Unnao Case : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, सिर पर चोट, टूटी हुई गर्दन, आई सामने दलित लड़की के साथ दरिंदगी की कहानी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई दलित लड़की के साथ दरिंदगी की कहानी
Unnao Case : उन्नाव केस में बड़ा खुलासा सामने आया है। उन्नाव में बीते 2 महीने से गायब लड़की का शव मिलने के बाद से उत्तर प्रदेश की सियासत तेज हो गई है। मृतिका की मां ने सपा सरकार में राज्य मंत्री और सहकारी विभाग के चेयरमैन रहे स्वर्गीय फतेह बहादुर के बेटे राजोल सिंह पर बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था। अब इस मामले में मृतका के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लड़की के साथ दरिंदगी के चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।
गला दबाने से हुई मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि लड़की की मौत गला दबाने की वजह से हुई है। यही नहीं उसकी गर्दन की हड्डी भी टूटी मिली है और सिर में भी दो घाव के निशान है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लड़की का पोस्टमार्टम 3 डॉक्टरों के पैनल ने किया है। जिसके बाद रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। वहीं जांच में कथित ढिलाई बरतने के लिए इलाके के थाना प्रभारी (एसएचओ) को निलंबित कर दिया गया है।
परिजन नहीं कर रहे अंतिम संस्कार
बता दें कि दलित लड़की के शव का अभी तक अंतिम संस्कार नहीं हो सका है। मृतिका के परिजन कई मांगों को लेकर घाट पर बैठे हैं। उनके साथ यहां कांग्रेस और बसपा के उम्मीदवार भी मौजूद हैं। इतना ही नहीं घाट पर सिटी मजिस्ट्रेट, एसपी और 5 थानों की पुलिस फोर्स भी मौजूद है।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि लड़की के कथित अपहरण के मामले में सपा के पूर्व मंत्री दिवंगत फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह को 24 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि 25 जनवरी को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की गाड़ी के सामने महिला की मां ने आत्मदाह करने की कोशिश की थी। महिला की मां ने पुलिस पर विशेष रूप से स्थानीय एसएचओ अखिलेश चंद्र पांडे पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाया है।
अब तक एक आरोपी गिरफ्तार
उन्नाव के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि 8 दिसंबर को एक गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई थी। जिसके बाद 10 जनवरी को नियमानुसार प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था और जांच के आधार पर शव बरामद किया गया। परिजन के आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि पुलिस ने मामला दर्ज करने में देरी की तब एसएसपी ने जवाब दिया कि यह पूरी तरह से सच नहीं है। सबसे पहले एक लापता शिकायत दर्ज की गई, क्योंकि महिला व्यस्क थी। जांच अधिकारी ने संदेह व्यक्त किया कि आरोपी ने महिला को नुकसान पहुंचाया हो सकता है, तब पुलिस ने तदनुसार कार्रवाई की और शव बरामद किया। अब तक इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही शशि शेखर ने कहा कि हम उसके साथियों की तलाश कर रहे हैं।
मृतिका की मां ने लगाए आरोप
मृतिका की मां ने कहा है कि मेरी बेटी को राजोल सिंह ने उसके आश्रम ने मार डाला और वहीं दफना दिया। मैं पहले आश्रम गई थी। उन्होंने हमें तीन मंजिला इमारत को छोड़कर पूरा परिसर दिखाया था। मैंने एक थाने पुलिस अधिकारी को फोन किया था लेकिन उन्होंने अपना फोन बंद कर दिया। अगर वह समय पर आए होते तो मेरी बेटी जिंदा होती।
चंद्रशेखर ने की कार्यवाही की मांग
वहीं यह मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है। वहीं अब इस मामले में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने बीते गुरुवार रात एक वीडियो जारी कर संदेश दिया है। इस वीडियो में चंद्रशेखर ने राजोल सिंह और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि घटना के लिए दोनों समान रूप से जिम्मेदार हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं मृतक महिला के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री को 2 दिन का समय देता हूं। 2 दिन प्रशासन के लिए है और तीसरा दिन मेरा होगा।