Manish Gupta Murder Case : पहले मारा-धमकाया फिर सबूत मिटाकर भगा दिया, अब पकड़ने के लिए 25-25 हजार का रखा इनाम
(मनीष गुप्ता कांड में दोषी पुलिसवालों पर 25-25 हजार का इनाम)
Manish Gupta Murder Case (जनज्वार) : 'मेरा कातिल ही मेरा मुंसिफ है, वो क्या मेरे हक में फैसला देगा' मशहूर शायर सुदर्शन फाकिर की यह लाइनें उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बुल्कुल फिट बैठती हैं। की जिसने मारा है, हत्या की है, सबूत साफ किए-करवाए वही अब न्याय यानी फैसला भी करेगा। है ना कमाल बात।
गोरखपुर में कानपुर के रहने वाले व्यवसायी मनीष गुप्ता की बेरहमी से हत्या करने वाले कौन हैं, यह हत्याकांड के दूसरे दिन पूरा देश जान गया। लेकिन सरकार और उसका महान पुलिस महकमा जानबूझकर अंजान बना रहा। हत्या करने के बाद इक्तमिनान से सभी साक्ष्यों को नष्ट किया गया। मृतक की पत्नी अपने चार साल के मासूम को लिए न्याय मांगती रही, दोषी पुलिसवाले खुले सांड की तरह घूमते रहे।
#मनीष_गुप्ता हत्याकांड में गोरखपुर पुलिस की पिटाई का शिकार मनीष को इस तरह ले जाते दिखे पुलिसकर्मी. पिटाई के बाद का cctv फुटेज हुआ वायरल. pic.twitter.com/E2efOn5Fdm
— Janjwar Media (@janjwar_com) October 7, 2021
तमाम दबाव के बाद पहले आरोपियों को बचाया जाता रहा, परिजनों पर डीएम-एसएसपी ने दबाव बनाने की कोशिश की। मामला नहीं सुलटा तो दोषी पुलिसवालों को भगा दिया गया। अब भगाने के बाद उनपर 25-25 हजार रूपये का इनाम घोषित किया गया है। यूपी की खाकी अपनी पूँछ बचाने के लिए बिल्ली के सामने कबूतर की तरह व्यवहार कर रही।
गौरतलब है कि, गोरखपुर के रामगढ़ताल थानाक्षेत्र स्थित होटल कृष्णा पैलेस में 27 सितंबर की देर रात कानपुर के व्यवसायी मनीष गुप्ता की हत्या करने में पुलिस का हाथ जगजाहिर है। हत्या के 10-11 कई दिन बीतने के बाद पुलिसवालों पर मुकदमा लिखा जाता है। उन्हें फरार कराया जाता है। फिर अब 11वें दिन 25-25 हजार का इनाम रखा गया है।
दोषी खाकी जिनपर घोषित हुआ इनाम
रामगढताल थाना में तैनात खाकी के भेष में छुपे हत्यारे पुलिसवालों में इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह निवासी मुसाफिरखाना अमेठी, एसआई अक्षय कुमार मिश्रा निवासी नरही बलिया, एसआई विजय यादव निवासी बक्शा जौनपुर, एसआई राहुल दुबे निवासी कोतवाली देहात मिर्जापुर, मुख्य आरक्षी कमलेश सिंह यादव निवासी थाना परिसर गाजीपुर, आरक्षी प्रशांत कुमार निवासी सैदपुर गाजीपुर पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया है।
6 जिलों में तलाश की दबिश
सभी आरोपी पुलिस वाले जब थाने के आसपास ही बने रहे तब किसी ने नहीं पूछा, अब कार्रवाई का दिखावा चल रहा। बता दें कि, पुलिस की 6 टीमों ने आरोपियों की तलाश में उनके गांव, रिश्तेदार सहित 60 से अधिक जगहों पर छापेमारी की है। टीम ने अब तक अमेठी, बलिया, जौनपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र, गाजीपुर के कई इलाकों में दबिश दी है। लेकिन गुनहगारों का नेटवर्क न्याय देने वालों से भी फास्ट है। देखते रहिए शायद चुनाव 2022 बाद तक तलाश खत्म ही हो जाए।
अखिलेश यादव ने पहुँचाई मदद
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश ने पीड़िता को दिए वादे के मुताबिक शुक्रवार 8 अक्टूबर को 20 लाख रूपये की दो चेकें भिजवाई हैं। अखिलेश की तरफ से विधायक अमिताभ बाजपेई ने 10 लाख रूपये की चेक मृतक मनीष गुप्ता के पिता व 10 लाख रूपये की चेक पत्नी मिनाक्षी गुप्ता को सौंप दी है।