनकी सरकार को देना होगा। किसानों पर पड़ी एक-एक लाठी भाजपा गठबंधन सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी। जनादेश तो यह सरकार पहले ही खो चुकी थी।
बिश्नोई ने आगे कहा 'लोगों के आक्रोश को ताकत के बल पर नहीं दबाया नहीं जा सकता। लाठी और गोली की बदौलत किसानों की आवाज नहीं दबाई जा सकती। कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ है और उनके हर आंदोलन में उनके साथ खड़ी है। भाजपा गठबंधन सरकार सत्ता में बने रहने का अधिकार खो चुकी है।
बिश्नोई ने कहा कि वे और उनकी पार्टी हर कदम पर किसानों के साथ हैं। उन्होंने कहा 'किसान जब सड़कों पर उतर आते हैं तो समझो सत्तासीनों की तानाशाही के दिन कुछ ही दिन बचे हैं। लोकतांत्रिक अधिकारों पर चोट करने वाली भाजपा गठबंधन सरकार किसानों की आवाज़ को इस तरह दबा नहीं पाएगी।'
उधर अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव तथा हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने भी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा है कि सरकार द्वारा जगह-जगह पुलिस के माध्यम से किसान नेताओं व व्यापारी प्रतिनिधियों की धरपकड़ करना निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसान व व्यापारियों के आंदोलन से इतना घबरा गई कि उन्होंने पूरे प्रदेश को सील कर दिया और कुरुक्षेत्र जिले को पुलिस छावनी में बदल दिया, जो एक तरह से लोकतंत्र की हत्या है। गर्ग ने कहा कि अध्यादेश व सरकार की गलत नीतियों से देश व प्रदेश के किसान, आढ़ती व आम जनता में भारी रोष है।