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झारखंड

Janjwar news impact : 33 आदिवासी परिवारों को मरा हुआ बताकर 15 महीने से हो रहा था राशन घोटाला, खबर के बाद 31 के बने राशनकार्ड

Janjwar Desk
5 Feb 2022 3:15 PM IST
जनज्वार की खबर का असर:  33 आदिम जनजाति परिवारों को मरा हुआ बताकर 15 महीने से हो रहा था राशन घोटाला, जनज्वार की खबर के बाद 31 लोगों के बने राशनकार्ड
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जनज्वार की खबर का असर: 33 आदिम जनजाति परिवारों को मरा हुआ बताकर 15 महीने से हो रहा था राशन घोटाला, जनज्वार की खबर के बाद 31 लोगों के बने राशनकार्ड

Janjwar news impact : 33 आदिम जनजाति परिवारों को मरा हुआ बताकर 15 महीने से हो रहा था राशन घोटाला, जनज्वार की खबर

विशद कुमार की रिपोर्ट

Jharkhand Ration Scam: पिछले 30 जनवरी 2022 को जनज्वार ने झारखण्ड के गढवा जिले में आदिम जनजातियों राशनकार्ड में व्याप्त भ्रष्टाचार का एक ऐसा मामला का खुलासा था जिसमें जिले के बड़गड़ प्रखण्ड के टेहरी पंचायत का हेसातु गांव एवं कोरवाडीह गांव के 33 आदिम जनजाति कोरवा परिवारों को मृत बताकर पिछले साल नवम्बर 2020 से जनवरी 2022 तक यानी कुल 15 महीने का कुल राशन 17,325 किलोग्राम, चीनी 495 किलोग्राम, नमक 495 किलोग्राम एवं 495 लीटर किरासन तेल नहीं दिया गया है। जबकि सभी परिवार जीवित हैं, सभी परिवारों के पास अन्त्योदय कार्ड है, सभी राशन कार्ड में वर्ष 2020 का अक्टूबर माह तक का राशन दर्ज है। इस का जब जनज्वार ने पर्दाफाश किया तो मामला उजागर होने के बाद गढ़वा प्रशासन हरकत में आकर आनन फानन में 31 आदिम जनजाति परिवारों का कार्ड बना दिया है।

इस बावत नरेगा वाच के राज्य संयोजक जेम्स हेरेंज जनज्वार का आभार व्यक्त करते हुए कहते हैं कि यह सराहनीय काम है कि प्रशासन ने इनका राशनकार्ड तो बना दिया, लेकिन इस गड़बड़झाला व इस भ्रष्टाचार में शामिल जिम्मेवार किसी अधिकारी को नहीं ठहराया है। साथ ही सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना भी की गई है। दूसरा सवाल यह है कि जो इन आदिम जनजातियों को 15 महीनों तक नुकसान उठाना पड़ा है, खाद्यान्न और अन्य सामग्रियों की भरपाई कौन करेगा? नए PH कार्ड में जिला प्रशासन 35 किलो राशन कैसे मुहैया कराएगा ? कई सवालों के जवाब अभी जिला प्रशासन को देने होंगे?

जिन 31 परिवारों के राशनकर्ड बनाए गये

परिवार के सदस्य - गांव व टोला

3- हेसातु

3- हेसातु

5- कोरवाडीह

4- हेसातु

3- हेसातु

3- हेसातु

2- हेसातु

5- हेसातु

3- हेसातु

3- हेसातु

2- हेसातु

4- हेसातु

2- हेसातु

1- हेसातु

3- हेसातु

1- हेसातु

6- हेसातु

4- हेसातु

2- कोरवाडीह

1- कोरवाडीह

2- हेसातु

1- हेसातु

7- हेसातु

2- हेसातु

6- टोटकी

1- कोरवाडीह

3- हेसातु

6- हेसातु

2- कोरवाडीह

1- हेसातु

2- हेसातु

जनज्वार ने जो रिपोर्ट लगाई थी वह इस प्रकार थी - भले ही आम जनता की हित के लिए सैंकड़ों योजनाएं बन जाए, जब तक संबंधित विभागों के पदाधिकारियों व कर्मचारियों में अपने कर्तव्य और अपने काम के प्रति ईमानदारी का बोध नहीं होगा तबतक शायद ही इन योजनाओं का लाभ लाभुकों को मिल पाएगा। आए दिन इन विभागों में भ्रष्टाचार का मामला सामने आता है, कार्यवाहिया भी होती हैं बावजूद भ्रष्टाचार थमने नाम नहीं ले रहा है।

