Jammu-Kashmir फतह करने की तैयारी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के 2 पूर्व विधायकों समेत 12 नेताओं ने बीजेपी का थामा हाथ
फारूक अब्दुल्ला के बदले सुर, कहा - राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं, सबके भगवान हैं
Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर में एक तरफ परिसीमन का काम अंतिम चरण में है तो दूसरी तरफ वहां की राजनीति में बड़ा उलटफेर भी देखने को मिला। पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ( Farooq Abdullah ) की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के दो पूर्व विधायकों समेत करीब 12 प्रमुख राजनीतिक हस्तियां रविवार को बीजेपी ( BJP ) में शामिल हो गए। बीजेपी प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रविंदर रैना ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्र शासित प्रदेश में अगली सरकार बनाने का दावा किया।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तथा जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir ) के प्रभारी तरुण चुघ और रैना की उपस्थिति में एनसी के एक दर्जन नेता अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पार्टी में शामिल हुए। इस मौके पर हाल में भाजपा में शामिल हुए देवेंद्र सिंह राणा और एसएस सलाथिया सहित वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बता दें कि केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के छोटे भाई और नेशनल कॉन्फ्रेंस के तत्कालीन प्रांतीय अध्यक्ष राणा ने वरिष्ठ सहयोगी तथा पूर्व मंत्री सलाथिया के साथ 10 अक्टूबर को नेकां छोड़ दी थी। भाजपा में शामिल होने वालों में ज्यादातर राणा के करीबी माने जाते हैं। इनमें दो पूर्व विधायक प्रेम सागर अजीज और कमल अरोड़ा भी शामिल हैं। 2014 के विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के टिकट पर जीतने वाले अरोड़ा पिछले साल मार्च में अपनी पार्टी में शामिल हुए थे। वह अपनी पार्टी के जिलाध्यक्ष रिंकू भारद्वाज के साथ भाजपा में शामिल हुए।
दशकों से चला आ रहा अन्याय समाप्त
तरुण चुघ ने कहा कि नए लोगों का खुले दिल से बीजेपी में स्वागत है। नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस या पीडीपी से आए सभी नेताओं को बिना किसी भेदभाव के उचित सम्मान और सही पद दिए जाएंगे। अगस्त 2019 में प्रधानमंत्री ने भेदभावपूर्ण अनुच्छेद 370 को निरस्त कर जम्मू-कश्मीर को वास्तविक स्वतंत्रता प्रदान की, जिसके साथ ही दशकों से चला आ रहा अन्याय खत्म हो गया। प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि बीजेपी विधानसभा चुनाव के बाद अपने दम पर अगली सरकार बनाएगी और मुख्यमंत्री हमारी पार्टी से होगा।