खाकी की पीठ पर जूता: आईपीएस अधिकारी ने की चार साल पुरानी फोटो ट्विटर पर वायरल

नई दिल्ली। चार साल पहले एक आंदोलन के दौरान भीड़ में फंसे एक पुलिसकर्मी की तस्वीर इन दिनों इंटरनेट पर फिर वायरल होने लगी है। इस बार एक महिला आईपीएस अधिकारी द्वारा ट्विटर पर डाली इस फोटो पर भी टिप्पणी करने के लिए इंटरनेटवीर जमा हुए पड़े हैं।
महिला आईपीएस अधिकारी अंकिता शर्मा ने अपने ट्विटर हैंडल पर जो तस्वीर पोस्ट की है उसमें वर्दीधारी एक पुलिसकर्मी कैमरे की तरफ पीठ किए खड़ा है। तस्वीर में दिख रहा है कि एक पुलिसवाला सड़क पर खड़ा है। पीछे की तरफ उसकी वर्दी में कीचड़ से सने जूते का निशान है। पुलिसकर्मी की वर्दी पर जूते का दिखता यह निशान ही इस तस्वीर का मुख्य ट्विस्ट है। इसे देखने से लगता है कि किसी ने पुलिसकर्मी से अभद्रता की है।
हालांकि इस फोटो पर कई यूजर अपने-अपने ढंग से टिप्पणी कर रहे हैं। रोहित निगम ने लिखा है कि "पुलिस हमारी रक्षक है और जो रक्षक पर हाथ उठाता है वह नीच है।" जबकि अमन ने लिखा "खाकी सब बर्दाश्त करती है" तो अनूप राय ने इसे "असहनीय बताते हुए दोषियों को कड़ी सजा की मांग की है। अनिल कुमार ने एक तस्वीर के आधार पर कुछ भी जज नहीं करने से बचने को कहते हुए लिखा कि "हमें नहीं पता कि आखिर में मामला क्या है ?" एक यूजर ने आईपीएस अधिकारी से मामले की डिटेल बताने की अपील की। वहीं कुछ लोग इस तस्वीर के बहाने आम लोगों के साथ पुलिस के बर्ताव पर सवाल भी उठा रहे हैं। ऐसे लोगों का कहना है कि कई पुलिस लोगों से अच्छे से नहीं पेश आती है।
दरअसल महिला अधिकारी ने जिस फोटो को वायरल किया है वह चार साल पहले 24 जुलाई 2018 की है। इस फोटो में दिख रहे पुलिसकर्मी का नाम नायक सतीश मोधक है। महाराष्ट्र पुलिस के सतीश मोधक ने खुद इस तस्वीर के बारे में बताया था कि वह उस समय कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। नांदेड़-हिंगोली नेशनल हाईवे संख्या 161 पर 24 जुलाई की शाम 4 बजे 40 से 50 लोगों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था। यह भीड़ मराठा क्रांति मोर्चा की तरफ से हो रहे एक विरोध प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुई थी। उस समय वहीं पर तैनात असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर तानाजी चेर्ले और वहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों ने उन्हें बचाने की कोशिश भी की थी। लेकिन इस दौरान उन्हें कई जगह चोट लगी थी। इसी बीच नीचे गिरने पर किसी ने उनकी पीठ पर पैर रख दिया था। जिसके कीचड़ में सने हुए जूते की छाप वर्दी पर बन गई थी।
बहरहाल, चार साल पुरानी यह तस्वीर महिला अधिकारी द्वारा इस समय पोस्ट किए जाने का क्या अर्थ है यह स्पष्ट नहीं है। लेकिन एक बार फिर इस बहाने सोशल मीडिया पर यह तस्वीर चर्चाओं में आ गई है।