बता दे कि पिछले दिनों झारखण्ड के गढवा जिले ऐसे कई मामलों का खुलासा हुआ है, बावजूद भ्रष्टाचार थमने नाम नहीं ले रहा है। जिला के बड़गड़ प्रखण्ड के टेहरी पंचायत का हेसातु गांव एवं कोरवाडीह गांव के 33 आदिम जनजाति कोरवा परिवारों को मृत बताकर पिछले साल नवम्बर 2020 से जनवरी 2022 तक यानी कुल 15 महीने का कुल राशन 17,325 किलोग्राम, चीनी 495 किलोग्राम, नमक 495 किलोग्राम एवं 495 लीटर किरासन तेल नहीं दिया गया है। जबकि सभी परिवार जीवित हैं, सभी परिवारों के पास अन्त्योदय कार्ड है, सभी राशन कार्ड में वर्ष 2020 का अक्टूबर माह तक का राशन दर्ज है।

इस बावत राशन कार्ड के लाभुकों ने जिला शिकायत निवारण पदाधिकारी सह समाहरता गढ़वा को एक शिकायत दर्ज कर कहा है कि उपरोक्त विषय में कहना है कि ग्राम हेसातु, पंचायत टेहरी, प्रखण्ड बड़गड़ के 33 आदिम जनजाति पररवारों को पिछले 15 माह से AAY कार्ड रहते हुए भी मृत बता कर राशन बंद कर दिया गया है। हेसातु के 25 परिवार और कोरवाडीह के 8 परिवार हैं, जिनका कुल राशन 17, 325 किलो, कुल किरासन तेल- 495 लिटर, कुल नगक-495 किलो, कुल चीनी 495 किलो पिछले वर्ष 2020 के नवम्बर माह से लेकर जनवरी 2022 तक 15 माह तक इन सभी लोगों से वंचित रखा गया है जो कि सभी लाभुक के पास अन्त्योदय कार्ड है। अतः आपसे आग्रह है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून 2013 का पालन करते हुए हम सभी 33 आदिम जनजातिय परिवारों को मुआवजा के साथ राशन सुनिशचित करते हुए दोषी अधिकारियों पर कानून का उल्लघन करने वाले पर करवाई की जाए।

जिन 33 राशन कार्ड के लाभुकों को पिछले 15 महीने से राशन नहीं मिला उनकी सूची नाम व कार्ड नंबर सहित देखा जा सकता है।

  1. चमकू कोरवा 2020053301194
  2. करीमन कोरवा 202005321424
  3. धनेश्वर कोरवा 202005320926
  4. बन्धु कोरवा 20200533082
  5. संतोष कोरवा 20200532716
  6. धर्मपाल कोरवा 202005331014
  7. जीतन कोरवा 20200532189
  8. पिंजरा कोरवा 202005330345
  9. चीतरा कोरवा 202005321227
  10. शिबस कोरवा 202005330656
  11. कोका कोरवा 202005320747
  12. गुठलू कोरवा 202005330503
  13. सुगली कुंवर 20200532523
  14. दशु कोरवा 202005327516
  15. पोकता कोरवा 202005327123
  16. चमरू कोरवा 202005322871
  17. सुजा कोरवा 202005323497
  18. तिरपन कोरवा 202005327320
  19. छोटू कोरवा 202005321981
  20. रामकी कुंअर 202005331284
  21. कुलचि कोरवा 202005328078
  22. भुखलनी देवी 202005323703
  23. पाउला कोरवा 202005322293
  24. बैजनाथ कोरवा 202005323922
  25. रुसन कोरवा 202005330888
  26. शर्मा कोरवा 2020053329589
  27. राजू कोरवा 202005328949
  28. दिलबसिया देवी 202005329725
  29. मोहनी देवी 202005329439
  30. तेतरी देवी 202005329060
  31. रामब्रत कोरवा 20200533006
  32. तिडगा कोरवा 202005329913
  33. बिरबल कोरवा 20200532991

उल्लेखनीय है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने पी0 यू0 सी0 एल0 बनाम भारत सरकार, याचिका संख्या 196/2001 के मामले में 2 मई 2003 के आदेश में सरकार को यह निर्देश जारी किया है कि सभी आदिम जनजातिय परिवारों को अन्त्योदय अन्न योजना में शामिल करें।

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