IPF Smart Policing Index 2021 : गुंडागर्दी में टॉप पर UP और Bihar की पुलिस, सर्वे में हुआ खुलासा
बिहार और उत्तर प्रदेश में पुलिस व्यवस्था सबसे खराब।
IPF Smart Policing Index 2021 : स्वतंत्र थिंक टैंक इंडियन पुलिस फाउंडेशन द्वारा पुलिसिंग को लेकर किए गए एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण में बिहार और उत्तर प्रदेश पुलिस को सबसे खराब माना गया है। बिहार ने समग्र पुलिसिंग में सबसे कम स्कोर किया है। इसके बाद उत्तर प्रदेश का स्थान है। आईपीएफ स्मार्ट पुलिसिंग इंडेक्स 2021 के मुताबिक ओवरआल पुलिसिंग के मामले में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, असम, केरल और सिक्किम सबसे बेहतर राज्यों में शाामिल हैं। राष्ट्रीय स्तर पर 69% लोगों ने पुलिस के कामकाज के तरीकों पर संतोष जताया है।
नॉर्थ की तुलना में साउथ की स्थिति बेहतर
उत्तर के राज्यों की तुलना में अधिकांश पुलिसिंग सूचकांकों पर दक्षिणी राज्यों और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों ने बेहतर प्रदर्शन किया। समग्र पुलिसिंग पर उच्चतम स्कोर वाले शीर्ष पांच राज्यों में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, असम, केरल और सिक्किम का नाम शामिल है। सबसे खराब पुलिसिंग के मामले में बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और पंजाब पुलिस है।
ये है सर्वेक्षण का पैमाना
सर्वेक्षण में प्रश्नावली के 10 सेट थे। इनमें संवेदनशीलता, पहुंच, जवाबदेही, प्रौद्योगिकी अपनाने जैसे मुद्दों को शामिल किया गया था। वहीं क्षमता-आधारित संकेतक के छह सूचकांक शामिल थे। पुलिस की सत्यनिष्ठा से संबंधित "मूल्य-आधारित संकेतक" के तीन सूचकांक और "ट्रस्ट" का एक सूचकांक। लगभग सभी श्रेणियों में बिहार और उत्तर प्रदेश का प्रदर्शन खराब रहा।
बिहार सबसे कम स्कोर करने वाला राज्य
10 के पैमाने पर बिहार ने पांच श्रेणियों में सबसे कम स्कोर किया। पुलिस में सार्वजनिक ट्रस्ट में 5.98, ईमानदारी और भ्रष्टाचार मुक्त सेवा में 4.97, प्रौद्योगिकी अपनाने में 5.81, पुलिस उत्तरदायित्व में 5.84 और 5.75 में पुलिस की संवेदनशीलता। उत्तर प्रदेश ने तीन श्रेणियों में सबसे कम स्कोर किया। सहायक और मैत्रीपूर्ण पुलिसिंग में 5.59, निष्पक्ष पुलिसिंग में 5.27 और पुलिस जवाबदेही में 5.80। समग्र पुलिसिंग में बिहार ने 5.74 के साथ सबसे खराब स्कोर किया। इसके बाद उत्तर प्रदेश 5.81 का स्थान रहा।
आंध्र और तेलंगाना की पुलिस सबसे बेहतर
निष्पक्ष और निष्पक्ष पुलिसिंग श्रेणी में, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, असम, केरल और गुजरात हैं। नीचे से उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, नागालैंड और झारखंड हैं। हेल्पफुल एंड फ्रेंडली पुलिसिंग में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्य आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, असम, सिक्किम और केरल हैं। सबसे खराब स्थिति उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार, छत्तीसगढ़ और नागालैंड हैं। पुलिस जवाबदेही में शीर्ष राज्य आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, असम, केरल और ओडिशा हैं, जबकि उत्तर प्रदेश, नागालैंड, उत्तराखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ सबसे नीचे हैं। सर्वे के मुताबिक, बिहार, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के लोगों का पुलिस पर सबसे कम भरोसा था। आंध्र, तेलंगाना और केरल के लोगों ने पुलिस पर सबसे ज्यादा भरोसा किया।
देश की एक तिहाई आबादी पुलिस के कामकाज से असंतुष्ट
पूर्व आईपीएस रामचंद्रन का कहना है कि सर्वेक्षण के दो चौंकाने वाले निष्कर्ष सामने आए। पिछले पांच वर्षों के दौरान जिन लोगों को पुलिस से कोई संपर्क नहीं था उनकी धारणा पुलिस को लेकर अच्छी नहीं थी। दूसरी बात ये कि लगभग एक तिहाई आबादी पुलिस के कामकाज से असंतुष्ट है। यह एक बड़ी संख्या है, जिसका हमें संज्ञान लेना चाहिए।
सर्वेक्षण की सीमाएं : 6 राज्य और यूटी सर्वेक्षण से बाहर
रामचंद्रन ने बताा कि इतने बड़े देश के लिए नमूने के आकार को देखते हुए सर्वेक्षण की अपनी सीमाएं थीं और विभिन्न राज्यों की प्रतिक्रियाएं भी शामिल नहीं की जा नहीं थीं। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों जैसे अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, लद्दाख, चंडीगढ़, लक्षद्वीप और दादरा और नगर हवेली को रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया क्योंकि उन्होंने 300 से कम प्रतिक्रियाएं दीं।
बिहार के एडीजी ने रोया अपना दुखड़ा
उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हुए। एडीजी ( मुख्यालय ) बिहार पुलिस जेएस गंगवार ने कहा कि वह रिपोर्ट पढ़ने के बाद ही टिप्पणी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास जिस तरह के संसाधन और बुनियादी ढांचे हैं, उन्हें देखते हुए बिहार सभी चुनौतियों के बावजूद एक अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य है। इसकी जमीनी उपस्थिति और अच्छा शहरी नेटवर्क है। इसे आधुनिक बनाने के लिए और उपाय किए जा रहे हैं।
पीएम स्मार्ट पुलिसिंग का आकलन
सर्वेक्षण पीएम की स्मार्ट पुलिसिंग पहल पर विभिन्न राज्यों के प्रदर्शन का आकलन करने का एक प्रयास है। भारतीय पुलिस फाउंडेशन के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह ने कहा कि देश में 69 फीसदी लोग पुलिस व्यवस्था से संतुष्ट हैं। हमें उम्मीद है कि जहां कहीं भी खामियां होंगी। यह सर्वेक्षण राज्यों को बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगा।
फाउंडेशन के अध्यक्ष व सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी एन रामचंद्रन की देखरेख में यह सर्वेक्षण किया गया। पिछले पांच महीनों में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रयासों के माध्यम से देश भर में 1.61 लाख से अधिक लोगों तक पहुंचा।