Sidhi News: पत्रकारों को थाने में निर्वस्त्र करने के मामले में मानव अधिकार आयोग ने मांगा जवाब, जानें क्या कहा?
Sidhi News: पत्रकारों को थाने में निर्वस्त्र करने के मामले पर में मानव अधिकार आयोग ने मांगा जवाब, जानें क्या कहा?
Sidhi News: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सीधी जिले की पुलिस द्वारा एक नाट्य कलाकार की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एक पत्रकार सहित आठ व्यक्तियों को हिरासत में लेकर लॉकअप में केवल चड्डी छोड़कर बाकी सारे कपड़े उतारने के लिए मजबूर करने के मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ( Madhya PradeshHuman Rights Commission) ने शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक (DGP) और रीवा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) से एक सप्ताह में जवाब मांगा. बता दें कि शुक्रवार को ही इस मामले में आरोपी एसएच और एक पुलिस इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है.
यह है मामला
प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों को सीधी पुलिस ने गिरफ्तार किया और उन्हें थाने ले जाया गया। इनमें दो पत्रकार भी शामिल थे। थाने में इन्हें अर्धनग्न कर इनकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गई। मामला प्रकाश में आने में बाद सरकार हरकत में आई और आनन-फानन में कार्यवाही की गई।
मामला 2 अप्रैल का है जब सीधी थाना पुलिस ने कुछ लोगों को पकड़ा जिन पर अवैध वसूली और स्थानीय भाजपा विधायक के खिलाफ एक खबर चलाने का आरोप लगाया गया। पकड़े गए सभी लोग यू-ट्यूब पर चैनल चलाने वाले बताए गए जिनमें से एक कनिष्क तिवारी भी हैं। बताया गया है कि कनिष्क तिवारी की टीम ने भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला व पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर खबरें चलाई थीं। इससे नाराज़ होकर विधायक केदारनाथ शुक्ला ने कनिष्क और उनके साथियों के खिलाफ एफआईआर की थी। जिसके बाद पुलिस ने इन सभी को पकड़ा था और फिर इनके साथ जो व्यवहार हुआ वो सोशल मीडिया पर बहस का मुद्दा बन गया है।
दो थाना प्रभारी सस्पेंड
पत्रकारों की अर्धनग्न फोटो वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. मामला गर्माने पर एसपी मुकेश श्रीवास्तव ने मीडिया के सामने कहा कि कोतवाली थाना प्रभारी मनोज सोनी और अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह को पहले लाइन हाजिर किया गया था, आज सस्पेंड कर दिया गया है और जांच जारी है. एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले की जांच के लिए भोपाल से भी टीम गठित की गई है.