रुबिका लियाकत ने टेनी खिलाफ खोला मुंह तो लोगों ने दिया एक से बढ़कर आंख खोलने वाला जवाब
(टीवी एंकर रुबिका ने भाजपा मंत्री की आलोचना की तो उठने लगे सवाल)
New Delhi: लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Khiri Violence) मामले में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) की मुसीबतें दिनों दिन बढ़ती जा रही है। बुधवार 15 दिसंबर को मीडिया द्वारा हिंसा के मुख्य आरोपी और बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) पर सवाल पूछे जाने पर कैबिनेट मंत्री अजय मिश्र टेनी का गुस्सा एक बार फिर सातवें आसमान पर पहुंच गया। बेटे को लेकर सवाल पर मोदी सरकार के मंत्री अजय मिश्र टेनी पत्रकार पर भड़क उठे। मंत्री ने पत्रकारों से अभद्रता की और उन्हें गालियां भी दीं। पत्रकार से दुर्व्यवहार के बाद टीवी एंकर रुबिका लियाकत ने भाजपा के मंत्री की आलोचना की है। मगर, भाजपा के मंत्री के खिलाफ ट्विटर पर बोलना रुबिका लियाकत को ही उल्टा पड़ गया। हमेशा मोदी सरकार और उनके फैसलों का गुणगाण करने वाली टीवी एंकर के ट्वीट पर लोगों ने सवाल उठाए है। लोग उनसे पूछ रहे हैं कि आकिर अचानक से रुबिका के बोल कैसे बदल गए। हृदय परिवर्तन के पीछे का कारण कही पैमेंट न मिलना तो नहीं। इसके अलावा लोग उन्हें दलाल और बिकाऊ मीडिया भी कहने लगे।
दरअसल, पत्रकारों से गाली गलौज करते मंत्री अजय मिश्र टेनी का वीडिया शेयर करते हुए जर्नलिस्ट रुबिका लियाकत ने लिखा, 'अजय मिश्रा टेनी ये हेकड़ी आपको अपने बेटे पर झाड़नी चाहिए मीडिया कर्मियों पर नहीं…आप गृह राज्य मंत्री के पद के क़ाबिल नहीं है.. वो कहते हैं न..जब नाश मनुज पर छाता है,पहले विवेक मर जाता है।" रुबिका के इस ट्वीट पर ट्विटर यूजर्स को भरोसा नहीं हुआ। गोदी मीडिया से मशहूर टीवी एंकर से लोग पूछने लगे कि "जब पत्रकारों पर बात आई है, तभी आप खिलाफ में बोलने क्यों आई हैं। जब किसानों को मंत्री के बेटे की गाड़ी से कुचलकर मारा तब आपकी बोलती क्यूँ बन्द थी ?"
अजय मिश्रा टेनी ये हेकड़ी आपको अपने बेटे पर झाड़नी चाहिए मीडिया कर्मियों पर नहीं…आप गृह राज्य मंत्री के पद के क़ाबिल नहीं है.. वो कहते हैं न..
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) December 15, 2021
जब नाश मनुज पर छाता है,
पहले विवेक मर जाता है। pic.twitter.com/CQXwIJuObN
एक ट्विटर यूजर ने रुबिका के ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा, 'मैडम यही हम भी आपलोगो को समझा रहे है, पत्रकारिता से प्यार कीजिए और नेताओ की भाषा मत बोलिए, आज ये समय देखनो को मिल रहा है की पत्रकारों को धक्का मुक्का हो रहा है,ये सब का कारण आप सवाल करना भूल गई और जो सत्ता मैं नहीं उससे पूछते।' एक ने लिखा, "और करो चापलूसी, आज जब अपने पर पड़ी तो कुचले जाने वाले लोग किसान थे, एक पत्रकार के लिए भी आंशू नहीं बहा सके और मृत किसानों को तो खालिस्तानी ही बना डाला था गोदी मीडिया ने।"
वहीं, @Karmveer Dudi नाम के एक दूसरे यूजर ने कहा कि, "ये तो हमेशा से ही इस तरह कि हरकते करते आये है जब बात पत्रकार कि आयी तब @RubikaLiyaquat जी आप चेती है, अगर आप पहले ही इसकी गलती को दिखा देती तो आज ये दिन नही देखना पड़ता"
ये तो हमेशा से ही इस तरह कि हरकते करते आये है जब बात पत्रकार कि आयी तब @RubikaLiyaquat जी आप चेती है, अगर आप पहले ही इसकी गलती को दिखा देती तो आज ये दिन नही देखना पड़ता, इसलिए आप लोग भेदभाव ना करे
— Karmveer Dudi/ਕਰਮਵੀਰ ਸਿੰਘ ਡੁਡੀ/کرم ویر سنگھ دوڑی (@DudiKarmveer) December 15, 2021
बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद पूरे देश में लगातार गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra) के इस्तीफे की मांग हो रही है। इसी बीच पत्रकारों से बदसलूकी के बाद यह मांग और तेज हो गई। टीवी जर्नलिस्ट रुबिका लियाकत (News Anchor Rubika) ने भी मंत्री द्वारा पत्रकार से गलत व्यवहार को अस्वीकार बताया और इस्तीफे की मांग की। मगर अजय मिश्र के खिलाफ उनके ट्वीट पर उन्ही की खिंचाईं होने लगी। लोग उन्हें वो वक्त याद दिलाने लगे जब वह अपने शो पर किसानों को कूचले जाने के बावजूद सरकार का ही पक्ष ले रही थी। वहीं, नेशनल मीडिया (National Media) के अधिकतर चैनल पत्रकार के खिलाफ में बातें कर रहे थें।