Kisan Nyay Rally : PM मोदी के इलाके में प्रियंका का वार - गंगापुत्र को नहीं है किसानों की चिंता, हृदयहीन है सरकार
(प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में उनपर जमकर जुबानी हमले किए)
Kisan Nyay Rally : (जनज्वार)। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने किसान न्याय रैली (Kisaan nyay rally) में सीएम योगी और पीएम मोदी पर हमला किया। प्रियंका गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत सोनभद्र की घटना से की। उन्होंने कहा कि जब मैंने यहां कार्यभार ग्रहण किया, सोनभद्र में पुलिस प्रशासन के सहयोग से आदिवासी किसानों की जमीन पर कब्जा कर लिया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब विरोध किया तो 13 आदिवासियों (Tribes) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जब मैं वहां मिलने पहुंची तो गिरफ्तार कर लिया गया। उस मामले में भाजपा के एक पूर्व विधायक, भाजपा (BJP) के लोग उसमें भी इन्वाल्व थे। अब लखीमपुर में हुई घटना में भी भाजपा के लोग शामिल हैं।
रैली से पहले वह श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) पहुंचीं। विश्वनाथ मंदिर में प्रियंका गांधी ने विधि-विधान पूजा-अर्चना की। अन्नपूर्णा मंदिर में भी मां का आशीर्वाद लिया। इसके बाद अन्नपूर्णा मंदिर से प्रियंका का काफिला दुर्गाकुंड पहुंचा। यहां दुर्गा जी का प्रियंका ने दर्शन-पूजन किया। इससे पहले एयरपोर्ट से मंदिर तक रास्ते में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह उनका अभिनंदन किया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Uttarpradesh Congress Committee) मीडिया विभाग के संयोजक/प्रवक्ता ने बताया अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव व प्रदेश प्रभारी श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा वाराणसी में किसान न्याय रैली के पहले वह श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचीं। विश्वनाथ मंदिर में प्रियंका गांधी जी ने विधि-विधान पूजा-अर्चना की।
अन्नपूर्णा मंदिर में भी मां भगवती का आशीर्वाद लिया। इसके बाद अन्नपूर्णा मंदिर से प्रियंका का काफिला दुर्गाकुंड पहुंचा। यहां दुर्गा जी का प्रियंका ने दर्शन-पूजन किया। इससे पहले एयरपोर्ट से मंदिर तक रास्ते में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह उनका अभिनंदन किया।
प्रियंका गांधी ने किसान न्याय रैली की शुरूआत मां दुर्गा की स्तुति से शुरू की। उन्होंने कहा कि आज नवरात्रि का चौथा दिन है। मैं व्रत हूं, तो मैं मां की स्तुति से शुरू करना चाहती हूं।
फिर प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल करते हुए कहा कि गंगा पुत्र को किसानों की चिंता नही है। वह अपने पूंजीपति मित्रों को सरकारी सम्पदा का स्वामी बनाने में जुटें है। उंन्होने कहा कि भाजपा सरकार जिस आजादी का अमृत महोत्सव मना रही हैं, उनको पता होना चाहिये कि यह आजादी किसानों के संघर्ष का फल है। उनके बेटे देश की सीमाओं की रखवाली कर रहे और प्रधानमंत्री उन्ही किसानों पर काले कृषि कानून लाद देते हैं।
उन्होंने कहा कि 11 महीने से किसान सड़को पर आंदोलनरत है, असंख्य किसान शहीद हो गए और हृदयविहीन सरकार के मुख से संवेदना का एक शब्द नहीं निकला है। उन्होंने कहा कि जिस उत्सव में किसान नौजवान नहीं, उसका क्या मतलब? किसान देश को अन्न दे रहे उनके बेटे सीमा पर देश को सींच रहे।
प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि यह देश एक आस्था है एक उम्मीद है इसलिए न्याय की उम्मीद पर इस देश को आजादी मिली। जिसको आज पैरों के नीचे रौंदने की कोशिश हो रही है। इसे बर्दास्त नही किया जाएगा। उंन्होनें कहा कि महात्मा गांधी आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए गए तो उनके दिल में ख्याल था कि मेरी जनता को मेरे देश में, मेरे किसानों को मेरे देश में, मेरे देश की महिलाओं को मेरे देश में न्याय मिलेगा। आज उनके स्वप्नों को बिखेरने की घटिया कोशिश हो रही है।
उंन्होने लखीमपुर घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वो पीड़ित परिवारों से मिली। उन्होंने कहा उनका बेटा एसएसबी में भर्ती हुआ है सभी के घर में सभी के घर वालों ने यही कहा कि हमें न्याय चाहिए लेकिन सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं है। हत्यारों को बचाने का अनुचित प्रयास किया जा रहा है।