Corona Omicron Variant: केंद्र सरकार ने बताया- भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज में पहुंचा ओमीक्रोन, महानगरों में सबसे ज्यादा प्रभाव
कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज में पहुंचा ओमीक्रोन
Omicron Variant in India: देश में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की तीसरी लहर के बीच ओमीक्रोन वेरिएंट (Omicron Variant) के कम्युनिटी स्प्रेड (Community Transmission) के संकेत मिले हैं। INSACOG ने अपने ताजा बुलेटिन में कहा है कि COVID-19 का ओमिक्रोन वेरिएंट देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज में पहुंच गया है। स्टडी के मुताबिक कम्युनिटी ट्रांसमिशन कई महानगरों में प्रभावी हो गया है, कई शहरों में संक्रमण के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कम्युनिटी ट्रांसमिशन के संकेत से स्वास्थ्य विभाग के साथ आम लोगों की भी चिंता बढ़ गई है।
इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक कंसोर्टियम (INSACOG) ने अपने ताजा बुलेटिन में कहा कि भारत में ओमीक्रोन स्वरूप सामुदायिक संक्रमण (Community Spread) के स्तर पर है। जिन महानगरों में कोविड-19 मामलों में तेज वृद्धि देखी जा रही है, वहां यह हावी हो गया है। कोविड-19 के जीनोम अनुक्रमण का विश्लेषण करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा गठित समूह INSACOG ने यह भी कहा कि देश में ओमीक्रोन के संक्रामक उप-स्वरूप बीए.2 की कुछ हिस्सों में मौजूदगी मिली है। समूह ने रविवार 23 जनवरी को जारी 10 जनवरी वाले बुलेटिन में कहा है कि अब तक सामने आए ओमीक्रोन के अधिकतर मामलों में या तो रोगी में संक्रमण के लक्षण दिखाई नहीं दिये या फिर हल्के लक्षण नजर आए हैं। अस्पताल और गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती होने के मामले मौजूदा लहर में बढ़ गए हैं और खतरे के स्तर में परिवर्तन नहीं हुआ है।
बुलेटिन में कहा गया है, 'ओमीक्रोन (Omicron in India) अब भारत में सामुदायिक प्रसार के स्तर पर है और यह उन विभिन्न महानगरों (Metro Cities) में हावी हो गया है, जहां नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीए.2 उप स्वरूप की मौजूदगी मिली है और इसलिए एस जीन ड्रॉपआउट आधारित स्क्रीनिंग के दौरान इस बात की बहुत अधिक आशंका है कि संक्रमण का पता न चले।' रविवार को ही जारी समूह के तीन जनवरी के बुलेटिन में कहा गया है कि ओमीक्रोन अब भारत में सामुदायिक प्रसार के स्तर पर है और यह दिल्ली एवं मुंबई में हावी हो गया है, जहां नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वायरस के जेनेटिक बदलाव से बना 'एस-जीन' ओमीक्रोन स्वरूप के जैसा ही है।
बुलेटिन में कहा गया है, 'हाल में सामने आए बी.1.640.2 वंश की निगरानी की जा रही है। इसके तेजी से फैलने का कोई सबूत नहीं है। प्रतिरक्षा को इसके भेदने की आशंका है लेकिन फिलहाल यह 'चिंताजनक' स्वरूप नहीं है। अब तक, भारत में ऐसे किसी भी मामले का पता नहीं चला है।' वहीं, बुलेटिन में इस ओर भी ध्यान केंद्रित किया गया है कि भारत में ओमीक्रोन का प्रसार अब विदेशी यात्रियों के माध्यम से नहीं बल्कि देश के भीतर ही होने की आशंका है।
जानिए क्या है INSACOG
बता दें कि INSACOG, संयुक्त रूप से केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Central Health Ministery) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) द्वारा शुरू किया गया, SARS-CoV-2 में जीनोमिक विविधताओं की निगरानी के लिए 38 प्रयोगशालाओं का एक कंसोर्टियम (संघ) है। स्वास्थ्य मंत्रायल द्वारा इसकी शुरूआत दिसंबर 2020 को की गई थी। यह कोरोना वायरस के नमूनों को स्कैन करने और उनके वैरिएंट की उपस्थिति को चिन्हित करने का काम करता है।
स्वास्थय मंत्रालय की ओर से कहा गया कि मौजूदा समय में देश में संक्रमण के कुल मामलों में से 5.57% मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि रिकवरी रेट (मरीजों के ठीक होने की दर) 93.18% है। डेटा बताता है कि 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 73,840 का इजाफा हुआ। डेली इन्फेक्शन रेट (Daily Infection Rate) 17.78%, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 16.87 प्रतिशत है।