पत्रकार ने कहा, मोदी जी किसान बिल पर आपकी मंत्री इस्तीफा दे गई और आप चले हैं किसानों का भ्रम दूर करने
कृषि अध्यादेश के विरोध में हरियाणा के कुरुक्षेत्र में प्रदर्शन करते किसान और पीएम नरेंद्र मोदी की File photo
जनज्वार। कृषि से संबंधित अध्यादेश लाने वाली केंद्र की मोदी सरकार विपक्षी दलों के साथ-साथ अपने गठबंधन के सहयोगी दलों का भी विरोध झेल रही है। कल 17 सितंबर को केंद्रीय मंत्री और शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। अब जब सरकार द्वारा इसपर सफाई दी जा रही है तो सोशल मीडिया पर लोग तंज कस रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट पर भी लोग ऐसी ही प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा था 'किसानों को भ्रमित करने में बहुत सारी शक्तियां लगी हुई हैं। मैं अपने किसान भाइयों और बहनों को आश्वस्त करता हूं कि MSP और सरकारी खरीद की व्यवस्था बनी रहेगी। ये विधेयक वास्तव में किसानों को कई और विकल्प प्रदान कर उन्हें सही मायने में सशक्त करने वाले हैं।' #Jai kisan
मोदी के इस ट्वीट पर पत्रकार विनोद कापड़ी ने तंज करते हुए लिखा है 'और ये भ्रम इस कदर हो गया कि आप ही की कैबिनेट से मंत्री इस्तीफ़ा दे कर चली गईं ? कम से कम मंत्री का ही भ्रम दूर कर दिया जाता प्रधानमंत्री जी।'
उल्लेखनीय है कि बीजेपी की सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने कल संसद में भी अध्यादेश का विरोध किया था। 17 सितंबर गुरुवार को जब बिल संसद में पेश हुआ था तब अकाली दल के सांसद सुखबीर सिंह बादल ने सरकार को बड़ा झटका देते हुए बिल का विरोध कर दिया था।
इसके बाद अकाली दल के कोटे से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने देर शाम केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। वे खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग मंत्री थीं।
इस्तीफे की जानकारी हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट कर दी थी। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था 'मैंने किसान विरोधी अध्यादेशों और कानून के विरोध में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। किसानों के साथ उनकी बेटी और बहन के रूप में खड़े होने का गर्व है।'