सीएम अशोक गहलोत ने कन्हैयालाल के बेटों को सरकारी नौकरी देने का किया ऐलान, नियुक्ति में नियमों की छूट दी जाएगी
राजस्थान कैबिनेट बुधवार को कन्हैयालाल के परिवार से मिलने पहुंचे। बता दें कि कुछ दिन पहले कन्हैया लाल की उदयपुर में उनकी दुकान के अंदर निर्मम हत्या कर दी गई थी। हत्या करने वाले गोश्त मोहम्मद और मोहम्मद रियाज अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। बता दें राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कन्हैया लाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है। गहलोत ने महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश से कहा कि कैबिनेट ने कन्हैया लाल के दोनों बेटों यश और तरुण को सरकारी सेवा में नियुक्त करने का फैसला लिया है।
कैबिनेट द्वारा उन्हें नियुक्ति में नियमों की छूट दी जाएगी
कन्हैया लाल के दोनों बेटों की सरकारी नौकरी के लिए राजस्थान कैबिनेट द्वारा उन्हें नियुक्ति में नियमों की छूट दी जाएगी। यह नियुक्ति राजस्थान अधीनस्थ कार्यालय लिपिक सेवा (संशोधन) नियम 2008 और 2009 के नियम 6सी के तहत प्रदान की जाएगी। राजस्थान के तमाम राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने सरकार से कन्हैयालाल के बेटों को सरकारी नौकरी देने की मांग की थी।
हथियारों को जल्द पकड़वाने में 2 लोगों ने बड़ी भूमिका निभाई
कन्हैया लाल के हथियारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। और उनको जल्द पकड़वाने में जिन 2 लोगों ने बड़ी भूमिका निभाई है। वह राजसमंद जिले के लसानी गांव निवासी किसान शक्ति सिंह और प्रसाद सिंह थें। इन दोनों ने पुलिस को कन्हैयालाल के हत्यारों की भागने की योजना बताई और उनकी मोटरसाइकिल का नंबर और लोकेशन भी पुलिस को दिया। किसान युवकों ने हत्यारों को पकड़ने के लिए 35 किलोमीटर तक उनका पीछा किया इस दौरान कई बार हत्यारों ने उन्हें खंजर दिखाकर डराने की भी कोशिश की। लेकिन वे उनके पीछे लगे रहे इसका नतीजा यह हुआ कि पुलिस उन्हें पकड़ने में कामयाब हो सकी।
दोनों युवकों की बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात हुई
उदयपुर में हुए हादसे की वजह से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। हालांकि हत्यारों को जल्द पकड़ ले जाने के बाद अब शांति का मोहोल हैं। हत्यारों को पकड़वाने में मदद करने वाले दोनों युवकों की बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात हुई। उन्हें सरकारी नौकरी मिलने की संभावना भी जताई जा रही है।